- March 18, 2016
आवश्यक दिशा-निर्देश: सड़कों पर नाके और रात्रि गश्त निरंतर जारी :- आईजी ए.एस.चावला
झज्जर, 18 मार्च झज्जर जिले के लोगों की सुरक्षा पुलिस प्रशासन का दायित्व है और किसी भी रूप से जिले की अशांति भंग करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। जिले की सभी सड़कों पर नाके लगाए गए हैं और रात्रि गश्त भी निरंतर जारी है।
पुलिस विभाग की ओर से झज्जर में नियुक्त किए गए नोडल अधिकारी ए.एस.चावला आईजी, उपायुक्त अनिता यादव व एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा ने संयुक्त रूप से पैट्रोलिंग करते हुए जिलावासियों को पूर्ण रूप से सुरक्षा दिए जाने का भरोसा दिलाया।
देर रात्रि तक चला पेट्रोलिंग का सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रहा। शुक्रवार की सुबह पुलिस प्रशासन की टीम ने गांव दूबलधन व अन्य क्षेत्रों का भी दौरा किया।
पुलिस प्रशासन की ओर से संयुक्त रूप से की गई पैट्रोलिंग के दौरान आईजी ए.एस.चावला ने जिले के नाकों का मुआयना करते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि कानून हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है और यदि कोई शरारती तत्व इस प्रकार की अवांछनीय गतिविधियों में संलिप्त मिलता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस प्रशासन की टीम ने देर रात झज्जर शहर के सिलानी गेट, दिल्ली गेट क्षेत्र से मेन बाजार, अंबेडकर चौक, यादव धर्मशाला रोड, छावनी मौहल्ला, कोसली रोड, जहांआरा बाग स्टेडियम मार्ग, बस स्टेंड रोड, कच्चा बेरी रोड, छारा चुंगी, सांपला रोड, डाइवर्सन रोड सहित अन्य नाकों का मुआयना करते हुए स्थिति का जायजा लिया।
उपायुक्त अनिता यादव ने बताया कि बीते दिनों हुए उपद्रव से जिले की शांति व्यवस्था भंग हुई थी किंतु अब इस प्रकार की अप्रिय घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सजग है। किसी भी रूप से शांति भंग करने वालों पर खुफिया विभाग की ओर से भी पैनी नजर रखी जा रही है और तनवापूर्ण माहौल पैदा न हो इसके लिए पर्याप्त प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने बताया कि जिले में शांति व्यवस्था कायम रहे और अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं जिन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा कानून(रासुका)के तहत संपूर्ण अधिकार कार्रवाई के लिए दिए गए हैं।
एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा ने बताया कि जिले के तीनों उपमंडल में पुलिस की ओर से सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। नाके लगाकर संदिग्ध लोगों पर नजर रखी जा रही है और किसी भी रूप से सुरक्षा की दृष्टि से चूक न हो इसके लिए संबंधित पुलिस अधिकारियों को ठोस निर्देश दिए गए हैं।
इस मौके पर एडीसी नरेश नरवाल, एसडीएम झज्जर पंकज सेतिया, सीटीएम संजय राय, डीडीपीओ विशाल कुमार, डीआईपीआरओ नीरज कुमार, डीएसपी राजीव सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण व पुलिस व अर्धसैनिक बलों की टुकड़ी साथ रही।
दुर्घटना क्षतिपूर्ति के लिए कानूनी बिंदुओं का ध्यान ———————- जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी रोहित वाट्स ने कहा कि दुर्घटना की स्थिति में क्षतिपूर्ति के लिए महत्वपूर्ण कानूनी बिंदुओं का पालन करना चाहिए। कई बार लापरवाही के चलते पीडि़त दावा से भी वंचित रह सकते हैं।
श्री वाट्स ने बताया कि किसी भी वाहन दुर्घटना की स्थिति में सबसे पहले संबंधित थाने में रिपोर्ट दर्ज करानी चाहिए। संबंधित थाना प्रभारी की जिम्मेवारी होती है कि प्रथम सूचना रिपोर्ट(एफआईआर) दर्ज कर उसकी रिपोर्ट 30 दिन के अंदर दुर्घटना सूचना रिपोर्ट मोटर एक्सीडेंट क्लेम ट्रिब्यूनल में जमा कराए।
दुर्घटना सूचना रिपोर्ट की जानकारी देते हुए सचिव ने बताया कि रिपोर्ट में एफआईआर की सत्यापित प्रति, दुर्घटनास्थल के नक्शे की सत्यापित प्रति, दुर्घटनास्थल के फोटो, संबंधित वाहन चालक का ड्राइविंग लाइसेंस, संबंधित वाहन की इंश्योरेंस पॉलिसी, मृत्यु की स्थिति में पोस्टमार्टम रिपोर्ट अथवा घायल होने का प्रमाण पत्र, घायल का नाम व पता तथा मृत्यु की स्थिति में मृतक आश्रित परिवार के सदस्यों के नाम व पता शामिल है।
मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी ने बताया कि दुर्घटना सूचना रिपोर्ट मोटर एक्सीडेंट व्हीकल एक्ट की धारा 166(4) के अनुसार क्लेम ट्रिब्यूनल के रूप में मोटर एक्सीडेंट क्लेम ट्रिब्यूनल द्वारा स्वीकार होगी। किसी भी प्रकार की सूचना या सहायता के लिए प्राधिकरण के टोल फ्री नंबर 18001802057 अथवा जिला मुख्यालय पर स्थित एडीआर सेंटर से संपर्क किया जा सकता है।
संविधान के दायरे में रहकर बनाए अमन-चैन —————————-झज्जर जिले में हालात सामान्य है और इस स्थिति को बिगडऩे से रोकना हम सब की जिम्मेवारी है। इलाके में भाईचारा व शांति व्यवस्था बनाए रखने में जिला प्रशासन को जिलावासियों से बड़ी उम्मींद है। यह बात अतिरिक्त उपायुक्त नरेश नरवाल ने बेरी उपमण्डल में आयोजित सदभावना सभा के दौरान अपने संबोधन में कही।
बीडीपीओ कार्यालय स्थित हॉल में उपमण्डल के सभी गांवों से नंबरदार, पंचायत समिति सदस्य व अन्य गणमान्य व्यक्ति सदभावना सभा में पहुंचे। इसके उपरांत अतिरिक्त उपायुक्त ने मातनहेल व साल्हावस खण्ड के नंबरदारों व पंचायत समिति सदस्यों से मुलाकात कर शांति बनाए रखने की अपील की।
एडीसी आफिस में स्थापित हुआ कंट्रोल रूम—————— अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि नंबरदार व पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि इलाके में भाईचारा व शांति बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन को सहयोग करें ताकि बीते दिनों हुए उपद्रव की स्थिति दोबारा न बने। अपने आस-पास के क्षेत्र में किसी भी अप्रिय स्थिति को उत्पन्न न होने दे अगर कोई किसी को उकसाता है तो उसके पास पहुंच कर समझाएं और किसी प्रकार की अफवाह को फैलने न दे। उन्होंने कहा कि अगर किसी प्रकार की भड़काऊ बात मिले तो उसकी सूचना तुंरत उपमण्डल अधिकारी (ना) कार्यालय या जिला मुख्यालय पर उनके कार्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम में 24 घण्टे दूरभाष नंबर 01251-252442 व 252742 पर सूचना दी जा सकती है।
आरक्षण का मसौदा अंतिम चरण में————— श्री नरवाल ने कहा कि झज्जर व आस-पास के इलाके के भाईचारा की सदैव मिसाल दी जाती थी लेकिन बीते दिनों हुए उपद्रव से इस इलाके की पहचान को ठेस लगी है। भाईचारा व सामाजिक सौहार्द बनाए रखने के लिए हम सभी को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि आरक्षण की मांग को पूरा करने के लिए हरियाणा सरकार की ओर से राजनीतिक व प्रशासनिक स्तर पर प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आरक्षण के मसौदे को बेहतर बनाने के लिए सामाजिक स्तर पर प्रतिनिधियों से सुझाव मांगे गए है। उन्होंने कहा कि ऐसे में संविधान के दायरे में रहते हुए अपने इलाके में अमन-चैन बनाए रखे।
उपद्रवियों से निपटने में सक्षम है प्रशासन—————————– बेरी के उपमण्डल अधिकारी (ना.) अजय मलिक ने कहा कि धर्म नगरी बेरी व आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों को ऐसे वक्त में संवेदनशील रहना चाहिए। इलाके की शांति के लिए सभी वर्गों को मिलकर सामूहिक प्रयास करना होगा। उन्होंने बताया कि उपद्रव की स्थिति को पैदा होने से रोकने के लिए हम सभी को मिल जुलकर रहना होगा। इलाके में शांति व्यवस्था बनाने के लिए पर्याप्त में पुलिस व केंद्रीय बल उपलब्ध है।सभी बैठकों में नंबरदारों व पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने प्रशासन को विश्वास दिलाया कि उनके क्षेत्र में किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति नहीं पैदा होने दी जाएगी। कोई गड़बड़ी का प्रयास करता मिला तो उसकी सूचना तुरंत प्रशासन को दी जाएगी।
इस अवसर पर आरटीए सचिव विक्रम मलिक, बीडीपीओ इकबाल राठी, तहसीलदार कनब लाकड़ा, सहायक सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी बिजेंद्र कुमार, सहायक सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी झज्जर दिनेश कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।