• April 17, 2015

काडा की 35वीं बैठक : प्रभावी कार्यवाही के निर्देश- संभागीय आयुक्त औंकारसिंह

काडा की 35वीं बैठक : प्रभावी कार्यवाही के निर्देश- संभागीय आयुक्त औंकारसिंह

कोटा, 17 अप्रैल/ कोटा  – सीएडी के क्षेत्रीय विकास आयुक्त एवं संभागीय आयुक्त औंकारसिंह ने सिंचित क्षेत्र विकास प्राधिकरण की तमाम गतिविधियों को पूरी गुणवत्ता के साथ प्रभावी बनाने, समय पर कार्य संपादन और अधिकाधिक उपयोगिता पर पूरा-पूरा ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।

प्राधिकरण अध्यक्ष एवं क्षेत्रीय विकास आयुक्त औंकारसिंह ने सिंचित क्षेत्र विकास प्राधिकरण(सीएडी)  की शुक्रवार को सीएडी सभागार में 35 वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह निर्देश दिए।CADA

बैठक में बांरा के जिला प्रमुख नंदलाल सुमन, पीपल्दा के विद्याशंकर नंदवाना, सांगोद के विधायक हीरालाल नागर एवं बूंदी विधायक अशोग डोगरा, सीएडी के अतिरिक्त क्षेत्रीय विकास आयुक्त जे.सी. देसाई, जिला कलक्टर जोगाराम, चंबल परियोजना के सभापति सुनील गालव, बाँरा के अतिरिक्त जिला कलक्टर नरेश मालव, बूंदी के उपखण्ड अघिकारी रवि वर्मा एवं विभिन्न विभागीय अधिकारियों ने विचार व्यक्त किए।

       बुनियादी जरूरतों को दें प्राथमिकता

क्षेत्रीय विकास आयुक्त औंकारसिंह ने कहा कि सिंचित क्षेत्र विकास प्राधिकरण(काडा) की गतिविधियों को जन प्रतिनधियों और विशेषज्ञों तथा सभी जिम्मेदार विभागों की सहभागिता से बेहतर बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे और इसमें जमीनी हकीकत और बुनियादी आवश्यकताओं का पूरा-पूरा ध्यान रखा जाएगा।

उन्होंने नहरी तंत्र प्रबन्धन एवं इससे जुड़ी व्यवस्थाओं को मजबूती देने के लिए सभी संबंधित अधिकारियों से परस्पर समन्वय के साथ काम करने का आह्वान किया व कहा कि तकनीकि, कृषि एवं अन्य स्टाफ की कमी के बारे में राज्य सरकार को अवगत कराया गया है।

क्षेत्रीय विकास आयुक्त ने बताया कि सीएडी में पहले हुए कामों की शिकायत के लिए समिति का गठन किया गया है जो इस बारे में पूरी गंभीरता से कार्यवाही कर रही है। उन्होंने बताया कि बैठक में जन प्रतिनिधियों की ओर से प्रदत्त सुझावों पर सीएडी गंभीरता के साथ कार्यवाही करेगी।

       जनप्रतिनिधियों की राय से करें काम

उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे कामों का चयन स्थानीय जन प्रतिनिधियों व क्षेत्रीय ग्रामीणों के साथ मौका मुआयना तथा उनकी सलाह से करें और प्राथमिकता के आधार पर प्रस्ताव लें और इनमें गुणवत्ता तथा उपयोगिता का ध्यान रखा जाए। इसके साथ ही सभी प्रकार के कामों में तकनीकि अधिकारी की मौजूदगी के साथ ही निरन्तर निरीक्षण व सतत मोनिटरिंग का दौर भी जारी रहना चाहिए। जन प्रतिनिधियों से भी कहा गया कि वे सीएडी से जुड़े कार्यों की गुणवत्ता के लिए निरन्तर निरीक्षण करें और अपने सुझावों से अवगत कराएं।

       राजस्व वसूली के लिए ठोस कदम उठाने पर जोर

उन्होंने बताया कि काडा की बैठक में इस बात पर सैद्धांतिक सहमति हो गई है कि आगामी समय में अच्छी फसलों के समय नहरी पानी के शुल्क की वसूली पर सख्ती की जाएगी और केसीसी, सहकारी ऋण आदि की मंजूरी के लिए एनओसी की अनिवार्यता पर जोर दिया जाएगा।  इसी प्रकार त्वरित तौर पर बजट की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर भी विशेष आग्रह किया गया है।  जल उपयोक्ता समूहों को सुझाव दिया गया है कि वे अपने प्रस्ताव भिजवाएं ताकि इन पर विचार किया जा सके।

       जन प्रतिनिधियों ने दिए महत्त्वपूर्ण सुझाव

बांरा  जिला प्रमुख नंदलाल सुमन ने महुआ माईनर से अतिक्रमण हटाने के लिए सख्ती करने पर बल दिया और कहा कि इस दिशा में निर्णायक कार्यवाही होनी चाहिए।

विधायक विद्याशंकर नंदवाना ने सुल्तानपुर कस्बे के भीतर से गुजर रही नहर से जल फैल जाने की समस्या के निदान की आवश्यकता बताई व इसके लिए योजना बनाने को कहा।

विधायक हीरालाल नागर ने नहरी तंत्र से अवशेष जमा हो जाने वाले जल को उपयोग में लाए जाने के लिए योजना बनाने पर जोर दिया ताकि बूंद-बूंद पानी का उपयोग खेती-बाड़ी और लोक जीवन के विकास में किया जा सके।

       व्यवहारिक धरातल पर हों सारे काम

विधायकों विद्याशंकर नंदवाना एवं हीरालाल नागर ने गांवों में बरसाती पानी भर जाने की समस्या का समाधान करने तकनीकि दक्षताओं के अनुरूप ड्रैनेज सिस्टम को सुधारने, पटवारियों की पर्याप्त व्यवस्था, सीएडी तंत्र को बेहतर बनाने के लिए व्यावहारिक सोच के साथ काम करने, कठिनाइयों का समाधान कर बुनियाद मजबूत करने तथा बकाया राजस्व वसूली के लिए गंभीरतापूर्वक प्रयास करने पर जोर दिया और अधिकारियों से कहा कि वे सीएडी से संबंधित तमाम गतिविधियों में व्यावहारिक धरातल, हर मामले में गुणवत्ता तथा उपयोगिता पर विशेष ध्यान दें और इसके लिए पूरी आत्मीयता के साथ समर्पित प्रयास करें।

       एकरूपता जरूरी

बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि सीएडी में कृषि से संबंधित गतिविधियों को प्रभावी बनाने के लिए स्टाफ पैटर्न में एकरूपता लायी जाए । इसके साथ ही आबियाना शुल्क वसूली व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए रजिस्ट्री एवं स्टांप नियमों में संशोधन जैसे उपाय सुनिश्चित किए जाने जरूरी हैं।

       गत बैठक कार्यवाही का अनुमोदन

आरंभ में अतिरिक्त क्षेत्रीय विकास आयुक्त जे.सी. देसाई ने क्षेत्रीय विकास आयुक्त एवं  जन प्रतिनिधियों व अधिकारियों का स्वागत करते हुए चम्बल सिंचित क्षेत्र विकास प्राधिकरण(काडा) का एजेण्डा नोट प्रस्तुत किया और गत बैठक की कार्यवाही का अनुमोदन कराते हुए काडा की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

       अधिकारियों ने दी जानकारी

 विभिन्न अधिकारियों ने मुख्यमंत्री बजट घोषणा से संबंधित कार्यों, विभागीय उपलब्धियों, गतिविधियों व भावी योजनाओं, मुख्य नहरों एवं वितरिकाओं के जीर्णोद्धार, सिंचाई व्यवस्था व नहरों के रखरखाव, भूमि विकास, कृषि विस्तार तथा कृषि अनुसंधान कार्यक्रम आदि पर  जानकारी दी।

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