- January 21, 2021
अरुणाचल में गांव पर चीन की सीनाजोरी :: 101 घर बनाने की खबर
चीन की सीनाजोरी, कहा- ‘अपने क्षेत्र में निर्माण’
पेइचिंग–(नव भारत टाइम्स)— चीन के विदेश मंत्रालय ने दावा किया है कि ‘अपने खुद के क्षेत्र में’ चीन की विकास और निर्माण गतिविधियां सामान्य और दोषारोपण से परे हैं। मंत्रालय ने यह बात अरुणाचल प्रदेश में चीन के एक नया गांव बनाने की खबरों पर प्रतिक्रिया में कही। चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत का हिस्सा बताता है, जबकि भारत हमेशा कहता रहा है कि अरुणाचल उसका अभिन्न और अखंड हिस्सा है।
‘यह हमारा क्षेत्र’
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने एक मीडिया ब्रीफिंग में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘जंगनान क्षेत्र (दक्षिण तिब्बत) पर चीन की स्थिति स्पष्ट और स्थिर है। हमने कभी भी तथाकथित अरुणाचल प्रदेश को मान्यता नहीं दी।’ चुनयिंग ने कहा कि ‘हमारे खुद के क्षेत्र में’ चीन की विकास और निर्माण गतिविधियां सामान्य हैं। उन्होंने कहा, ‘यह दोषारोपण से परे है क्योंकि यह हमारा क्षेत्र है।’
कुछ दिन पहले ऐसी खबरें आई थीं कि डोकलाम विवाद में करारी शिकस्त के बाद टेंशन में आए चीन ने अरुणाचल प्रदेश में भारतीय सीमा के करीब 4.5 किमी अंदर गांव बसा लिया है। यह इलाका अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिले में स्थित है। इस चीनी गांव की सैटलाइट तस्वीर आने के बाद अब अंदर की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं।
लद्दाख में पिटे चीन की अरुणाचल में नापाक चाल, सीमा पर बसाए तीन नए गांव
101 घर बनाने की खबर
इन तस्वीरों में नजर आ रहा है कि चीनी गांव में चौड़ी सड़कें और बहुमंजिला इमारतें बनाई गई हैं। बताया जा रहा है कि चीनी गांव में करीब 101 घर बनाए गए हैं। इन घरों में चीनी लोगों को बसाया गया है। घरों के ऊपर चीनी झंडा भी लगाया गया है। ड्रैगन की इस नई चाल के पीछे चीनी राष्ट्रपति की एक कुटिल योजना सामने आ रही है जिसके तहत 600 गांव बसाए जा रहे हैं।
भारत रखता है नजर
भारत ने इस पर सधी प्रतिक्रिया देते हुए सोमवार को कहा था कि देश अपनी सुरक्षा पर असर डालने वाली सभी गतिविधियों पर लगातार नजर रखता है और अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाता है। नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत ने सीमावर्ती क्षेत्रों में अपने नागरिकों की आजीविका में सुधार के लिए सड़कों और पुलों सहित बुनियादी ढांचे का निर्माण तेज कर दिया है।
अरुणाचल प्रदेश में चीन के नया गांव स्थापित करने की खबरें ऐसे समय आई हैं जब भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में आठ महीने से अधिक समय से सैन्य गतिरोध बना हुआ है। दोनों देशों के बीच कई दौर की सैन्य और कूटनीतिक वार्ता के बाद भी गतिरोध का अब तक कोई समाधान नहीं निकला है।