- December 23, 2016
कालेधन वालों के साथ आप भी ?- शैलेश कुमार
अगर आप देश को व्यवस्थित करना चाहते है तो सबसे पहले आगे आना होगा:-आपको!
राष्ट्र का निर्माण कोई नेता या महान पुरुष नहीं करता है। नेता या महान पुरुष को राष्ट पैदा करता है, पैदा कहाँ से होता है —-राष्ट्र के सोच वाले जनसंख्या के समूह के एक परिवार से।
राष्ट्र का निर्माण एक जनसंख्या समूह से होता है। समूह के सोच ही निर्माण का आधार है। व्यवस्थित करने वाले उत्तम विचारकों का उभरना और जनसमूह द्वारा उसका समर्थन करना ही श्रेष्ठ राष्ट्र का आधार है।
आज चीन का कहना है की जब नव नियुक्त राष्ट्रपति डोनाल्ड जे० ट्रम्प मुझे अनदेखा नहीं कर सकता है तो फिर आप कैसे ?
सवाल यह है की इस शब्द को उच्चरित होने तक चीन ने कितना सफर किया है। चीन का अतीत क्या था, अमेरिका क्या था,फ़्रांस क्या था, जर्मनी क्या था, वह हमसे अर्थात इतिहास के छात्रों से अज्ञात नहीं है।
कहने का अर्थ है की आज देश नरेंद्र मोदी जैसे व्यक्ति के हाथो में है। इन महान व्यक्ति को किसने पैदा किया ? ऐसे सोच वाले सिर्फ वही क्यों है क्योंकि महान व्यक्ति का व्यक्तित्व समय के अनुसार समाज या देश के वातावरण से ग्रहण करता है क्योंकि देश में सत्तारूढ़ पार्टी अराजकताओं के रखैल बन चुका था और देश हतोत्सहित था।
जैसे खुद्दी राम बोस, भगत सिंह, आजाद चंद्रशेखर को देश के वातावरण ने पैदा किया और वे अमूल्य रत्न में परिलक्षित हो गये। इस समय देश गुलामी के जंजीर में था।
दोनों परिस्थितियों में जनता ने राख से राग तक न्यौछावर कर दिया , और पैदा किया अपने हित के लिए एक सुदृढ़ और शक्तिशाली व्यक्ति को।
जब मोदी जी प्रधानमंत्री बन चुके थे और बिहार में चुनाव चल रहा था तो उसी समय फेसबुक किंग जुकरबर्ग भारत में प्राद्योगिक क्षेत्र में निवेश खोज के लिए भ्रमण पर था। जुकरवर्ग और बिल गेट्स का कहना था –अकूत बहुमत मिलने से अगर दृढ कदम नहीं उठाते तो वह जनता के मत का दूर उपयोग ही है।
मैं यह कहना चाहता हूँ की व्यक्तित्व के धनी और साहसिक व्यक्ति मोदी द्वारा उठाये गए क़दमों को जब तक हम जनता अपना दायित्व नहीं मानेगें तब तक मोदी सफल नहीं होंगे। हमारी यह सोच की यह सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी का काम है,देश के लिए खतरनाक और घातक है।
वर्तमान में हम जब तक एक – एक-व्यक्ति काला धन रखने वालों के विरुद्ध गुप्तचरी कर प्रधानमंत्री कार्यालय को नहीं भेजेंगे तब तक हम अपनी दायित्व से गीदड़ो की तरह भागते रहेंगे। कालाधन के विरुद्ध सूचना न देने वाले भी उतने ही दोषी है जितने कालाधन रखने वाले।
देश के विरुद्ध काम करने वालों को किसी भी तरह से सहयोग नही करना चाहिये। अपने देश के विकास के लिये खुद आगे आना होगा। जाति और संबंध से उपर उठना होगा। राष्ट्र निर्माण करना है तो इसे तिलांजलि देना होगा।
हे ! देशवासी उठो! राष्ट्र के निर्माण मे लगे सरकार को साथ दो।