- January 4, 2016
आठ दिवसीय विशाल निःशुल्क आयुर्वेद चिकित्सा शिविर
उदयपुर -आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति निरापद है अतः आमजन को इसका अधिक से अधिक लाभ लेना चाहिए। साथ ही आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में क्षारसूत्र विधि से होने वाले मस्सा, भगन्दर का उपचार के बाद पुनः यह रोग नहीं होता है।
पंचकर्म चिकित्सा पद्धति के माध्यम जीर्ण से जीर्ण व असाध्य रोगों का इलाज संभव है। इसके लिए चिकित्सक को अपने पर भरोसा करते हुए निरन्तर इस चिकित्सा पद्धति से ही उपचार करना चाहिए, जिससे आमजन में आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति की तरफ रूझान बढ़े।
यह उद्गार उदयपुर सांसद अर्जुनलाल मीणा ने रविवार को शिवाजी नगर स्थित मीरा सामुदायिक भवन में आठ दिवसीय विशाल निःशुल्क आयुर्वेद चिकित्सा शिविर के शुभारंभ समारोह में मुख्य अतिथि पद से व्यक्त किए।
उन्होंने उदयपुर शहर के विस्तार को देखते हुए हिरणमगरी सेक्टरों में भी आयुर्वेद औषधालय खोलने की मंशा जाहिर की। उन्होंने कहा कि योग के माध्यम से पूरा शहर स्वास्थ्य लाभ ले रहा है इसके लिए महापौर और आयुर्वेद विभाग, योग प्रशिक्षक बधाई के पात्र हैं।
कोई साईड़ इफेक्ट नहीं, इसलिए निरापद————इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने कहा कि इस चिकित्सा पद्धति से ग्रामीण एवं जरूरतमंद लोग ज्यादा से ज्यादा लाभ लें क्योंकि इस चिकित्सा पद्धति से रोग ठीक होने पर पुनः नहीं होते हैं और इनका कोई साइड इफेक्ट नहीं है।
सेहत सेवाओं का विस्तार ——————— नगर निगम महापौर चन्द्रसिंह कोठारी ने बताया कि आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से नगर निगम प्रतिवर्ष की भांति यह आठवां शिविर आयोजित कर रहा है जिसका अधिक से अधिक लाभ जनता उठाये।
उन्हाेंने बताया कि शिविर में आ रहे रोगियों का रूझान को देखते हुए वर्ष में दो बार भी शिविर आयोजित किये जा सकते हैं साथ ही योग के लिए अन्य सामुदायिक केन्द्रों में भी शिविर आयोजित किये जायेंगे। नगर निगम उदयपुरवासियों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए हमेशा तत्पर है।
शिविर प्रभारी डॉ. शोभालाल औदीच्य ने बताया शिविर में मस्सा, भगन्दर के 20 रोगियाें का परीक्षण कर भर्ती किया गया जिनका सोमवार को क्षारसूत्र विधि से डॉ. दिलखुश सेठ, डॉ. जयन्त कुमार व्यास, डॉ. पुष्करलाल चौबीसा, डॉ. लक्ष्मीकान्त आचार्य, डॉ. अजेय सोनी द्वारा ऑपरेशन से उपचार किया जायेगा।
औदीच्य ने बताया कि शिविर में रोगोपचार के लिए महिला व पुरुषाें की भारी भीड़ उमड़ रही है। शिविर मे भर्ती होने वाले रोगियाें के खाने व रहने की व्यवस्था के साथ ही निःशुल्क औषध व्यवस्था नगर निगम की ओर से की जा रही है।
डायबिटिज जांच व परामर्श——शिविर में प्रातः 103 मरीजों की डायबिटीज की निःशुल्क जांच डॉ. विष्णु बंशीवाल द्वारा कर परामर्श दिया गया। साथ ही मौसमी बीमारियों सर्दी-जुकाम, खांसी व बुखार से बचने हेतु आयुर्वेदिक काढ़ा प्रतिदिन प्रातः 9 से 11 बजे तक वितरण किया जा रहा है। यह काढ़ा वितरण 10 जनवरी तक जारी रहेगा।
शिविर में महिला रोग विशेषज्ञ डॉ भावना सनाढ्य, डॉ. पूनम सांखला, डॉ. रूही जहीर, डॉ. मिथलेश माहवर द्वारा महिलाओं में होने वाले रोगाें का उपचार किया जा रहा है। इसी प्रकार डॉ. बाबूलाल जैन, डॉ. राजीव भट्ट, डॉ. नन्दराम त्रिवेदी, डॉ. सुहास अग्रवाल द्वारा गठिया,श्वास, माईग्रेन, डायबिटीज, थाईराइड आदि रोगो का उपचार किया जा रहा है। अशोक जैन, प्रेम जैन द्वारा योग के माध्यम से रोगोपचार बताया जा रहा है एवं प्रतिदिन शाम को 4 से 6 बजे तक डॉ. गजेन्द्र कुमार सालवी, डॉ. भावना, डॉ. महेन्द्र वर्मा, डॉ. लोकेश चौबीसा, डॉ. ज्योति मान द्वारा फिजियोथेरेपी के माध्यम से उपचार व परामर्श दिया जा रहा है।
इस अवसर पर आयुर्वेद विभाग के जिला आयुर्वेद अधिकारी मांगीलाल गर्ग, आयुर्वेद विभागीय चिकित्सक संघ के अध्यक्ष डॉ. गुणवन्तसिंह देवड़ा, पूर्व राज्याध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा, डॉ. चमनपालसिंह चुण्डावत आदि अधिकारी व कर्मचारी, गणमान्य पार्षद रोबिन, देवेन्द्र जावलिया, स्थानीय समाजसेवी मांगीलाल हाथी, सम्पतराम जैन एवं नगर निगम के पदाधिकारी, पेरामेडिकल स्टाफ व परिचारक उपस्थित थे।
बहुआयामी ग्रामीण विकास में युवा भागीदार बनें- —————–उदयपुर- सांसद अर्जुन लाल मीणा ने युवाओं से सकारात्मक सोच के साथ गांवों में जाकर विकास कार्यक्रमों से जुड़कर आमजन को लाभान्वित करने के लिए समर्पित भाव से आगे आने का आह्वान किया है।
सांसद मीणा रविवार को नेहरू युवा केन्द्र उदयपुर तथा कृषि विज्ञान केन्द्र बड़गांव के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 15 दिवसीय संभागस्तरीय राष्ट्रीय युवा कोर स्वयंसेवक प्रशिक्षण शिविर के समापन समारोह में मुख्य अतिथि पद से संबोधित कर रहे थे।
उन्हाेंने कहा आज देश को युवाओं की आवश्यकता है तथा युवा ही देश एवं समाज में सकारात्मक व प्रभावी बदलाव ला सकते हैं।
उन्हाेंने कहा देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने युवाओं के विकास एवं कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं लागू की हैं जिनका लाभ लेने के लिए युवाओं को पूरी जागरुकता से आगे आना चाहिए।
समारोह के विशिष्ट अतिथि कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रभारी डॉ. ए.के. जोधा ने कहा युवा गांवों में दूध और पानी का सा सम्बन्ध बनाकर अपने कार्यों में निखार लाकर कार्य करें तभी बहुआयामी एवं समग्र विकास सम्भव है।
प्रशिक्षण शिविर प्रभारी तथा युवा समन्वयक पवन कुमार अमरावत ने सभी का स्वागत करते हुए शिविर का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने युवाओं को व्यक्तित्व विकास, नेतृत्व क्षमता, सामुदायिक विकास, समय एवं आपदा प्रबन्धन सहित विभिन्न राष्ट्रीय कार्यक्रमों, कम्प्युटर प्रशिक्षण तथा नेहरू युवा केन्द्र के कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी।
प्रशिक्षण के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम, समूह चर्चा, खेल तथा योग एंव प्रश्नोत्तरी आदि भी आयोजित किये गये। प्रशिक्षण शिविर में उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा प्रतापगढ़ तथा चित्तौड़गढ़ के 60 स्वयंसेवकों ने भाग लिया।
इस अवसर पर जिला परिषद् सदस्य किशन लाल मेघवाल, समाज सेवी दिनेश शर्मा, भूपेन्द्र वीरवाल, सी.ए. आशीष कोठारी आदि उपस्थित थे। समारोह का संचालन डी.पी.ओ. रामेश्वर भट्ट तथा आभार प्रदर्शन लेखाकार अमृत लाल सालवी ने किया।
क्षेत्रीय भ्रमण————————— स्वयंसेवकों ने शिविर के दौरान हल्दी घाटी, सिटी पैलेस, मोती मगरी, प्रताप गौरव केन्द्र आदि पर्यटक स्थलों को भ्रमण किया तथा बेदला एवं ब्राह्मणों की हुनदर युवा मण्डलों के युवाओं से चर्चा की।