• March 8, 2022

अब अर्जेंटीना पुलिस भी अपने पुलिस कर्मियों को योग अभ्यास कराएगी

अब अर्जेंटीना पुलिस भी अपने पुलिस कर्मियों को योग अभ्यास कराएगी

नई दिल्ली — : विश्व में योग के बढ़ते महत्व का यह सबब है कि अर्जेंटीना पुलिस अब अपने पुलिस कर्मियों को योग अभ्यास कराएगी। इसके लिए अर्जेंटीना की पुलिस ने अर्जेंटीना स्थित भारतीय दूतावास के सहयोग से योग का प्रशिक्षण कार्यक्रम भी तैयार कर लिया है।

प्रशिक्षण कार्यशाला 23 मार्च से शुरू होगी। इसका उद्देश्य तनाव को दूर करने और अनुशासन बनाये रखने के लिए शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक सोच को विकसित करने के लिए योग के अभ्यास को बढ़ावा देना होगा।

कार्यक्रम में आईयूपीएफए के छात्रों, संकाय, स्नातकों और कर्मचारियों के विश्वविद्यालय संस्थान, स्कूल ऑफ कैडेट्स, स्कूल ऑफ एनसीओ और अर्जेंटीना फेडरल पुलिस के एजेंट शामिल हो सकते हैं।

मालूम हो कि पिछले कई वर्षों से विश्व के इस हिस्से में योग का अभ्यास किया जाता रहा है। ऐसे में पिछले कुछ वर्षों में योग में रुचि और भारतीय संस्कृति में जागरूकता तेजी से बढ़ी है। कुछ लैटिन अमेरिकी जेलों में कैदियों को शांत करने के लिए योग और ध्यान सिखाया जाता है।

सैनिकों में तनाव दूर करने में प्राणायाम कारगार

आयुष मंत्रालय योग को स्थापित करने और सामाजिक लाभ प्राप्त करने के लिए विभिन्न विषयों के साथ योग को एकीकृत करने के लिए आगे बढ़ रहा है।

सशस्त्र और अर्धसैनिक बलों के लिए योग से अत्यधिक लाभ हो सकता है। सहनशीलता को बनाए रखने में योग अत्यधिक प्रभावी है और प्रतिरक्षा-विनियामक साबित होता है। साथ ही तनाव हार्मोन और न्यूरोट्रांसमीटर को बढ़ाने में भी मदद करता है।

भारत में सेना, वायुसेना और नौसेना के लिए उच्च ऊंचाई, गर्म रेगिस्तान और ठंडे रेगिस्तान की स्थिति और पनडुब्बी के साथ जहाज की स्थिति से निपटने के लिए एक अनुकूलित योग पैकेज विकसित किया गया है।

विभिन्न शोधों के अनुसार, यह पाया गया है कि आसन और प्राणायाम ने सैनिकों में तनाव का मुकाबला करने और उनकी मनो-शारीरिक फिटनेस को बढ़ावा देने में यह सक्षम है।

संपर्क
कमल कुमार I General Manager
signature_109743149
Mobile: 9350222025 ; Email: kamal@aakhyaindia.com
Address- B4/69A, Safdarjung Enclave, New Delhi-110029

Related post

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…
जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

लखनउ (निशांत सक्सेना) : वर्तमान में दुनिया जिन संकटों का सामना कर रही है—जैसे जैव विविधता का…
मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

पेरिस/मोरोनी, (रायटर) – एक वरिष्ठ स्थानीय फ्रांसीसी अधिकारी ने  कहा फ्रांसीसी हिंद महासागर के द्वीपसमूह मायोट…

Leave a Reply