- February 11, 2018
करनाल के नगर निगम का क्रेडिट रेटिंग
चण्डीगढ़———- अब करनाल के नगर निगम का क्रेडिट रेटिंग किया जाएगा। इसके लिए गुरूग्राम आधारित आई.सी.आर.ए. लिमिटेड, ए मूडीज़ इन्वेस्टर सर्विस कम्पनी ने अपना काम शुरू कर दिया है, जो अगले दो-तीन महीनो में पूरा होगा।
क्या है क्रेडिट रेटिंग :-
किसी भी संस्था या कॉर्पोरेट ईकाई की क्रेडिट रेटिंग उसके पिछले वर्षों के दौरान वित्तीय ऑपरेशनल यानि परिचालन प्रदर्शन के आधार पर प्रमुख बनुयादी ढांचे के प्रावधानों, वर्तमान में ऋण एवं मौजूदा परियोजनाओं तथा अनुमानित वित्तीय स्थिति के मौजूदा सर्विस स्तरों के आधार को लेकर की जाती है।
क्रेडिट रेटिंग एक ईकाई की ऋण योग्यता को समझने में मदद करती है, जिससे वह विभिन्न परियोजनाओं के लिए ऋण का लाभ उठा सकती है और अपने बांड भी जारी कर सकती है।
उन्होने बताया कि स्मार्ट सिटी के तहत क्षेत्र आधारित परियोजनाओं व पैन सिटी प्रोजेक्ट्स जैसी अन्य बड़ी परियोजनाएं शहर में शुरू होनी है।
इन परियोजनाओं के लिए केन्द्रीय और राज्यों सरकारों से अनुदान के साथ-साथ अन्य अतिरिक्त धन की आवश्यकता होगी।
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत जो परियोजनाएं क्रियान्वित होंगी, उनसे कुछ राजस्व अर्जित होने की सम्भावना भी रहेगी।
क्रेडिट रेटिंग के कार्य के बाद नगर निगम करनाल अपनी परियोजनाओं पर खर्च होने वाले कोष के लिए ऋण प्राप्त करने की सम्भावनाओं का पता लगा सकेगा। इसके अलावा अगर क्रेडिट रेटिंग अनुकूल है, तो नगर निगम करनाल बांड भी जारी कर सकते हैं।
क्रेडिट रेटिंग के पूरा होने के बाद राज्य सरकार एक सलाहकार भी नियुक्त कर सकती है, जो रेटिंग में एजेंसी द्वारा उठाए गए क्रेडिट मुद्दों को देखते हुए रेटिंग को सुधारने में सलाह दे सकते हैं।
उन्होने बताया कि गुरूग्राम और फरीदाबाद की रेटिंग के बाद अब करनाल की क्रेडिट रेटिंग होंगी।
आई.सी.आर.ए. लिमिटेड के विशलेषकों की एक टीम ने इसके सहायक उपाध्यक्ष मनीष पाठक की अगुवाही में नगर निगम करनाल का दौरा कर इस पर काम शुरू कर दिया है।
यह एजेंसी स्थानीय निकायों के क्रेडिट रेटिंग पर 16 अमृत शहरों में काम कर रहा है, जिनमें करनाल भी शामिल है।