इन्वेस्टर मीट : निवेश करने में रुचि जाहिर

इन्वेस्टर मीट : निवेश करने में रुचि जाहिर

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में उद्योगों की स्थापना के लिए अच्छा माहौल है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले वर्षों में हुई इन्वेस्टर मीट से अब देश के प्रसिद्ध औद्योगिक घरानों ने राज्य में निवेश करने में रुचि जाहिर की है और उनके द्वारा बड़ी औद्योगिक इकाइयाँ स्थापित की जा रही है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज धार जिले के नवीन औद्योगिक क्षेत्र उज्जैनी में वैकमेट इंडिया लिमिटेड कंपनी की नई यूनिट की आधारशिला रख रहे थे। कंपनी द्वारा इस यूनिट पर 1580 करोड़ का निवेश किया जायेगा। कंपनी के शुरू होने के बाद इस यूनिट में लगभग 8000 लोगों को रोजगार मिलेगा। तीन चरण में बनने वाली इस यूनिट का पहला चरण जनवरी 2017 तक पूर्ण हो जाएगा। तीन चरण को पूरा होने में 5 साल का समय लगेगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि खेती हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है, किन्तु खेती के साथ-साथ उद्योग भी जरूरी है। नौजवानों को उद्योग से ही रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि उनका सपना भी और संकल्प भी है कि प्रदेश के नौजवानों को प्रदेश में ही रोजगार मिले। श्री चौहान ने कहा कि वैकमेट कंपनी द्वारा जो यूनिट स्थापित की जा रही है, वह इस बात का प्रमाण है कि बड़े उद्योग प्रदेश में आ रहे हैं।

उन्होंने बताया कि जापान यात्रा में वहाँ के उद्योगपतियों ने जापानी टाउनशिप के लिए इच्छा जाहिर की है। इसके लिये पीथमपुर में जमीन उपलब्ध करवाये जाने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री ने वैकमेट कंपनी के प्रतिनिधियों से कहा कि वे स्थानीय लोगों को रोजगार दें।

जब तक यूनिट का निर्माण हो रहा है, इस दौरान कंपनी द्वारा जरूरत के मुताबिक कौशल प्रशिक्षण देकर नौजवानों को रोजगार के लिए तैयार किया जा सकता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विधायक श्रीमती नीना-विक्रम वर्मा के ज्ञापन में रखी गई माँगों के संबंध में कहा कि टोलों-मजरों को राजस्व ग्राम में बदलने कार्यवाही की जायेगी। पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री विक्रम वर्मा ने भी सम्बोधित किया।

65 एकड़ में स्थापित होगी यूनिट

एमडी एवं चेयरमेन श्री दिनेश चन्द्र अग्रवाल ने बताया कि कंपनी सन् 1993 से पॉलिएस्टर एवं बीओपीपी फिल्म बनाने का काम कर रही है। कंपनी की वर्तमान में मथुरा के पास छाता में चार यूनिट है। पाँचवीं यूनिट उज्जैनी में स्थापित की जा रही है। यूनिट में बीओपीपी फिल्म का निर्माण किया जाएगा, जिसका उपयोग फूड पेकेजिंग, इंडस्ट्रियल पेकिंग, लेबलिंग और इलेक्ट्रिकल इंसुलेशन के लिए होता है। उन्होंने कहा कि कंपनी वर्तमान में लगभग 80 देशों को फिल्म निर्यात कर रही है।

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