औरत का सम्मान — उषा गोस्वामी :: बेटियां— हिमानी दानू

औरत का सम्मान — उषा गोस्वामी  ::   बेटियां— हिमानी दानू

मेगडीस्टेट, गरुड़ (बागेश्वर,उत्तराखंड)

औरत से सम्मान मिला है।
धरती का अभिमान बढ़ा है।।

समाज ने छीना है, औरत का अधिकार।
क्यों हर बार दे औरत ही अपना बलिदान।।

उसको न समझो कमजोर।
उसकी शक्ति चारों ओर।।

बने कमिश्नर, बने गर्वनर।
औरत से जुड़ा है, उनका सम्मान।।

कभी माता तो कभी बहन ये।
हर रूप में निभाए कर्म अपना ये।।
——————————————————————
बेटियां : हिमानी दानू
कपकोट, बागेश्वर (उत्तराखंड)

जिसे जन्म लेते ही मार डाला गया।
उसे इस संसार में आने से रोका गया।

क्यों होता है अक्सर बेटियों के साथ ऐसा?
क्यों बेटियों को समझा जाता है बोझ?

क्यों उनको कोसा जाता है?
तुम तो पराए घर की हो।

कह कर सताया जाता है।।
क्यों जन्म लेते ही उसे मार डाला जाता है?

क्यों उसे बोझ समझा जाता है?
बेटियां ही तो आज है, अगर बेटी नहीं होगी?

तो कल भी नहीं होगा।।
बेटियां इस संसार की शान हैं।

अब उन्हे बचाना मेरा अभिमान है।।

(चरखा फीचर)

Related post

हमारे भारत में, लाखों लोग यहां रह रहे हैं, जिन्हें रहने का कोई अधिकार नहीं है

हमारे भारत में, लाखों लोग यहां रह रहे हैं, जिन्हें रहने का कोई अधिकार नहीं है

पीआईबी : (नई दिल्ली)  उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़  ने अवैध प्रवास पर गंभीर चिंता व्यक्त…
भाषा मानवता को समझने का एक पासपोर्ट है- श्री टिम कर्टिस, निदेशक, यूनेस्को प्रतिनिधि

भाषा मानवता को समझने का एक पासपोर्ट है- श्री टिम कर्टिस, निदेशक, यूनेस्को प्रतिनिधि

पीआईबी दिल्ली : इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) ने 21 और 22 फरवरी 2025 को…
रक्षा मंत्रालय  के साथ ₹697.35 करोड़ के अनुबंध पर हस्ताक्षर

रक्षा मंत्रालय  के साथ ₹697.35 करोड़ के अनुबंध पर हस्ताक्षर

पीआईबी( दिल्ली) — रक्षा मंत्रालय ने भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना और भारतीय नौसेना के लिए 697.35…

Leave a Reply