आशीर्वाद यात्रा में मुख्यमंत्री पर पत्थरबाजी

आशीर्वाद  यात्रा  में मुख्यमंत्री  पर पत्थरबाजी

सीधी——- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कल जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान पटपरा में तथाकथित पत्थर फेंकने की घटना पर थाना कमर्जी में अपराध क्रमांक 187/18 में 9 लोगों के विरुद्ध भा. दं. सं. की धारा 147, 149, 355, 153 ए, 336, 427 के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।

पुलिस द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि कल दिनांक 2 सितंबर को यात्रा में व्यवधान उत्पन्न करने की नीयत से कुछ असामाजिक तत्वों ने काले कपड़े दिखाने के साथ पत्थर फेंका गया, जिसके कारण यात्रा रथ का शीशा चटक गया।
मुखबिर की सूचना पर संदेही लिम्पू सिंह उर्फ चरण सिंह चौहान से पूंछ तांछ में घटना कारित करना स्वीकार करते हुये अन्य व्यक्तियों की संलिप्तता बताई।

चरण सिंह के बयान के आधार पर राम भिलाष पटेल बरगवां, पंकज सिंह चौहान, गौरव सिंह, रोशन सिंह, सौरव द्विवेदी, शिवेंद्र सिंह, सौरव सिंह, संजय सिंह एवं चरण सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

चुरहट में आशीर्वाद यात्रा में शांति भंग के आरोप में भी 23 लोगों के खिलाफ दं. प्र. सं. की धारा 151 के तहत कार्यवाही करते हुये जेल भेज दिया गया है।

इसी प्रकार सीधी जिले में यात्रा की आखिरी मंचीय सभा पूजा पार्क सीधी में भी विरोध प्रदर्शन हुआ। कोतवाली सीधी में करणी सेना के प्रमोद सिंह परिहार, संयुक्त समाजवादी पार्टी के मृत्युंजय मिश्रा, आरक्षण विरोधी मोर्चा प्रमुख संजय मिश्रा के विरुद्ध भी धारा 353, 186, 294/34 का मामला दर्ज किया गया है।

कल सम्पन्न हुई मुख्यमंत्री की जन दर्शन यात्रा में उन्हें मायापुर, अमिलिया, पटपरा, चुरहट, सेमरिया व जिला मुख्यालय में आयोजित मंचीय व रथ सभाओं में विरोध का सामना करना पड़ा है।

चुरहट विधान सभा में कांग्रेस के मीडिया सोमेश्वर सिंह ने कहाकि मुख्य मंत्री ने 13 साल के कार्यकाल में सीधी-सिंगरौली जिले की घोर उपेक्षा की है | यदि ऐसा न होता तो उन्हें हर जगह विरोध का सामना नहीं करना पड़ता | अपनी झेंप मिटाने के लिये उन्होंने अनर्गल प्रलाप शुरू किया है | चुरहट में शालीनता का पाठ पढ़ाया जाता है, उसी के अनुरूप आचरण व राजनीति की जाती है |

प्रतिशोध का यहाँ कोई स्थान नहीं है | लेकिन लोकसभा उपचुनाव में तमाम हथकंडे अपनाने के बावजूद महज डेढ़ हजार वोटों से पराजित होने वाले मुख्यमंत्री को यह पराजय कभी स्वीकार नहीं हुई | चुरहट उनकी आंख में किरकिरी की तरह चुभता है, इसीलिये तथाकथित पत्थरबाजी का सहारा ले रहे हैं |

यदि इस तरह की कोई वारदात हुई है तो जिले का प्रशासन क्या कर रहा था ? जो जिला प्रशासन मुख्यमंत्री की सुरक्षा नहीं कर सकता, उसे सीधी जिले में रहने का कोई अधिकार नहीं है | मुख्यमंत्री को चाहिये कि आम लोगों पर कार्यवाही के पूर्व वह अपने प्रशासन की सर्जरी करें |

विजय सिंह
सीधी

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