- October 13, 2015
औषधियों की उपलब्धता की राज्य स्तरीय मॉनीटरिंग
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने समस्त मेडीकल कॉलेजों में औषधियों की उपलब्धता की राज्य स्तरीय मॉनीटरिंग के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि दवाइयों का स्टॉक, उपयोग और शेष स्थिति की जानकारी को ऑनलाइन किया जाये। ताकि किसी भी समय दवाइयों की उपलब्धता की समीक्षा राज्य-स्तर से भी की जा सके।
श्री चौहान आज यहाँ चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा, राज्यमंत्री श्री शरद जैन और मुख्य सचिव श्री अंटोनी डिसा भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि चिकित्सालयों में किसी भी स्थिति में औषधियों का अभाव नहीं होना चाहिए। इस कार्य में शिथिलता अथवा उदासनीता रखने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्हें चिन्हित कर उनके विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि कार्यों का संचालन पारदर्शी प्रक्रिया और समय सारणी बनाकर किया जाये। उन्होंने सागर मेडिकल कॉलेज के मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा किये गये निरीक्षण की जानकारी ली। बताया गया कि निरीक्षण में बताये गये सभी बिन्दु के पालन की कार्रवाई समय-सीमा में पूर्ण हो गई है। मुख्यमंत्री ने मेडिकल कॉलेजों के माध्यम से उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएँ दिये जाने की कुल 659 करोड़ रूपये की 7 परियोंजनाओं के समस्त प्रस्तावों के सतत् फॉलोअप और टाइम लाइन बनाकर कार्रवाई के निर्देश दिये।
बताया गया कि प्रदेश में नि:शुल्क दवा वितरण योजना में पिछले वित्त वर्ष में 28 करोड़ रुपये की दवाइयाँ 22 लाख 72 हजार 913 रोगी को वितरित की गई हैं। योजना में इस वर्ष अभी तक 15 करोड़ की औषधियाँ 13 लाख से अधिक रोगी को नि:शुल्क दी गई है। नि:शुल्क जाँच योजना में 63 प्रकार की जाँच नि:शुल्क की जा रही है। सितम्बर माह तक 19 लाख 55 हजार जाँच की गई हैं। जननी सुरक्षा योजना में पिछले वित्त वर्ष में 46 हजार 800 और इस वर्ष 24 हजार 200 सहित कुल 71 हजार संस्थागत प्रसव प्रदेश में हुए हैं।
चिकित्सा महाविद्यालय भोपाल में देश की दूसरी वायरालॉजी लेब की स्थापना की जा रही है। कुल 24 करोड़ की लागत से बनने वाली यह लेब इस साल के अंत तक क्रियाशील हो जायेगी। लेब में स्वाइन फ्लू, डेंगू, एच.आई.वी., जापानी इन्सेफलाइटिस, इबोला, हेपेटाइटिस आदि वॉयरसों की जाँच होगी। केंसर, हृदय, किडनी, फेफड़े, न्यूरो रोगों और बोन मेरो की जाँच की आधुनिकतम सुविधा भी भोपाल चिकित्सा महाविद्यालय में उपलब्ध हो गई है। महाविद्यालय में 7 डायलेसिस मशीन स्थापित कर दी गई हैं।
समीक्षा में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री विनोद सेमवाल, मुख्यमंत्री के सचिव श्री हरिरंजन राव, वित्त सचिव श्री अमित राठौर, संचालक चिकित्सा शिक्षा श्री पटेल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।