उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की वस्तु-स्थिति

उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की वस्तु-स्थिति
राजमार्ग मंत्रालय———– ( पेसूका )————–उत्तर प्रदेश राज्य में 8483 किलोमीटर की कुल लंबाई वाले 60 राष्ट्रीय राजमार्ग हैं, जिसमें से 4529 किलोमीटर की जिम्‍मेदारी एनएचएआई के पास और 3143 किलोमीटर की जिम्‍मेदारी राज्य के लोक निर्माण विभाग के पास है। 811 किलोमीटर की कुल लम्‍बाई वाले 10 राष्‍ट्रीय राजमार्गों के लिए अनापत्ति पत्र का अभी इंतजार किया जा रहा है।

पिछले दो वर्षों के दौरान 6218 करोड़ रुपये की लागत के साथ 865 किलोमीटर की कुल लम्‍बाई वाली 8 प्रमुख परियोजनाएं पूरी हुईं।

19436 करोड़ रुपये की कुल परियोजना लागत के साथ 2156 किलोमीटर की कुल लंबाई वाली 31 प्रमुख परियोजनाओं का निर्माण कार्य अभी जारी है।

वर्ष 2014-15 और वर्ष 2015-16 के दौरान 24 प्रमुख परियोजनाओं के ठेके दिए गए, जिनकी कुल लम्‍बाई 1293 किलोमीटर और कुल परियोजना लागत 16,949 करोड़ रुपये है।

अगले 12 महीनों के दौरान 6790 करोड़ रुपये की परियोजना लागत के साथ 840 किलोमीटर की कुल लम्‍बाई वाली 15 परियोजनाओं के ठेके दिए जाने की संभावना है।

400 किलोमीटर की लम्‍बाई वाले राष्‍ट्रीय राजामार्गों की विस्‍तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की जा रही हैं और अगले दो वर्षों के दौरान तकरीबन 14,000 करोड़ रुपये की लागत के साथ उनके सिविल निर्माण कार्यों के ठेके दिए जाने की संभावना है।

सीआरएफ और आईएससी योजनाओं के तहत वर्ष 2015-16 और वर्ष 2016-।7 के दौरान 3035 करोड़ रुपये की लागत वाली 79 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है।

उत्‍तर प्रदेश में 811 किलोमीटर की लम्‍बाई वाले 10 नये राष्‍ट्रीय राजमार्गों की घोषणा की गई है (मंत्रालय द्वारा डीपीआर आमंत्रित की गई है)।

2591 किलोमीटर की लम्‍बाई वाले 35 राष्‍ट्रीय राजमार्गों को सैद्धांतिक मंजूरी दी गई है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय इन राष्‍ट्रीय राजमार्गों को विकसित करने के लिए तकरीबन 25,910 करोड़ रुपये निवेश करेगा, जो डीपीआर के परिणाम/राज्‍य सरकार की ओर से एनओसी की प्राप्ति पर निर्भर करेगा।

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय कुल मिलाकर एनएचएआई और राज्‍य के लोक निर्माण विभाग के जरिए अगले दो वर्षों के दौरान राज्‍य में तकरीबन 74,794 करोड़ रुपयेनिवेश करेगा।

 

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