उत्तराखंड के सभी जिलों में भूकंप की तैयारियों का जायजा लेने के लिए दो नकली अभ्यास

उत्तराखंड के सभी जिलों में भूकंप की तैयारियों का जायजा लेने के लिए दो नकली अभ्यास

पेसूका—————-राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) इस सप्ताह उत्तराखंड के सभी जिलों में भूकंप की तैयारियों का जायजा लेने के लिए दो नकली अभ्यासों का आयोजन करेगा। ये अभ्यास राज्य सरकार के सहयोग से आयोजित किये जायेंगे जिनमें उच्च तीव्रता के भूकंप की स्थिति में विभिन्न हितधारक विभागों की तैयारियों की समीक्षा की जाएगी।

पहला अभ्यास कल देहरादून, टिहरी गढ़वाल, हरिद्वार, उत्तरकाशी, चमोली, पौड़ी गढ़वाल और रुद्रप्रयाग जिलों में आयोजित किया जाएगा। इस संबंध में आज वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक समन्वय सम्मेलन और एक टेबल टॉप अभ्यास आयोजित किया गया। तैयारी संबंधी इन बैठकों में एनडीआरएफ, स्वास्थ्य, पुलिस, शिक्षा, अग्निशमन, सिविल डिफेंस, जन संपर्क, परिवहन, आदि के सभी हितधारक विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। अगला समन्वय सम्मेलन और एक टेबल टॉप अभ्यास बुधवार को आयोजित किया जाएगा। इसके बाद गुरुवार को पिथौरागढ़, बागेश्वर, चंपावत, अल्मोड़ा, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर जिलों में दूसरा नकली अभ्यास आयोजित किया जाएगा।

इन अभ्यासों में भूकंप के नकली परिदृश्यों से निपटा जाएगा। जिसके लिए प्रतिभागियों को दुर्घटना मोचन दलों, आपातकालीन ऑपरेशन सेंटर (ईओसी) के गठन, विभिन्न प्रतिभागी एजेंसियों में तालमेल, फंसे हुए व्यक्तियों को निकालना और चिकित्सीय तैयारी जैसे आपदा प्रबंधन के महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा

मुख्य हितधारकों की तैयारियों और प्रतिक्रिया तंत्र बढ़ाने के उद्देश्य से यह अभ्यास उन क्षेत्रों का भी पता लगाने में मदद करेंगे जहां सुधार करने की जरूरत है। इन अभ्यासों का नेतृत्व करने वाले एनडीएमए के विशेषज्ञ मेजर जनरल वी. के. दत्ता (सेवानिवृत्त) ने कहा कि इन नकली अभ्यासों से अंतराल को भरने और बेहतर संचार कायम करने में सहायता मिलेगी। इस प्रकार जीवन की वास्तविक स्थितियों में विभिन्न एजेंसियों के मध्य तालमेल सुधारने में मदद मिलेगी।

उन्होंने उत्तराखंड में ऐसे अभ्यास नियमित रूप से आयोजित करने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि पूरा पहाड़ी राज्य भूकंपीय जोन 5 या 4 के अंतर्गत आता है और इसने अतीत में कई उच्च तीव्रता वाले भूकंपों को झेला है। अभ्यास के बाद, अभ्यास की कमियों, चुनौतियों और सुधार के तरीकों के बारे में विश्लेषण किया जाएगा।

एनडीएमए विभिन्न आपदाओं के लिए तैयारी और प्रतिक्रिया तंत्रों में सुधार लाने के अपने प्रयासों के रूप में पूरे देश में ऐसे नकली अभ्यास नियमित रूप से आयोजित करता है। एनडीएमए ने विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 500 से अधिक नकली अभ्यासों का आयोजन किया है। अगले महीने यह पुडुचेरी में बाढ़ और सुनामी की तैयारियों पर एक नकली अभ्यास का आयोजन करेगा।

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