‘काटेलाल एंड सन्स्’ सोनी सब —मेघा चक्रबर्ती

‘काटेलाल एंड सन्स्’  सोनी सब —मेघा चक्रबर्ती

पेट्स को इंसानों का सबसे भरोसेमंद दोस्तन माना जाता है। जानवर आपको किसी भी दूसरे इंसान से ज्यासदा प्याबर करते हैं और उनका प्याार सच्चाो होता है। कई लोगों के लिये पेट्स उनके बच्चे और उनके परिवार का एक अभिन्नय हिस्सा होते हैं। फिलहाल सोनी सब के ‘काटेलाल एंड सन्स ‘ में नजर आ रहीं मेघा चक्रबर्ती ऐसे ही लोगों में हैं, जिन्हेंे डॉग्सल बेहद पसंद होते हैं और जो सड़कों पर रहने वाले डॉग्स को एक घर देना और उनकी देखभाल करना चाहते हैं।

हाल ही में हुई एक बातचीत में, मेघा ने डॉग्से को गोद लेने के अपने अनुभव के बारे में बात की और बताया कि वे कैसे अभी भी सड़कों पर रहने वाले डॉग्सर की देखभाल करती हैं।

डॉग्स के साथ अपने मजबूत जुड़ाव के बारे में बताते हुये मेघा चक्रबर्ती ने कहा, ”डॉग्स के साथ मेरा गहरा नाता है। हम जिस तरह से एक-दूसरे को पसंद करते हैं और समझते हैं वह अद्भुत है। कोलकाता के मेरे घर में चार डॉग्सस हैं और मैं उन्हेंं बहुत मिस करती हूं। आमतौर पर, जब मैं घर पर होती हूं, तो मैं पूरी कोशिश करती हूं कि मैं मेरा पूरा समय उनके साथ और मेरे परिवार के साथ बिताऊं। हमें लॉन्गप ड्राइव्सि पर जाना और आउटडोर गेम्सउ खेलना बहुत अच्छाे लगता है।”

डॉग्सव को गोद लेने के अपने अनुभव के बारे में बताते हुये मेघा चक्रबर्ती ने कहा, ”मैं जब भी बाहर जाती हूं, अपने साथ बिस्कुनट्स जरूर रखती हूं, ताकि मैं सड़कों पर रहने वाले डॉग्सड को खिला सकूं। मैं समय-समय पर एनिमल शेल्टनर्स को भी दान देती रहती हूं। वर्ष 2014 में, मैं जब पहली बार मुंबई आई थी, तो मैंने एक घायल स्ट्री ट डॉग को गोद लिया था। शुरूआत में, मेरे लिये एक पेट की देखभाल करना काफी मुश्किल काम था, लेकिन मैंने उसे एक अच्छाे जीवन देने के लिये अपनी तरफ से पूरी कोशिश की। आज वह कोलकाता में मेरे परिवार के साथ एक स्वॉस्था जीवन जी रही है।”

मेघा चक्रबर्ती ने आगे कहा, ”मुझे किसी पेट को गोद लेना बहुत पसंद है, लेकिन मैं अपने इमोशन्सक को कंट्रोल करती रहती हूं, क्यों्कि, मैं उन्हें उतना समय नहीं दे पाऊंगी, जितना उन्हें मिलना चाहिये। मैं अपने प्रशंसकों को सलाह देना चाहूंकि कि पेट्स को खरीदने के बजाय उन्हेंन गोद लें। यदि आप पेट्स की देखभाल कर सकते हैं, तभी उन्हेंक गोद लें। यह एक बहुत बड़ी जिम्मेंदारी है, क्योंोकि वे सिर्फ आपका मनोरंजन करने के लिये नहीं आये हैं। वे छोटे बच्चोंप की तरह होते हैं, उन्हेंम हर समय आपकी केयर की जरूरत होती है।”

कृति शर्मा
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इंदौर

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