- March 6, 2018
कार्यो की समीक्षा बैठक–विकास कार्यों को शतप्रतिशत लागू करानें का आदेश—जिलाधिकारी श्रीमती शकुतंला गौतम ०००शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही क्षम्य नहीं–जिलाधिकारी पी0के0 पाण्डेय
अमेठी –(उत्तरप्रदेश)——- जिलाधिकारी श्रीमती शकुतंला गौतम की अध्यक्षता में कलेक्टेट सभागार में शासकीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक में जिलाधिकारी ने सभी विभागों की बिन्दुवार समीक्षा की। उन्होंने शासन की मंशा के अनुरुप विकास कार्यों को शतप्रतिशत लागू करानें का आदेश दिया है। साथ ही जन शिकायतों का निस्तारण सर्वोच्च प्राथिमिकता के आधार पर निस्तारित करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को कडी चेतवानी देते हुये कहा कि विकास कार्यों मेे तेजी लाये स्वास्थ्य विभाग में कार्यप्रणाली की समीक्षा करते हुए स्वास्थ्य विभाग में संस्थागत प्रसव में अनियमितता पाये जाने पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी मो0 आजम खान तथा गर्भवती व धात्री महिलाओं के टीकाकरण में लापरवाही करने पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी सुधीर गोयल को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिये। उन्होने सभी बीडीओ को कडी चेतावनी देते हुये कहा कि शौचालय निर्माण कार्य ठीक से करायें, साथ ही उन्होंने हैण्ड पम्प रिबोर कराने के भी निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने समाज कल्याण, उद्यान विभाग, मनरेगा, खाद्य सुरक्षा आदि सभी विभागों के कार्यों की प्रगति की बिन्दुवार समीक्षा की। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि वित्तीय वर्ष में जो बजट शासन से प्राप्त हुआ है उसका उपयोग न कर पाने की दशा में बजट शासन को कारण स्पष्ट करते हुए वापस कर दें अन्यथा सम्बन्धित अधिकारी इसके लिए स्वयं जिम्मेदार होंगे।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी राहुल सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी राजेश मोहन श्रीवास्तव, बेसिक शिक्षा अधिकारी राजकुमार पंडित, जिला पंचायत राज अधिकारी बनवारी सिंह सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
(जिला सूचना कार्यालय)
**** शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही क्षम्य नहीं -पी.के.पाण्डेय***
सहारनपुर: जिलाधिकारी पी0के0 पाण्डेय ने कहा कि शिकायतों के गुणवत्ता परक निस्तारण में समयबद्ध कार्यवाही ना करने वाले अधिकारियों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेंगी।
उन्होंने कहा कि अधिकारी शिकायतों को तथ्यों के आधार पर निस्तारित करें तथा प्रथम दृष्या किसी भी शिकायत को निरस्त नहीं किया जाना चाहिए।
श्री पाण्डेय तहसील सदर में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण समाधान दिवस पर अनुपस्थित रहने वालें अधिकारियों के वेतन की कटौती की जायेंगी।
उन्होंने कहा कि शिकायतो के निस्तारण की जिला स्तरीय माॅनीटिरिंग होगी। उन्होने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि 25 मार्च तक लक्ष्य के सापेक्ष कार्य पूर्ण कर लें।
उन्होने अतिक्रमण की शिकायत आने पर नगर निगम को निर्देश दिये कि कलेक्ट्रेट से हसनपुर चौराहे तक अतिक्रमण हटाये जाने के लिए अभियान चलाया जाना सुनिश्चित करेें। जिलाधिकारी के निर्देश पर नगर निगम के अतिक्रमण हटाओं दल ने तत्काल रेहडी, दुकान के बाहर जो अतिक्रमण करने वालें 11 दुकानदारो पर जुर्माना भी किया।
सम्पूर्ण समाधान दिवस में आये रामलाल शर्मा ने शिकायत की कि रामनगर से शेखपुर तक नाला टूटा है,
जिलाधिकारी ने विकास प्राधिकरण को निर्देशित करते हुए कहा कि जांच कर मुझे अवगत कराये। रमेशचन्द्र ग्राम घालामाजरा ने बताया कि भूमाफिया ने मेरे से मारपीट की है। जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने उन्हे आश्वासन देते हुए कहा कि आगे से ऐसा नही होगा।
उन्होने गागलहेडी थाना को निर्देशित किया कि जांच कर कार्यवाही की जाये। सम्पूर्ण समाधान दिवस पर 27 शिकायते प्राप्त हुई जिनमें नगर निगम की 06, राजस्व विभाग की 04, विद्युत विभाग की 04,विकास विभाग की 03, पुलिस विभाग की 03,शिक्षा विभाग, सहारनपुर विकास प्राधिकरण, मण्डी परिषद तथा नलकूप विभाग की एक-एक शिकायत प्राप्त हुई।
खाद्य आपूर्ति विभाग की 03 शिकायतो में से 01 शिकायत का मौके पर निस्तारण कर दिया गया।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सम्पूर्ण समाधान दिवस पर प्राप्त शिकायतों को गम्भीरता से ले। इसमें किसी भी स्तर पर कौताही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने कहा कि शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तापूर्वक और पारदर्शी ढंग से होना चाहिये।
इस अवसर पर नगर आयुक्त गौरव वर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी बी0एस0सोढी, एस0डी0एम0 सदर संगीता, परियोजना निदेशक चन्द्रशेखर, जिला विकास अधिकारी मंशाराम यादव सहित सम्बन्धित विभागो के अधिकारी उपस्थित थे।
निःषुल्क प्रषिक्षण—-
एक वर्षीय कार्यालय प्रबन्ध प्रशिक्षण कार्यक्रम में निःषुल्क प्रषिक्षण के लिए अनुसूचित जाति एवं अन्य पिछडे वर्ग के अभ्यर्थियों से प्रवेश हेतु 20 मार्च, 2018 तक आवेदन पत्र आमंत्रित किये जाते हैं।
सहायक निदेशक, क्षेत्रीय सेवायोजन, एल.सी. सिंह ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय के शिक्षण एवं मार्गदर्शन केन्द्र में संचालित प्रबन्ध प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए अनूसूचित जाति एवं पिछड़े वर्ग के अभयार्थियों को आवेदन-पत्र जमा करने की अन्तिम तिथि 20.03.2018 है।
चयनित अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण के दौरान कम्प्यूटर संचालन, सचिवीय पद्वति, सामान्य गणित तथा बहीखाता का प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी व कार्यालय का व्यावहारिक ज्ञान भी कराया जायेगा।
प्रवेष हेतु न्यूनतम शैक्षिक योग्यता इण्टरमीडिएट उत्तीर्ण एवं हाई-स्कूल में अंग्रेजी विषय होना अनिवार्य है तथा आयु 18-35 वर्ष के बीच होनी चाहिए व प्रवेश हेतु सेवायोजन कार्यालय में पंजीयन होना भी अनिवार्य है।
श्री सिंह ने बताया कि इच्छुक अभ्यर्थी कहीं शिक्षण/प्रशिक्षणरत नहीं होना चाहिए एवं वह बेरोजगार हो।
इच्छुक अभ्यर्थी अपने समस्त शैक्षिक योग्यता एंव जाति प्रमाण पत्रों की छाया प्रतियों सहित आवेदन-पत्र निर्धारित प्रारूप पर अनिवार्य रूप से शिक्षण एंव मार्गदर्षन केन्द्र क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय, सहारनपुर में जमा करा दें।
आवेदन पत्र का निर्धारित प्रारूप क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय, सहारनपुर के सूचना पट पर देखा जा सकता है।
उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति के पुरूश अभ्यर्थी को 26 मार्च तथा महिला अभ्यर्थी को 27 मार्च, 2018 को तथा अन्य पिछडे वर्ग के सभी अभ्य 27.03.2018 प्रातः 11ः00 बजे तक क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय में उपस्थित हो जायें। उन्होंने बताया कि 02 अप्रैल, 2018 से सत्र प्रारम्भ होगा।