- November 8, 2017
एक डिजिटल रथ पर सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी–‘कैश लेस बनो इंडिया’
बिजनेस स्टैंडर्ड————-नोटबंदी के बाद कारोबारियों को डिजिटल भुगतान व्यवस्था से जोड़ने की कवायद चल रही है। नोटबंदी का एक वर्ष पूरा होने के मौके पर आज केंद्रीय वस्त्र एवं सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने एक डिजिटल रथ को हरी झंडी दिखाई।
यह रथ कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) व मास्टरकार्ड के संयुक्त राष्ट्रीय अभियान ‘कैश लेस बनो इंडिया’ की शुरुआत के अवसर पर रवाना किया गया। डिजिटल रथ आगामी 31 दिसंबर तक देश भर में कारोबारियों से संपर्क करेगा।
स्मृति ईरानी ने कहा कि कैट व मास्टरकार्ड का यह संयुक्त अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया अभियान की एक महत्त्वपूर्ण कड़ी बनेगा और व्यापारी वर्ग के बीच लेन-देन को और अधिक पारदर्शी बनाएगा। कारोबारी तकनीक के उपयोग से डिजिटल अर्थव्यवस्था का लाभ ले सकेंगे।
कैट के महासचिव प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि डिजिटल रथ के माध्यम से 10 लाख कारोबारियों को डिजिटल भुगतान प्रणाली से जोड़ने का लक्ष्य है। इस अभियान के अंतर्गत डिजिटल भुगतान से जुड़ने वाले कारोबारियों और डिजिटल भुगतान से लेन-देन करने वाले उपभोक्ताओं को ड्रा के माध्यम से प्रोत्साहन पुरस्कार भी दिए जाएंगे।
मास्टरकार्ड के ग्लोबल कम्युनिटी रिलेशन के कार्यकारी निदेशक रवि अरोरा ने कहा कि छोटे कारोबारी नकद आधारित अर्थव्यवस्था से नकद रहित अर्थव्यवस्था तक देश को ले जाने में एक बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। मास्टरकार्ड ने वर्ष 2020 तक भारत में 4 करोड़ लोगों को डिजिटल भुगतान से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
खंडेलवाल ने बताया कि नोटबंदी से लेकर अब तक पिछले एक वर्ष में कैट ने डिजिटल भुगतान को अपनाने के लिए लगातार बड़ी संख्या में देश भर में सेमिनार, कार्यशाला व सम्मेलन आयोजित करते हुए डिजिटल भुगतान का वातावरण तैयार किया है। डिजिटल रथ के माध्यम से अब और अधिक तेजी से कारेाबारियों को इस मुद्दे से जोड़ा जा सकेगा।