• June 15, 2018

ऊर्जा संरक्षण—एक करोड़ 53 लाख एलईडी बल्बों के वितरण से 2.48 मिलियन यूनिट बिजली की बचत -मुख्य सचिव श्री डी.बी.गुप्ता

ऊर्जा संरक्षण—एक करोड़ 53 लाख एलईडी  बल्बों के वितरण से 2.48 मिलियन यूनिट बिजली की बचत  -मुख्य सचिव श्री डी.बी.गुप्ता

जयपुर———— सीआईआई-राजस्थान, ऊर्जा विभाग, राजस्थान सरकार तथा जयपुर विद्युत वितरण निगम की सहभागिता से ऊर्जा संरक्षण और दक्षता के माध्यम से लाभप्रदता पर होटल आईटीसी राजपूताना, जयपुर में कान्फ्रेन्स का आयोजन हुआ।

कान्फ्रेन्स के उद्घाटन सत्र में मुख्य सचिव श्री डी.बी.गुप्ता ने कहा कि जलवायु परिवर्तन व ग्लोबल वार्मिंग के प्रभावों को देखते हुए ऊर्जा संरक्षण व दक्षता के लिए जागरुकता बढाने के लिए लगातार प्रयास किए जाने चाहिए। इसके लिए राष्ट्रीय स्तर व राज्य स्तर पर लगातार प्रयास किए जा रहे है।

एनर्जी आडिट के माध्यम से ऊर्जा बचत व उजाला कार्यक्रम के तहत एलईडी बल्ब का वितरण किया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत एक करोड़ 53 लाख बल्बों का वितरण किया जा चुका है। इससे 2.48 मिलियन यूनिट बिजली की बचत हुई है।

ऊर्जा विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री संजय मल्होत्रा ने अपने उदबोधन में कहा कि ऊर्जा संरक्षण को बढावा देने के लिए उजाला योजना के साथ ही केन्द्र व राज्य सरकार की कई योजनाएं चल रही है।

ऊर्जा उपभोग कम करने व ऊर्जा दक्षता को बढाने के लिए विभाग विभिन्न उपाय कर रहा है। सामूहिक प्रयासों से ट्रांसमिशन लॉस 4.11 प्रतिशत से कम करके 3.42 प्रतिशत लाए गए है और इससे 52 करोड़ यूनिट््स की बचत के साथ ही 28 करोड़ रुपए की बचत हुई है।

उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि पहली बार डिस्कॉम्स के लॉस 20 प्रतिशत से नीचे आए है, जिससे प्रति यूनिट लॉस 3.65 रुपए से कम होकर 50 पैसे प्रति यूनिट रह गए हैं। इसका सबसे अधिक फायदा उपभोक्ताओं को होगा तथा ढाई साल तक बिजली की दरें नही बढेगी।

जयपुर विद्युत वितरण निगम के प्रबन्ध निदेशक श्री आर.जी.गुप्ता ने कहा कि ऊर्जा संरक्षण और दक्षता के माध्यम से गी्रन हाउस के प्रभाव को कम किया जा सकता है। यह बहुत स्ट्रोंग टूल है।

ऊर्जा संरक्षण के द्वारा विभिन्न श्रेणियों के उपभोक्ताओं को बिजली दरों में दिए जा रहे अनुदान के भार को कम किया जा सकता है। इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को इसमें अपना योगदान दिया जाना चाहिए।

यह राष्ट्रीय सेवा है और इसके लिए घर में या अन्य सार्वजनिक स्थानों बिजली व्यर्थ नही होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि डिस्कॉम के लॉस कम करने के लिए राज्य सरकार द्वारा शुरु किए गए मुख्यमंत्री विद्युत सुधार अभियान के तहत विद्युत निगमों में चलाए जा रहे लॉस रिडक्सन प्रोग्राम के सकारात्मक परिणाम आ रहे है और डिस्कॉम का लॉस 2017-18 में 19.70 प्रतिशत रहा है और 2018-19 में 15 प्रतिशत के स्तर पर लाने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

कान्फ्रेन्स में लगभग 300 डेलीगेटस उपस्थित रहे। सीक्योर मीटर लि0 के सीईओ श्री सुकेत सिंघल, सीआईआई के सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स के प्रमुख श्री एस. रघुपती व जेकसन ग्रुप के सीएमडी श्री समीर गुप्ता ने भी ऊर्जा संरक्षण और दक्षता के बारे में अपने अनुभव व विचारों से अवगत कराया।

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