- January 19, 2017
कुछ खास बन गया हूँ मैं —मनोज कुमार मनु(राजस्थान)
जब से तुम गये हो छोड़कर कुछ खास बन गया हूँ मैं
दिल ने धङकना छोङ दिया ज़िंदा लाश बन गया हूँ मैं
देखो साँसों ने मेरी अब सुर सजाने छोड़ दिये हैं
सजीली इन आँखों ने पलक झपकाने छोड़ दिये हैं
दुनिया की इस भीड़ में एक जोकर खास बन गया हूँ मैं
दिल ने धङकना छोङ दिया ज़िंदा लाश बन गया हूँ मैं
राधा प्यासी श्याम नेह की मैं तेरे नेह का हूँ प्यासा
तेरी बाँहे मेरे गले का हार बनेंगी थी यही अभिलाषा
सावन की प्यासी धरा की टूटी हुई आस बन गया हूँ मैं
दिल ने धङकना छोङ दिया ज़िंदा लाश बन गया हूँ मैं
रातों की इन तनहाइयों को तेरी यादों के संग ही झेला है
लोटकर आ भी जाओ तुम मेरा मन बहुत अकेला है
अपने खोये हुए प्यार की एक तलाश बन गया हूँ मैं
दिल ने धङकना छोङ दिया ज़िंदा लाश बन गया हूँ मैं
मनोज कुमार मनु
गाँव & पो० – कुलोठ खुर्द
तह० – सूरजगढ
जिला – झुंझनू
राजस्थान
मोबाइल -8696685522