- December 27, 2022
एक लाख 20 हजार नये बीपीएल राशन कार्ड :- उपायुक्त पार्थ गुप्ता
शहीद उधम सिंह नाटक के माध्यम से देश प्रेम की भावना का संदेश
सिरसा —– आजादी का अमृत महोत्सव के तहत सूचनाए जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के तत्वावधान मेें स्थानीय राजकीय नेशनल महाविद्यालय में थिएटर फॉर थिएटर ग्रुप के कलाकारों ने जलियांवाला बाग हत्याकांड और शहीद उधम सिंह के बलिदान पर आधारित शहीद उधम सिंह आजाद नाटक का मंचन किया।
कलाकारों द्वारा नाटक में किए संवाद शहीद न हिंदू होता हैए न मुसलमान होता हैए न सिख होता है और न ईसाई होता है। शहीद तो सिर्फ शहीद ही होता है। शहीद को शहीद ही रहने दोए उसकी पहचान किसी जाति व धर्म से न करोए से देश प्रेम की भावना का संदेश दिया। कार्यक्रम में अतिरिक्त उपायुक्त डाण् आनंद कुमार शर्मा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
नाटक के माध्यम से कलाकारों ने बताया कि वर्ष 1919 में जलियांवाला बाग में सैकड़ों क्रांतिकारियों ने अपना बलिदान दिया था। शहीद उधम सिंह को जलियांवाला बाग के नरसंहार का बदला लेने के लिए 21 वर्ष का इंतजार करना पड़ा और अंतत 31 मार्चए 1940 को लंदन के कॉक्सटान हॉल में जनरल ओ.डायर को गोली से मार कर उसने आत्मसमर्पण करते हुए कहा कि श्मैंने तो केवल दोषी को ही गोली मार कर बदला लिया है। यदि मेरी जगह भगत सिंह होताए तो वह जलियां वाले बाग में बिछी सभी लाशों को गिन कर और लहू तोल कर बदला लेता्य। शहीद उधम सिंह को फांसी देने से पहले जब ब्रिटिश जेलर ने उससे अंतिम ख्वाईश पूछी तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कि श्यदि अंतिम इच्छा हीए मेरी पूछते होए तो जालिमों इतना सा पक्ष लेनाए मेरे मृत देह परए नक्शा मेरे हिंदुस्तान का रख देना्य। कलाकारों ने दर्शाया कि शहीदों की बदौलत ही भारत गुलामी की जंजीरों को तोड़ कर आजाद हुआ।
कलाकारों ने संदेश दिया कि हमें अपने अमर शहीदों को कभी भी भुलना नहीं है। शहीदों ने अपना वर्तमानए अपनी आने वाली पीढियों के भविष्य के लिए कुर्बान कर दियाए ताकि हमारी आने वाली नस्लें अपने परिवारों के साथ आजादी की स्वतंत्र बहारों का आनंद लें तथा खुशी.खुशी अपना जीवन व्यतीत करें। नाटक के दौरान शहीद उधम सिंह बुत में परिवर्तित होने से पहले कहता है कि श्हम भी आराम उठा सकते थे घर पर रहकरए हमको भी पाला था मां.बाप ने दुख सहकरए वक्त ए रुखसत इतना भी ना आए कह करए अश्क गिरे जो तुम्हारी झोली में बह बह करए तिफ्फल उनको ही समझना लेना दिल बहलाने कोए हमने जब वादी ए गुरबत में कदम रखा था तो दूर तक याद ए वतन आई थी समझाने को्य। शहीद उधम सिंह के मुख से ये भी बोल निकले कि श्कोई मुझे हिंदू कहता है कोई मुसलमानए कोई सिख कोई ईसाईए ओए भगवान के लिए मुझे एक शहीद ही रहने दोए मैं हिंदुस्तानी हूं.हिंदुस्तानी और शहीदों का कोई मजहब नहीं होता्य जिस पर सभागार में उपस्थित दर्शकों ने जमकर तालियां बजाई। कलाकारों ने कहा कि इतिहास का एक पना शहीद भगत सिंह और सभी क्रंतिकारियों ने लिख दियाए इससे अगला
पनाए मेरे ये लोग लिखेंगेए मेरी ये नौजवान पीढ़ी लिखेगी।
नाटक के दौरान मां भारती की करूणा भी देखने लायक थी
अतिरिक्त उपायुक्त डाण् आनंद कुमार शर्मा ने अपने संदेश में कहा कि हमें अपने अमर शहीदों को कभी भी भूलना नहीं चाहिए। युवाओं को अमर शहीदों के जीवन व उनके बलिदान से शिक्षा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी समाज व देश की प्रगति वहां की युवा पीढ़ी की सोच पर निर्भर करती है। युवा वर्ग को चाहिए कि वे नशे आदि किसी भी तरह की बुराई से दूर रहें और समाज व देश के विकास में अपनी भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि सरकार का भी यहीं मुख्य उद्देश्य है कि युवा पीढ़ी अमर शहीदों के बलिदान को जाने। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सोच के अनुरुप इस तरह के नाटक मंचन कर युवाओं को शहीदों व महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेने के लिए जागरुक व प्रेरित किया जा रहा है।
नाटक मंचन में महिंद्र भट्टी ने उधम सिंहए ईशु बब्बर ने भारत माताए अमृत जस्सल ने लाटी भानए रविंद्र चौहान ने अराजकताए अंकुश राणा ने हिंदूए देवेंद्र सिंह ने सिखए अमन बामनिया ने ईसाईए सोनू ने मुस्लिमए राहुलए खुश सिधु व हैरी ने जनता का किरदार निभाया। लाइट व्यवस्था प्रियंका ने संभाली व संगीत परम चंदेल ने दिया। नाटक के लेखक चरण सिंह सिंदरा रहे। इस अवसर पर नाटक निर्देशक हरविंद्र सिंह भी मौजूद रहे। मंच संचालन प्रसिद्घ रंग मंच कलाकार कर्ण लडढा ने किया।
बडागुढा जन सुनवाई में आई 127 शिकायतें
उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कहा कि आमजन की समस्याओं का समाधान करना जिला प्रशासन की प्राथमिकताओं में से एक है। हर पात्र व्यक्ति को सरकार की योजनाओं का लाभ मिले और लोगों के काम निर्धारित समय सीमा में पूरे होंए इसके लिए सरकार पूरी तरह से कटिबद्ध है। इसी कड़ी में बडागुढ़ा में जन सुनवाई कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान लोगों की ओर से आई शिकायतों को संबंधित विभागों के अधिकारियों से विचार.विमर्श कर समय सीमा में समाधान करने के निर्देश दिए गए हैं।
बडागुढा में आयोजित जन सुनवाई कार्यक्रम में उपायुक्त पार्थ गुप्ता के समक्ष 127 शिकायतें आईए जोकि बिजलीए पीडब्ल्यूडीए डीएफसीए विकास एवं पंचायत सहित विभिन्न विभागों से थी। उपायुक्त ने आई शिकायतों पर संबंधित विभागों के अधिकारियों से विचार.विमर्श करते हुए समय सीमा में इनके समाधान के निर्देश दिए। आई शिकायतों को संबंधित विभागों को भेजा गया है। उपायुक्त्त ने कहा कि सभी विभागों के इन शिकायतों के समाधान की स्टेटस रिपोर्ट ली जाएगी।
उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने राशन कार्ड के संबंध में आई शिकायतों के दौरान कहा कि जिला में एक लाख 20 हजार नये बीपीएल राशन कार्ड बने हैं। सभी राशन कार्ड परिवार पहचान पत्र में इंकम के आधार पर बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी पात्र व्यक्ति का राशन कार्ड गलत इंकम के कारण कट गया है या नहीं बना हैए तो वह अपने नजदीकी सीएचसी या अटल सेवा केंद्र में इंकम की रि.वैरिफिकेशन के लिए आवेदन कर सकता हैए जिससे उसका राशन कार्ड बन जाएगा
उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कहा कि जन सुनवाई कार्यक्रम का उद्ेश्य लोगों की शिकायतों को नजदीक से जान व समझकर प्राथमिकता से समाधान करवाना है। इसके अलावा जन सुनवाई कार्यक्रम से लोगों को भी सुविधा होती हैए उनका समय व धन दोनों की बचत होती है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को भी मोटिवेशन मिलता है।
इस अवसर पर एसडीएम उदय सिंहए बीडीपीओ राज सिंहए एलडीएम सुनील कुकरेजाए समाज कल्याण अधिकारी नरेश बतरा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
सतीश बंसल पत्रकार
सिरसा हरियाणा
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