- April 30, 2018
आयुष्मान भारत योजना–हितग्राहियों से पूछे लाभ–कलेक्टर श्री भीम सिंह
राजनांदगांव –(छ०गढ०)–ग्राम स्वराज अभियान के अंतर्गत आज जिले में सभी ग्रामसभाओं में आयुष्मान भारत योजना के लिए पात्र हितग्राहियों की सूची का वाचन किया गया। जिले भर में एक लाख अठावन हजार परिवार हैं जो आयुष्मान भारत योजना के लिए पात्र पाये गए हैं।
कलेक्टर श्री भीम सिंह ने भी आज ग्रामीण क्षेत्रों का निरीक्षण कर आयुष्मान भारत योजना के लिए पात्र पाये गए हितग्राहियों से चर्चा की। ग्राम इंदामरा में उन्होंने हितग्राहियों से पूछा कि उन्हें आयुष्मान योजना से किस तरह का लाभ मिलेगा।
ग्रामीणों ने बताया कि पहले उन्हें स्मार्ट कार्ड से पचास हजार रुपए तक का इलाज मिलता था। अब उन्हें पाँच लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा आयुष्मान भारत योजना से मिल सकेगा, इस तरह गंभीर बीमारियों में भी राहत मिल सकेगी।
कलेक्टर ने कहा कि यह सूची केंद्र शासन को भेजी जाएगी और प्रक्रिया पूरी होने के पश्चात ग्रामीणों को इसका लाभ मिल सकेगा। कलेक्टर ने यहाँ उपस्थित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को नियमित रूप से लोगों को आयुष्मान भारत योजना से होने वाले लाभों के संबंध में जानकारी देने के निर्देश दिए।
सीएमएचओ डॉ. मिथिलेश चौधरी ने बताया कि आज ग्रामसभा में ग्रामीणों से परिवार के उन लोगों के नाम भी लिये गए जिन्हें आयुष्मान भारत योजना के लिए जोड़ना है।
कलेक्टर ने इस मौके पर श्रमिक पंजीयन की जानकारी भी ली। सचिव ने बताया कि श्रम विभाग की योजनाओं का लाभ देने ग्रामीणों को इनसे जोड़ा जा रहा है। श्रमिकों से यह भी पूछा जा रहा है कि उनके लिए किस तरह की सामग्री उपयोगी होगी।
कलेक्टर ने कहा कि विकास यात्रा के दौरान श्रमिकों को उपयोगी सामग्री जैसे सिलाई मशीन, साइकिल, औजार का वितरण होगा। कलेक्टर ने इस दौरान ग्रामीणों से श्रम विभाग से जुड़ने से होने वाले लाभों के संबंध में चर्चा भी की।
उन्होंने बताया कि बच्चों की छात्रवृति से लेकर उनके शादी-ब्याह तक हर अवसर के लिए श्रम विभाग की योजना से लाभ लिया जा सकता है। भगिनी प्रसूति योजना के अंतर्गत डिलीवरी के अवसर पर दस हजार रुपए की सहायता दी जाती है।
इसी तरह राजमाता विजयाराजे कन्या विवाह योजना के अंतर्गत बिटिया को विवाह के अवसर पर 20 हजार रुपए की सहायता दी जाती है।
इस प्रकार नौनिहाल छात्रवृति योजना के अंतर्गत श्रमिक परिवार के बच्चों को छात्रवृति भी दी जाती है। दुर्घटना एवं मृत्यु जैसी दुखद घटनाओं पर भी श्रम विभाग द्वारा सहायता की जाती है।