एशिया नेताओं और दूसरी आईएसडीआर भागीदारी की बैठक:- गृह मंत्रालय

एशिया नेताओं और दूसरी आईएसडीआर भागीदारी की बैठक:- गृह मंत्रालय
एशिया में आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए सेंडई ढांचे को लागू करने की दिशा में एशियाई नेताओं की बैठक कल शुरू होगी। एशियाई नेताओं की बैठक में चीन, इंडोनेशिया, जापान, मलेशिया, मंगोलिया, दक्षिण कोरिया और थाइलैण्ड देशों के गणमान्य व्यक्ति और वरिष्ठ मंत्री आपदा जोखिम न्यूनीकरण की संयुक्त राष्ट्र महानिदेशक की विशेष प्रतिनिधि सुश्री मारग्रेटा वालिस्ट्रॉम विभिन्न देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के शिष्टमंडल और भारत सरकार तथा राज्य सरकारों के अधिकारी भाग लेंगे।

एशियाई नेताओं की बैठक के बाद आईएसडीआर एशिया भागीदारी (आईएपी) बैठक 2015 आयोजित होगी। यह एक प्रमुख क्षेत्रीय मंच है जो आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए सैंडई ढांचे (एसएफडीआरआर) 2015-2030 को लागू करने के लिए आवश्यक परामर्श और तकनीकी सहायता उपलब्ध कराता है।

आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय तथा भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित दूसरी आईएपी बैठक एशिया में एसएफडीआर को लागू करने के लिए सामूहिक रूप से नीति दिशा निर्धारित करने पर ध्यान दिया जाएगा तथा 14 से 17 नवम्बर, 2016 तक नई दिल्ली में आयोजित किए जाने वाले सेंडई ढांचे की एशियाई क्षेत्रीय कार्यान्वयन योजना के लिए आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर एशिया मंत्री सम्मेलन (एएमसीडीआरआर) के आयोजन हेतु व्यापक तैयारी करने पर विचार किया जाएगा।

उद्घाटन सत्र के दौरान गृह राज्यमंत्री श्री किरन रिजीजू को आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए एशियाई नेता के रूप में शपथ दिलाई जाएगी। जिससे एशियाई क्षेत्र में समुदाय के लचीलेपन को समर्थ बनाने के लिए क्षेत्रीय सहयोग में मदद हेतु भारत सरकार के प्रयासों को प्रोत्साहन मिलेगा।

आईएपी सदस्य देशों के सरकार प्रतिनिधि और प्रमुख हितधारक संगठन अगले दो दिनों में क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और स्थानीय स्तर पर एसएफडीआरआर के प्रभावी कार्यान्वयन के बारे में रणनीति बनाने और विचार-विमर्श करने के लिए परामर्श की श्रंखला जारी रखेंगे। एसएफडीआरआर 2015-2030 को हयोगो फ्रेमवर्क के लिए एक उत्तराधिकारी के साधन के रूप में 18 मार्च, 2015 को सेंडई, जापान में तीसरे संयुक्त राष्ट्र विश्व सम्मेलन में अपनाया गया था।

Related post

माँ  बिंदेश्वरी पापड़ —–“जीरा पापड़”

माँ बिंदेश्वरी पापड़ —–“जीरा पापड़”

300 रूपये किलो और मशीनी स्क्रैप पापड़ 200 रूपये किलो।  कच्चा पैक  कम से कम 1 किलो…
जलवायु परिवर्तन के क्षेत्रों में खाद्य प्रणालियों को गंभीरता से लिया जाना आवश्यक

जलवायु परिवर्तन के क्षेत्रों में खाद्य प्रणालियों को गंभीरता से लिया जाना आवश्यक

Bulletin of the Atomic Scientists—————-जब हम जलवायु परिवर्तन के बारे में सोचते हैं, तो हमारे दिमाग…
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा “अत्यधिक” ऋण देने पर रोक

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा “अत्यधिक” ऋण देने पर रोक

मुंबई (रायटर) – केंद्रीय बैंक के आंकड़ों से पता चलता है कि नवंबर में भारतीय बैंकों…

Leave a Reply