- December 30, 2015
एसएमएस का आकस्मिक निरीक्षण:- चिकित्सा मंत्री
जयपुर – चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़ ने मेडिकल कॉलेज से सम्बद्घ चिकित्सालयों मेंं वरिष्ठ चिकित्सकों की निर्धारित दिनों में आउटडोर में उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने मेडिकल कॉलेज प्राचार्य, अस्पताल अधीक्षक एवं अतिरिक्त व उप अधीक्षकों को नियमित रूप से आकस्मिक निरीक्षण करने एवं पायी गयी कमियों को दूर कर अस्पताल में आने वाले मरीजों के लिए समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये हैं।
श्री राठौड़ मंगलवार को सवाई मानसिंह चिकित्सालय के धनवंतरी आउटडोर का आकस्मिक निरीक्षण करने के बाद अधीक्षक कक्ष में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बिना स्वीकृत अवकाश के अनुपस्थित रहने वाले एवंं निर्धारित समय पर आउटडोर में अनुपलब्ध रहने वाले चिकित्सकों के विरूद्घ नियमानुसार सख्त कार्यवाही की जायेगी।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि प्रदेश के सबसे बड़े चिकित्सालय में विभिन्न स्थानों से रैफर होकर आने वाले मरीजों की देखभाल के लिए वरिष्ठ चिकित्सकों का आउटडोर में भी होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि मरीजों की सुविधा के लिए समस्त चिकित्सकों के कक्ष के सामने ही उनकी विभिन्न ड्यूटियों के बारे में विवरण अंकित किया जाये। उन्होंने चिकित्सालय के निर्धारित समय में घर बैठकर मरीजों के देखने वाले चिकित्सकों के विरूद्घ नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने चिकित्सकों द्वारा अपने घर पर मरीजों से ली जाने वाली निर्धारित फीस का विवरण अंकित कराने एवं निर्धारित फीस से अधिक फीस लेने वाले चिकित्सकों के विरूद्घ नियमानुसार कार्यवाही के निर्देश दिये।
श्री राठौड़ ने मेडिकल कॉलेज प्राचार्य एवं चिकित्सालय के अधीक्षक को सप्ताह में न्यूनतम एक बार आकस्मिक निरीक्षण करने एवं अतिरिक्त अधीक्षकों व उपअधीक्षकों को सप्ताह में दो-दो बार आउटडोर का आकस्मिक निरीक्षण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान पायी गयी सभी कमियों को यथाशीघ्र दूर किया जाना भी सुनिश्चित किया जाये एवं लापरवाही बतरने वाले चिकित्साकर्मियों के विरूद्घ कार्यवाही अमल में लायी जाये।
चिकित्सा मंत्री ने चिकित्सकों को निर्धारित एप्रिन पहनने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सभी चिकित्साकर्मियों का चिकित्सालय में अपनी ड्यूटी के दौरान निर्धारित यूनीफार्म में रहना अनिवार्य है। उन्होंने मरीजों के परिजनों द्वारा ट्रोली खीची जाने पर आक्रोश व्यक्त करते हुए निर्धारित यूनीफार्म में ट्रोलीमैन रखे जाने के निर्देश दिये।
श्री राठौड़ ने सवाई मानसिंह अस्पताल में भारी संख्या में आने वाले मरीजों एवं उनके परिजनों को सुगमता से नि:शुल्क दवाइयां सुलभ कराने के लिए दवा वितरण केन्द्रों की व्यवस्था को सुधारने के निर्देश दिये। इस संबंध में अधीक्षक डॉ. मानप्रकाश की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया।
चिकित्सा मंत्री ने अस्पताल परिसर की साफ-सफाई एवं साईनेज की व्यवस्था को बेहतर बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि साफ-सफाई की निगरानी व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ ही सभी साईनेज की जांच कर उन्हें स्पष्ट रूप से अंकित किया जाये। उन्होंने चिकित्सालय के टॉयलेट्स की व्यवस्था को और सुधारने पर बल दिया। सार्वजनिक निर्माण अभियंताओं को अस्पताल परिसर मेंं निर्माणाधीन स्थलों से मलबे का तुंरत हटाने के लिए कहा गया।
श्री राठौड़ ने चिकित्सालय में लीवर ट्रांसप्लांट के लिए की जा रही तैयारियों की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने इसके लिए सभी तैयारियों को अंतिम रूप देकर यथासंभव मार्च माह तक यह कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने चिकित्सालय के समस्त उपकरणों की समुचित देखभाल करने एवं खराब पड़ी कैथलेब व एक्स-रे मशीनों को तत्काल ठीक कराने के निर्देश दिये।
चिकित्सा मंत्री ने चिकित्सालय परिसर में भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत की जा रही कार्यवाही का निरीक्षण किया। उन्होंने स्वास्थ्य मार्गदर्शकों से भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के बारे में किये जा रहे प्रचार-प्रसार की जानकारी ली एवं आमजन को इस योजना के बारे स्पष्ट जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने चिकित्सालय में पात्र भर्ती मरीजों को इस योजना से जोडऩे की कार्यवाही करने के भी निर्देश दिये।
बैठक में प्राचार्य डॉ. यू.एस. अग्रवाल, संयुक्त सचिव डॉ. एस.पी.सिंह, उपसचिव श्रीमती पुष्पा सत्यानी एवं अस्पताल अधीक्षक डॉ. मानप्रकाश सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।
एस.एम.एस अस्पताल में स्थापित होगा इस्पाईनल इन्जरी सेन्टर———–जयपुर —सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. अरुण चतुर्वेदी ने बताया कि रीड की हड्डी सम्बधित विकलांगता की रोकथाम के लिए एस.एम.एस अस्पताल जयपुर में इस्पाईनल इन्जरी सेन्टर स्थापित करने के लिए भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने मंजूदी दे दी है। इसके लिए प्रथम किश्त के रूप में 50 लाख रुपये स्वीकृत किये गये है।
डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि देश में राजस्थान पहला राज्य है जिसे इस्पाईनल इन्जरी सेन्टर स्थापित करने के लिए भारत सरकार द्वारा मंजूरी मिली है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा इस्पाईनल इन्जरी सेन्टर स्थापित करने के लिए भारत सरकार को 2.33 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा था जिसे मंजूर कर लिया है।
उन्होनें बताया कि इस सेन्टर के स्थापित होने से गरीब लोगों को रीड की हड्डी सम्बधी बीमारी का नि:शुल्क इलाज उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने बताया कि इस सेन्टर में 12 बैड होंगे जिसमें 10 बैड गरीबों के लिए आरक्षित
सिरोही में ट्रोमा सेंटर,आई.सी.यू.बर्न यूनिट चिकित्सा सुविधाएं ? ? ———- जयपुर – देवस्थान गोपालन राज्य मंत्री व सिरोही जिले के प्रभारी मंत्री श्री ओटाराम देवासी मंगलवार को जयपुर में चिकित्सा मंत्री श्री राजेन्द्र सिंह राठौड़ से मिले और सिरोही के सार्वजनिक अस्पताल में नवनिर्मित ट्रोमा सेंटर,आई.सी.यू बर्न यूनिट रिहेबिलिएशन सेन्टर, प्रसूति वार्ड के शुभारम्भ करने एवं धर्मशाला के उद्घाटन आदि के बारे में चर्चा की और आमजन को हो रही परेशानियों से अवगत कराया।
प्रभारी मंत्री ने चिकित्सा मंत्री से अनुरोध किया कि सिरोही जिला चिकित्सा सुविधाओं में उपेक्षा का शिकार है। जनहित में चिकित्सा की दृष्टि से नवनिर्मित सुविधाओं को शुरू किया जाना जरूरी है। चिकित्सा मंत्री श्री राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने प्रभारी मंत्री के अनुरोध को स्वीकार करते हुए 23 जनवरी को नवनिर्मित सभी उपलब्ध सुविधाओं का शुभारम्भ करने का आश्वासन दिया है।