- December 22, 2014
किसानों पर लाठियां बरसीं / वेतन भुगतान के लिए कर्मचारियों ने निकाली रैली
मुरैना (प्रमोद कुमार शर्मा )- मुख्यालय सहित जिले में खाद की मारामारी अब तक नहीं थम सकी है और सोमवार को भी मुख्यालय पर किसानों ने जमकर हंगामा बरपाया, जबाव में पुलिस ने लाठियां बरसा दीं और आक्रोशित किसानों ने एमएस रोड पर जाम लगा दिया। सूचना मिलते ही पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी सशस्त्र पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे तथा भीड़ को नियंत्रित किया।
सोमवार को पूर्व में आई यूरिया की रैक से बचे 101 मिट्रिक टन यूरिया को वितरण की व्यवस्था प्रशासन द्वारा कृषि उपज मण्डी प्रांगण में स्थित वितरण केन्द्र पर की गई थी और अधिकांश किसानों को इस बात की जानकारी नहीं थी, जिसके चलते बड़ी संख्या में किसान जीवाजीगंज में एकत्रित हो गए।
इफको सेवा केन्द्र, प्राइवेट दुकानदारों द्वारा रसीदें काटे जाने के बाद जब उक्त स्थान पर किसानों को खाद नहीं मिला तो उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया तथा एमएस रोड पर संग्रहालय के सामने जाम लगा दिया। जाम लगाए जाने की खबर मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रघुवंश भदौरिया भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और भीड़ को नियंत्रित करने में लग गए। कुछ घंटे के लिए जीवाजीगंज स्थित इफको सेवा केन्द्र के आसपास का नजारा पुलिस छावनी में तब्दील हो गया।
इसी प्रकार कृषि मण्डी प्रांगण में भी किसानों ने जमकर हंगामा किया और किसानों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस द्वारा लाठियां बरसा दी गईं। जिससे वहां भगदड़ मच गई। भारी पुलिस फोर्स ने मौके पर पहुंचकर भीड़ को नियंत्रित किया और किसानों को कतार बद्ध कराया, ताकि शांतिपूर्वक खाद का वितरण किया जा सके।
किसानों ने लगाया ब्लैकमेल का आरोप
जीवाजीगंज में खाद लेने आये किसानों ने आरोप लगाया कि प्रशासन व सोसायटियों की मिली भगत के चलते यूरिया खाद को ब्लैक मार्केट किया जा रहा है। जिससे किसानों को खाद नहीं मिल पा रहा और उन्हें इधर उधर से महंगे दामों पर यूरिया खरीदना पड़ रहा है।
इनका कहना है…
रविवार तक पूरी सप्लाई मुख्यालय पर हो चुकी है, मुख्यालय लोकल पर अब खाद वितरण व्यवस्था समाप्त हो चुकी है तथा तहसीलों का कितना खाद रह गया, इसकी मुझे जानकारी नहीं है।
आरपी गोयल, उपसंचालक कृषि विभाग मुरैना
वेतन भुगतान के लिए कर्मचारियों ने निकाली रैली
मुरैना। दैनिक वेतनभोगी श्रमिकों का न्यूनतम वेतन 1 हजार रूपए करने को लेकर कर्मचारी संघ द्वारा सोमवार को एक रैली निकाली गई और मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष श्यामसुन्दर डण्डौतिया ने बताया कि अकुशल श्रमिक को 5939 रूपए प्रति माह, अद्र्धकुशल को 7057 एवं कुशल श्रमिक को 8435 तथा उच्च कुशल को 9735 रूपए वेतन निर्धारित किया गया है। इस वृद्धि में अकुशल श्रमिक को पूर्व में प्राप्त वेतन में मात्र 44 रूपए का अद्र्ध कुशल को 1032, कुशल श्रमिक को 2260 एवं 2360 का इजाफा हुआ है।
वैसे तो यह वृद्धि सभी श्रेणी के दैनिक वेतन भोगियों के लिए बहुत कम है, लेकिन अकुशल श्रमिक मात्र 44 रूपए की वृद्धि से इस महंगाई के युग में किस प्रकार अपना तथा परिवार का पालनपोषण करेंगे, यह विचारणीय प्रश्र है तथा किसी भी रूप से इस वृद्धि को उचित नहीं ठहराया जा सकता।
इसलिए मध्यप्रदेश शासन पुन: विचार कर कुशल श्रमिक का न्यूनतम 10 हजार, अद्र्ध कुशल का 12 हजार व कुशल का 15 हजार रूपए करे, ताकि वह अपने परिवार को पाल सकें। ज्ञापन से पूर्व कर्मचारियों ने एमएस रोड से एक रैली निकाली और मुख्यमंत्री मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया तथा एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।