अलवर गैंग रेप— क्षत्रियों की गौरवभूमि पर मुगलो का राज

अलवर गैंग रेप— क्षत्रियों की गौरवभूमि पर मुगलो का राज

सवाई माधोपुरः———– शुक्रवार देर शाम राजस्थान के सवाई माधोपुर पहुंचे दिव्य महर्षि महामना आचार्य श्री कुशाग्र नंदी जी महाराज के आत्मीय शिष्य ऊर्जा गुरु अरिहंत ऋषि ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान अलवर गैंगरेप मामले की समीक्षा की।

इस मामले पर उन्होंने प्रशासन के ढीले रवैये के प्रति नाराजगी जताई और करनी सेना व भीम आर्मी संस्थापक चंद्र शेखर रावण को भी आड़े हाथों लिया। ऊर्जा गुरु ने अलवर में 26 अप्रैल को गैंगरेप का शिकार हुई महिला को जल्द से जल्द न्याय दिलाने की बात भी कही।

सवालों का जवाब देते हुए ऊर्जा गुरु अरिहंत ऋषि ने कहा कि, “इस क्रूर घटना के 15 दिन बाद तक प्रशासन के हाथ कुछ भी नहीं लगा, इससे राज्य की महिला सुरक्षा व्यवस्था पर कई गंभीर प्रश्न खड़े होते हैं।

करनी सेना जैसे दल, जिन्होंने रानी पद्मिनी की शान में देशभर में फिल्म का विरोध किया, आज उन्ही की धरती पर जब एक स्त्री की इज्जत को तार-तार किया गया तब सभी नदारत हैं।

कहां है वो भीम सेना और दलितों के मसीहा, जो खुद को समाज के ढ़ेकेदार समझते हैं। आज एक दलित परिवार पर अत्याचार हुआ है तो सभी ने चुप्पी साध रखी है। इस विषय पर बोलने के लिए किसी पास शब्द नहीं है।“

उन्होंने कहा कि इस लिहाज से यह कहना गलत नहीं होगा कि क्षत्रियों की गौरवशाली भूमि पर मुगलों का राज चल रहा है और स्त्रियों की अस्मत के साथ लगातार खिलवाड़ हो रहा है।

बता दें की ऊर्जा गुरु ने पिछले दिनों चंद्र शेखर रावण और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ विवादित बयान देकर खूब सुर्खियां बटोरी थी। कोलकाता में रामनौमी पर निकले एक जुलूस को रोके जाने से भड़के ऊर्जा गुरु ने कहा था कि, ”राम के नाम पर राजनीति करने वाले लोग भारत में पैदा होकर भी रावण की सिफारिश करते हैं और जिन बनर्जी ने श्रीराम के जुलूस को रोकने का प्रयास किया है वह इस कलयुग की रावण अवतार हैं।”

वहीँ भीम आर्मी संस्थापक को लेकर उन्होंने कहा था कि, “आज देश को ऐसे युवाओं की जरूरत है जो राम के नाम पर बात करें। रामराज्य स्थापित करने का स्वप्न देखे और उसे साकार करने के लिए कदम बढ़ाए।

लेकिन कुछ लोगों का पैशन है अपने नाम के आगे रावण लगाने का। इससे वह खुद को महात्मा समझने लगते हैं। उन्हें यह याद रखना चाहिए कि रावण का कोई वजूद नहीं है और श्रीराम एक ऐसे महापुरुष हैं जिनके नाम का डंका पूरे विश्व में बजता है।”

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