- January 15, 2015
आग्रह :: सूरत- पारादीप गैस पाइप लाइन से गैस आधारित उर्वरक संयंत्र की स्थापना के प्रस्ताव
मध्यप्रदेश के विकास की योजनाओं के संबंध में आज मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने दिल्ली प्रवास दौरान प्रधानमंत्री सहित कई केन्द्रीय मंत्रियों से मुलाकात की। रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री अनंत कुमार और पेट्रोलियम तथा गैस मंत्री श्री धमेन्द्र प्रधान से मुलाकात कर उन्होंने जबलपुर के समीप सूरत- पारादीप गैस पाइप लाइन से गैस आधारित उर्वरक संयंत्र की स्थापना के प्रस्ताव को गति देने का आग्रह किया। साथ ही उन्होंने बीना रिफाइनरी की क्षमता 6000 एमएमटीपीए से बढ़ाकर 8000 एमएमटीपीए करने के काम को आगे बढ़ाने पर चर्चा की। बैठक में मध्यप्रदेश में जेनरिक बल्क मेडीसिन पार्क की स्थापना के लिये 1000 एकड़ भूमि उपलब्ध करवाने का मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आश्वासन दिया। ज्ञातव्य हो कि केन्द्र पोषित इस महत्वाकांक्षी योजना की अधोसंरचना निर्माण पर 1000 करोड़ रूपये की धनराशि व्यय होगी। इस पार्क के निर्माण से विदेशों से आयात होने वाली दवाओं का निर्माण भारत वर्ष में ही किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने राज्य में स्थापित होने वाले प्लास्टिक पार्क और भोपाल में स्थापित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के फार्मेसी शिक्षण एवं शोध संस्थान (नाइपर) की स्थापना का काम शीघ्र करवाने का आग्रह किया। बैठक में ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट में हुए करारनामों वाले सभी कार्यों को अमलीजामा पहनाने का संकल्प दोहराया गया। बैठक में मुख्यमंत्री के साथ मध्यप्रदेश की उद्योग मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया भी विशेष रूप से शामिल थीं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शहरी विकास मंत्री श्री वेंकैया नायडू से मुलाकात कर ”सिंहस्थ” उज्जैन के लिए सहायता की मांग की। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ में इस बार हम स्थायी उपयोग वाली अधोसंरचना का निर्माण करा रहे हैं जिस पर 35 सौ करोड़ रुपये व्यय होने का अनुमान है। प्रदेश सरकार इस पर 1750 करोड़ व्यय कर रही है और इतनी ही केन्द्रीय सहायता भी अपेक्षित है। उन्होंने श्री नायडू से शहरी विकास योजनाओं जेएनयूआरआरएम और यूआईडीएसएसएमटी अंतर्गत भी सहायता देने का आग्रह किया ताकि मध्यप्रदेश उज्जैन में स्मार्ट सिटी की तर्ज पर निर्माण करवाया जा सके। उन्होंने केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री से मध्यप्रदेश भवन के नये सिरे से निर्माण हेतु एफ.ए.आर. बढ़ाने का भी आग्रह किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रक्षा मंत्री श्री मनोहर पर्रिकर से भेंट कर महू में बाबा साहब अम्बेडकर स्मारक से लगी सैन्य भूमि देने का आग्रह किया ताकि वहाँ होने वाले समारोह आदि आयोजन में कठिनाई को दूर किया जा सके। साथ ही मुख्यमंत्री ने ली जाने वाली ऐसी सैन्य भूमि के बदले में अन्यत्र भूमि सेना को देने की बात कही। मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश में रक्षा उत्पादों के मौजूदा संयंत्रों का उल्लेख करते हुए प्रदेश में निजी क्षेत्र की भागीदारी से रक्षा उत्पादों के संयंत्र स्थापित करने पर भी विस्तार से चर्चा की तथा रक्षा मंत्री को मध्यप्रदेश आने का भी न्यौता दिया। रक्षा मंत्री श्री पर्रिकर ने मुख्यमंत्री के सुझावों के प्रति उत्साह व्यक्त करते हुए संभावनाओं पर विचार करने का आश्वासन दिया। उद्योग मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया भी रक्षा मंत्री से मुलाकात के दौरान विशेष रूप से साथ थीं। केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री चौधरी वीरेन्द्र सिंह से मुलाकात में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मनरेगा में 2800 करोड़ के प्रस्तावित कार्यों की स्वीकृति, ग्रामीण आवास योजना तथा प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप से ग्रामीण क्षेत्र में स्वच्छता अभियान को गति देने के कामों में केन्द्रीय सहयोग की मांग की। केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री ने मध्यप्रदेश द्वारा प्रस्तावित मनरेगा संबंधी योजनाओं की अविलम्ब स्वीकृति देने अधीनस्थ अधिकारियों को हिदायत दी। उन्होंने ग्रामीण विकास की दिशा में मध्यप्रदेश के प्रयासों की भी सराहना की। बैठक में अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्रीमती अरुणा शर्मा भी उपस्थित थीं। मुख्यमंत्री आज केन्द्रीय कृषि मंत्री से भी मिले तथा उन्हें राज्य के कृषि परिदृश्य पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने मध्यप्रदेश के लिए उर्वरक का कोटा बढ़ाकर 68 लाख मीट्रिक टन करवाने तथा समय पूर्व बफर स्टॉक करने का निर्णय लिया गया जिससे कृषकों को आवश्यकता के अनुरूप खाद सुलभ करवायी जा सके। |
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आर.एस. पाराशर |