• July 27, 2019

एनजीओ समाज के लिए समर्पण भाव से कार्य करें – महिला एवं बाल विकास मंत्री

एनजीओ समाज के लिए समर्पण भाव से कार्य करें  – महिला एवं बाल विकास मंत्री

जयपुर———- महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती ममता भूपेश ने कहा है कि समाज की बेहतरी के लिए समर्पणभाव से कार्य करने वाले एनजीओ की राज्य सरकार पूरी मदद करेगी। जो एनजीओ अच्छा कार्य कर रहे हैं उनको बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होेंने कहा कि एनजीओ भी पूरी ईमानदारी से अपना कार्य करें और उदाहरण पेश करें कि वे वास्तव में धरातल पर काम कर रहे हैं।

श्रीमती ममता भूपेश शनिवार को जयपुर स्थित एक होटल में महेज फाउण्डेशन तथा जस्ट स्मार्ट हेल्थ एण्ड सोशल डवलपमेन्ट फाउण्डेशन की ओर से आयोजित छटी नेशनल एनजीओ एण्ड सीएसआर समिट-2019 को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि एनजीओ गांव-ढाणी के वंचितों तक पहुंचे कल्याण कार्यक्रमों से उन्हें लाभान्वित करें साथ ही एनजीओ गांव-ढाणी के लोगों को अपने से जोड़कर उन्हें रोजगार के अवसर भी प्रदान करें।

महिला एवं बाल विकास मंत्री कहा कि इस समिट के माध्यम से भारत में एनजीओ और सीएसआर इनिशिएटिव पर वृहद स्तर पर चर्चा किया जाना एक अच्छा प्रयास है। उन्होंने कहा कि एनजीओ और सीएसआर विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न विषयों पर चर्चा किया जाना, मार्ग दर्शन दिया जाना प्रशंसनीय है।

उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि इस तरह के आयोजन होते रहना चाहिए। इससे एनजीओ के क्षेत्र में समर्पण से कार्य कर रहे लोगों को अत्यन्त उपयोगी जानकारियां मिलती है। उन्होंने कहा कि एनजीओ के क्षेत्र में अपने कार्य के माध्यम से विशेष पहचान बनाने लोगों सम्मानित किया जाना भी एक सकारात्मक पहल है।

समिट को दुबई,बैंकोक,मलेशिया,बैंगलोर,हैदराबाद के स्पीकर्स के साथ-साथ भारत के कई गणमान्य व सम्मानित स्पीकर्स के द्वारा सम्बोधित कर सीएसआर सम्बन्धित सूचनाओं का आदान प्रदान किया।

कार्यक्रम का आरंभ इस समिट की मुख्य अतिथि की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती ममता भूपेश द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया। कार्यक्रम में राजस्थानी फिल्मों के नायक श्रवण सागर की उपस्थिति रहे।

जस्ट स्मार्ट हेल्थ एण्ड सोशल डवलपमेन्ट फाउण्डेशन के प्रवक्ता श्री अजय त्रिवेदी ने बताया कि विगत चार वर्षों से संस्था सामाजिक व जन कल्याण कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भूमिका निभा रही है।

संस्था का मुख्य उद्देश्य पेपरलेस एजुकेशन को बढ़ावा देना है। ताकि पेड़ों की कटाई को रोकने के लिए जागरूकता फैलाकर विश्व पर्यावरण में संस्था अहम भूमिका निभा सके। इसके साथ-साथ संस्था का उद्देश्य यह भी है कि ग्रामीण ईलाकों के बच्चों के शैक्षणिक सुधार किया जाए।

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