- July 17, 2015
आरोग्य राजस्थान अभियान-2015: आशा सहयोगिनियों की अहम् भूमिका
जयपुर – चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़ ने कहा है कि आरोग्य राजस्थान अभियान की प्रभावी क्रियान्विती में आशा सहयोगिनियों की अहम् भूमिका है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत् प्रदेश में कार्यरत 46 हजार से अधिक आशा सहयोगिनियों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर ई-हैल्थ कार्ड बनाने के लिए सर्वेक्षण भरवाये जायेंगे।
श्री राठौड़ ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को प्रदेश की सभी आशा सहयोगिनियों को अगस्त माह से प्रारंभ होने वाले आरोग्य राजस्थान अभियान के बारे में समस्त गतिविधियों एवं कार्याें की व्यापक जानकारी देकर उन्हें प्रशिक्षित करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान भरे गये प्रत्येक व्यक्ति के सर्वेक्षण फार्म के आधार पर डेटाबेस तैयार किया जायेगा एवं इस डेटाबेस के आधार पर निशुल्क जांच व उपचार शिविरों का दिसम्बर से मार्च माह के दौरान आयोजन किया जायेगा।
राज्यस्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला
मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन श्री नवीन जैन की अध्यक्षता में गुरूवार को प्रात:10 बजे पंचायती राज संस्थान के सभागार में ”आरोग्य राजस्थान अभियान में आशा स्वास्थ्यकार्मिकों की भूमिका” विषय पर राज्यस्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजित की गयी। कार्यशाला में प्रत्येक जिले से ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक, ब्लॉक आशा हैल्थ फैसिलिटेटर, एक एएनएम एवं तीन आशासहयोगिनियों को अभियान के महत्व एवं आशासहयोगिनियों की भूमिका के बारे में विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया।
श्री जैन ने बताया कि आगामी आरोग्य राजस्थान अभियान की गतिविधियों की विस्तृत जानकारी आशासहयोगिनियों को विशेष प्रशिक्षण एवं फील्ड सर्वेक्षण अभ्यास कार्यक्रम के माध्यम से दी जायेगी। उन्होंने आशासहयोगिनियों को गर्भवती महिलाओं यथाशीघ्र ममता कार्ड बनवाने, समयबद्घ प्रसवपूर्व जांचे, प्रसव पश्चात् जांचे, संस्थागत प्रसव की सुनिश्चित्ता, कुपोषण बच्चों की पहचान व उनका उपचार सुनिश्चित करने, जनसमुदाय में निशुल्क जननी एक्सप्रेस 104 व आपातकालीन 108 परिवहन, टीकाकरण सेवाओं का लाभ कटिबद्घ होकर पहुंचाने में विशेष सक्रियता बरतने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि आशासाफ्ट के माध्यम से आशासहयोगिनियों की प्रेरक राशि का भुगतान 750 रुपये से बढ़कर औसतन 2000 रुपये प्रतिमाह हो गया है।
अतिरिक्त मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं निदेशक आईईसी डॉ.नीरज के पवन ने कहा कि आरोग्य राजस्थान अभियान में आशासहयोगिनियां आधार स्तंभ के रूप में कार्य करेंगी। उन्होंने बताया कि जुलाई में प्रदेश की समस्त आशासहयोगिनियों को अभियान की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी जायेगी एवं अगस्त माह में सर्वेक्षण अभ्यास गतिविधि आयोजित करके आवश्यक स्वास्थ्य प्रपत्र भरवाने का प्रशिक्षण दिया जायेगा।
उन्होंने अभियान सर्वेक्षण के दौरान प्रत्येक आशासहयोगिनी द्वारा अपने-अपने क्षेत्र के समस्त घरों का दौरा कर निर्धारित सर्वेक्षण प्रपत्र भरेगी एवं इन प्रपत्रों को ई-मित्र द्वारा फीड किया जायेगा। उन्होंने बताया कि आरोग्य राजस्थान अभियान की जानकारी के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार कर अभियान की जानकारी जन-जन तक पहुंचायी जायेगी।
कार्यशाला में उप सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री शाहीन अली खान, परियोजना निदेशक एनएचएम श्री अनिल अग्रवाल सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।