- April 10, 2018
अशांत करने की साजिश: बाजार बंद रहा
सीधी (विजय सिंह)———-आरक्षण के विरोध में आज जिला मुख्यालय का बाजार शांतिपूर्ण ढंग से बंद रहा, किन्तु जिला कलेक्ट्रेट चौक में पुलिस ने लाठी चार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। समीप ही स्थित जिला न्यायालय परिसर में वकीलों को भी नहीं बख्शा गया।
तकरीबन 7 अधिवक्ताओं एवं 12 अन्य लोगों को उपचारार्थ जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। इनमें से एक अधिवक्ता नंदलाल पाण्डेय की स्थिति गंभीर होने पर रीवा मेडिकल कॉलेज रेफर किया है। घायलों को देखने सांसद श्रीमती रीती पाठक सहित अन्य राजनैतिक दलों के लोग अस्पताल पहुंचे।
बंद के दौरान किसी भी संगठन के द्वारा बाजार बंद करवाने या खुलवाने का प्रयास नहीं किया। पूरे जिले में धारा 144 लागू थी। बावजूद इसके भी कलेक्ट्रेटचौक (अंबेडकर चैक) में आरक्षण विरोधी लोग एकत्र हुये।
अनुविभागीय दण्डाधिकारी गोपद बनास शैलेन्द्र सिंह व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रदीप शेन्डे की मौजूदगी में बंद समर्थक लोगों का कहना था कि उन्हें अम्बेडकर चैक से गांधी चैक तक जुलूस निकालने की अनुमति दी जावे। इसी बीच भगदड़ मच गई, लाठियां चलने लगीं और आंसू गैस के गोले छोड़े गये। एक गोला जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर में भी गिरा।
जिला न्यायालय परिसर में अधिवक्ताओं के चेम्बर में घुस-घुस कर मारपीट करने की घटना पर जिला अधिवक्ता संघ ने न्यायालयीन कामकाल बंद कर दिया। अधिवक्ता संघ अध्यक्ष बृजेन्द्र सिंह ने प्रेस कांफ्रेन्स कर दोषी अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रदीप शेन्डे, कोतवाली के उपनिरीक्षक राजेन्द्र त्रिपाठी, दीपक बघेल के विरुद्ध अपराध कायम करने की मांग करते हुये कार्यवाही होने तक न्यायालयीन कार्य के बहिष्कार की घोषणा की है।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री पी.सी. गुप्ता ने न्यायालयीन परिसर में घटना की जांच के आदेश दिये हैं।
(सीधी)