• December 13, 2014

उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुरूप पाठ्यक्रम विकसित किए जाएं -तकनीकी शिक्षा मंत्री

उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुरूप पाठ्यक्रम विकसित किए जाएं  -तकनीकी शिक्षा मंत्री

जयपुर – तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री कालीचरण सराफ ने तकनीकी शिक्षण संस्थानों में प्रदेश की उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुरूप पाठ्यक्रम विकसित किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों में शीघ्रातीशीघ्र माईनिंग और पैट्रोलियम विषयों में पाठ्यक्रम प्रारंभ किए जाएं। इससे प्रदेश के खनन और पैट्रोलियम क्षेत्रों में बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार प्राप्त हो सकेगा। उन्होंने तकनीकी शिक्षण संस्थाओं में रिक्त पड़े पदों को भी त्वरित भरने की कार्यवाही किए जाने के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए।

श्री सराफ शुक्रवार को शिक्षा संकुल सभागार में तकनीकी शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इंजीनियरिंग महाविद्यालयों के प्राचार्यो के रिक्त पड़े पदों को हर हाल में 31 जनवरी तक भरे जाने की कार्यवाही विभागीय स्तर पर सुनिश्चित किए जाने के निर्देश भी बैठक में दिए। साथ ही उन्होंने इंजीनियरिंग महाविद्यालयों के रिक्त पड़े दूसरे शैक्षणिक एवं अशैक्षणिक पदों की भर्ती भी अविलम्ब करने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि दूरस्थ तकनीकी शिक्षण संस्थानों में नियुक्तियां करते समय स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दी जाए ताकि शिक्षण में किसी स्तर पर बाद में बाधा उत्पन्न नहीं हो। उन्होंने रिक्त पदों की भर्ती के अंतर्गत एआईसीटीई के निर्धारित नियमों की पालना के साथ ही पूर्ण पारदर्शिता रखते हुए नियुक्तियां दिए जाने पर जोर दिया। उन्होंने अनुकम्पा नियुक्तियां के लम्बित पड़े प्रकरणों पर भी त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश अधिकारियेां केा दिए।

तकनीकी शिक्षा मंत्री ने तकनीकी शिक्षण संस्थाओं को छात्र हितों को ध्यान में रखते हुए कोर्स निर्धारित समय पर ही पूरा कराने और परीक्षाएं समय पर कराए जाने की भी हिदायत दी। उन्होंने कहा कि तकनीकी शिक्षण संस्थानों में ‘प्लेसमेंट ऑफिसर’ की नियुक्तियां की जाए ताकि वहां से निकलने वाले विद्यार्थियों को रोजगार मिलने में वह मदद कर सके।

श्री सराफ ने बताया कि प्रदेश में स्कील डवलपमेंट के लिए जयपुर में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की जाएगी। इसके अंतर्गत युवाओं को वैश्विक आवश्यकताओं के अनुरूप विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में दक्ष किया जाएगा। उन्होंने कोटा स्थित तकनीकी विश्वविद्यालय से संबंधित समस्याओं का भी समयबद्घ निराकरण कराने के निर्देश दिए।

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