- December 15, 2017
आपदा प्रबंधन —एसडीएम कार्यालय कंट्रोल स्टेशन, बीडीपीओ कार्यालय वैकल्पिक कंट्रोल रूम–नंबर 01276-297306
बहादुरगढ़ (जनसंपर्क विभाग)–आपदा प्रबंधन के मद्देनजर बहादुरगढ़ उपमंडल स्तर पर सक्रियता बरतते हुए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। उपायुक्त सोनल गोयल के दिशा-निर्देशों की अनुपालना करते हुए शुक्रवार को एसडीएम जगनिवास ने उपमंडल स्तर के विभागीय अधिकारियों के साथ ही सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक में आपदा की स्थिति से निपटने के लिए किए जाने वाले वयापक प्रबंधों की रूपरेखा तैयार करते हुए पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित किए जाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए।
एसडीएम जगनिवास ने कहा कि आपदा किसी भी रूप से आ सकती है, ऐसे में हमें अपदा प्रबंधन के मकद्देनजर जागरूक रहना होगा और सजगता ही जान-माल के नुकसान से बचने का सशक्त माध्यम है। उन्होंने बताया कि उपमंडल में शिक्षण संस्थान, रिहायशी कालोनी, औद्योगिक क्षेत्र, मार्केट अथवा हास्पिटल परिसर में 19 से 21 दिसंबर के बीच में प्रशासन की ओर से मॉक ड्रिल का आयोजन होगा।
इस मॉक ड्रिल में भूकंप आने पर बरती जाने वाली सावधानियां, राहत एवं बचाव कार्य से संबंधित एक प्रायोगिक अभ्यास होगा। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण व राज्य सरकार की ओर से आपदा प्रबंधन से जुड़े कार्यों को लेकर जारी नियमावली में विभागवार अधिकारियों की जिम्मेवारी स्पष्ट है। उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन के अंतर्गत मॉक ड्रिल के लिए लघु सचिवालय स्थित एसडीएम कार्यालय बालौर रोड में मुख्य कंट्रोल स्टेशन बनाया गया है जिसका नंबर 01276-297306 है। वहीं शहर में स्थित बीडीपीओ कार्यालय को भी वैकल्पिक कंट्रोल रूम के रूप में रखा गया है।
उन्होंने बताया कि सभी विभागीय अधिकारी आपदा प्रबंधन के तहत मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी)को तैयार करके सोमवार तक उनके कार्यालय भिजवाएं। योजनाबद्ध तरीके से कार्य करते हुए आपदा की स्थिति से निपटा जा सकता है। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे शिक्षण संस्थाओं में प्रात:कालीन सभा में आपदा प्रबंधन के विषय में अवश्य जागरूक करें ताकि बच्चों के माध्यम से आमजन मानस तक सीधा लोगों को जागरूक किया जा सके। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन के तहत सभी संस्थाओं में भूकंप के समय क्या करें और बाद में क्या करें की जानकारी देने वाले चार्ट लगाए जाएं।
आपदा के समय निकास के रास्तों व सीढिय़ों की जानकारी देने वाले संकेत चिन्ह भी लगाए जाएं। भूकंप आने के दौरान निकासी व खुले में एकत्रित होने वाले एसेंबली क्षेत्र के बारे में भी जानकारी लोगों को दी जाए। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन योजना के तहत जिस भी विभाग या अधिकारी की जो भूमिका है, वह उसी अनुसार ड्रिल में भी अपना काम करेगा। उन्होंने बैठक के दौरान संबंधित अधिकारियों से आपदा प्रबंधन से जुड़े कार्यों के बारे में विस्तार से चर्चा की। बैठक में सामाजिक संगठनों को भी उल्लेखनीय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया गया।
इस अवसर पर तहसीलदार नरेंद्र कुमार, बिजली वितरण निगम के एक्सईएन संदीप जैन, जिला फायर अधिकारी देवेंद्र कुमार नंदा, बीईओ मदन लाल चोपड़ा, एआईपीआरओ दिनेश कुमार, एसडीओ पीडब्लूडी वी.के.शर्मा, मनोनित पार्षद अशोक गुप्ता सहित क्लीन एंड ग्रीन एसोसिएशन, भारत विकास परिषद के पदाधिकारी व अन्य संस्थाओं के पदाधिकारी मौजूद रहे।