• November 24, 2016

अपने गांव के शहीदों के नाम बता दो-ओपी धनखड़

अपने गांव के शहीदों के नाम बता दो-ओपी धनखड़

ढाकला/ झज्जर————- अब किस गांव का बदलूराम कब शहीद हुआ तथा गांव के कौन-कौन से सैनिक देश के काम आए, यह सारी गाथा गांव का बच्चा जान पाएगा। गांव के किस खिलाड़ी या किस व्यक्ति ने गांव का नाम राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम रोशन किया है यह भी पता लग जाएगा।

गांव का क्या इतिहास है और कौन दानी रहा है, इसकी जानकारी गांव में आपको प्रवेश करने के साथ ही मिल जाएगी। यह संभव हुआ है आज से आरंभ हुई योजना ग्राम गौरव पट्ट के जरिए। खास बात यह है कि अपने ही गांव के शहीदों के बारे में बहुत लोगों को जानकारी नहीं है। गांव ढाकला में पंचायत विकास मंत्री ओपी धनखड़ ने आज ग्राम विकास पट्ट का उद्घाटन ढाकला में किया। स्वयं मंत्री का यह अपना गांव है।

महत्वपूर्ण बात यह है कि प्रथम विश्वयुद्ध में वीरता दिखाने वाले रिसलदार बदलूराम इसी गांव के थे, जिन्हें विक्टोरिया क्रास मिला था। उनके सहित गांव के 19 शहीदों के नाम इस पट्ट के एक फलक पर उकेरे गए हैं। आजादी से पहले और आजादी के बाद के वीरों की शहादत को यहां अंकित करके जीवंत बनाने का प्रयास किया गया है। धनखड़ का कहना है कि केवल शहीद बदलूराम ही नहीं बल्कि किसी भी गांव में शहीद हुए हर बदलूराम को पहचान दिलाने का काम ये गा्रम पट्ट करेंगे। हर गांव के वीरों को हर गांव के लोग जान पाएंगे और बच्चे प्रेरणा लेंगे।

इस ग्राम गौरव पट्ट का डिजाइन इस तरीके से किया गया है इसके चारों को महत्वपूर्ण जानकारियां दी जाएं। आज उद्घाटित पट्ट के चार फलक अर्थात हिस्सों वाले इस पट्ट के एक ओर गांव ढाकला का इतिहास भी लिखा गया है। फलक पर दर्शाया गया है कि यह गांव आजादी के दिवानों की भूमि है।

ढाकला गांव का गौरवमयी इतिहास है, जो बलिदान व वीरता से परिपूर्ण है। देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों का बलिदान करने वाले अमर शहीदों का वर्णन इसी फलक पर दिया गया है। जिसमें सबसे उपर रिसलदार बदलूराम का नाम है। इनकी शहादत का स्थान जार्डेन वैली अंकित है और विक्टोरिया क्रास का उल्लेख भी किया गया है। मिस्र से इनकी समाधि का मिट्टी लाने का उल्लेख भी किया गया है।

प्रथम विश्व युद्ध के ही महीपत पुत्र श्रीराम रतन, फूला पुत्र दयाराम, हरीसिंह पुत्र रामदयाल, चुन्नी लाल पुत्र कुरडि़या लाल का नाम अंकित है। इसके अलावा पंडित घनश्याम पुत्र चिरंजी लाल, शीशराम पुत्र शिवचंद, छतर सिंह पुत्र हीरा लाल, कन्हैया पुत्र लेखराम, श्रीराम दूसरे विश्व युद्ध के शहीद हैं। आजाद हिंद फौज के माध्यम से वीरगति पाने वाले चंदगी पुत्र भुलर व दिलीप पुत्र गोवर्धन का नाम भी पट्ट पर अंकित किया गया है।

इसी प्रकार देश के लिए लड़े गए अलग-अलग युद्धों में उल्लेखनीय योगदान देने वालों में दलीप सिंह, कैप्टन कंवल सिंह, महासिंह, धर्मबीर सिंह, पंकज कुमार , वीर बिग्रेडियर रामसिंह, बिग्रेडियर कुलबीर सिंह व धर्मपाल पुत्र रणसिंह सहित सम्मानों का उल्लेख दूसरे फलक पर किया गया है।

तीसरे फलक पर 9 दानवीरों द्वारा गांव में डाकघर, स्कूल, कुएं आदि बनवाने वालों सज्जनों का नाम अंकित किया गया है। इनमें चौ रूपचंद सुपुत्र जालिम सिंह, सेठ दानीराम, पुत्र रामसरूप, श्री साधुराम पुत्र अगडी राम, चौ अमर सिंह, पुत्र श्री सुरजा, सेठ मडू धर्मचंद पुत्र सीलक राम, धापा देवी सुपुत्री सुधाराम, चंदगी पुत्र अगड़ी राम, सूरजमल और वैद्ध नाथ पुत्र दानी राम, सेठ रघुबीर पुत्र तूही राम का उल्लेख है।
गांव के इतिहास का उल्लेख भी पट्ट पर है।

इसमें बताया गया है कि गांव ढाकला को 950 वर्ष पूर्व मोरवाला से आए ढाका राम ने बसाया था। इनके पुत्रों की वंशावली का उल्लेख करते हुए बताया गया है कि गांव मंे धनखड गौत्र के लोग ज्यादा है वैसे यहां 36 बिरादरी के लोग रहते हैं। पूजनीय स्थलों दादा खंदड़ा, दादा छिलेश्वर, दादा नवां, दादी घड़ोई, पूर्णमल व दादा भैंया आदि का उल्लेख भी है।

गांव में जन्में बहुत से महान व्यक्तियों का उल्लेख भी किया गया है जिन्होंने राष्ट्रीय निर्माण, सामाजिक उत्थान एवं अन्य क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदानदिया हैं ऐसे लोगों में सबसे पहले बलवंत सिंह पुत्र सुधाराम प्रथम कमीशन्ड आफिसर, ढालारामा पुत्र मोहन लाल विश्वप्रसिद्ध पहलवान, हरियाणा के मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ पुत्र वैदध मौहब्बत सिंह धनखड़ राष्टीय निर्माण, सामाजिक उत्थान, कृषि व अन्य क्षेत्रों में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अतुल्य योगदान एवं हरियाणा प्रदेश में सशक्त गौरक्षा कानून लागू करने वाले, कृषि विकास, पंचायत, पशुपालन, किसान कल्याण, मत्स्य व खनन मंत्री का जिक्र है। हिंदी सत्याग्रही महाशय जुगलाल पुत्र श्री दाताराम का नाम अंकित किया गया है।

इस संबंध में मंत्री ओपी धनखड़ का कहना है कि हरियाणा के हर गांव का इंतिहास, गांव के इंतिहास व्यक्ति, वीर शहीद, गांव के धार्मिक स्थल, गांव का नाम बाहर रोशन करने वाले, दानी सज्जन सहित अन्य उल्लेखनीय कार्य इस गौरव पट्ट पर अंकित होंगे और इससे हर कोई प्रेरणा लेगा।

जब गांव वालों से पूछा 19 शहीदों का नामः उद्घाटन के अवसर पर इस मंत्री ने पट्ट के महत्व से अवगत कराते हुए वहां मौजूद ग्रामीणों से सवाल किया कि अपने गांव से कितने वीर शहीद हुए। इस बात को कितने लोग जानते हैं। इस पर कुछ ने कहा कि हां जानते हैं इस पर मंत्री ने तत्काल पूछा कि कोई भी गांव के इन 19 शहीदों का नाम बता दे, मगर कोई नहीं बता पाया।

मंत्री ने इसी तथ्य को उजागर करते हुए कहा कि ये गौरव पट्ट इसीलिए बनाए गए हैं ताकि गांव के शहीदांे के बारे में हर कोई जान सकेगा। इसी प्रकार अन्य उल्लेखनीय कार्य करने वालों को भी जान पाएंगे और गांव का इतिहास व गांव के प्रमुख लोग सदा लोगों के दिल-ओ-दिमाग में रहेंगे।

दीनबंधु सर छोटू राम को किया नमनः पंचायत मंत्री ओपी धनखड़ ने कहा कि दीन बंधु सर छोटू राम ने किसानों, कामगारों के लिए जो कार्य किया था वह किसी से छिपा नहीं है। इसलिए आज उन्हीं के जन्म दिवस पर आज यह ग्राम पट्ट योजना का श्रीेगणेश किया गया है। यह सरकार के लिए भी गौरव की बात है।

मीडिया एडवाइजर ,
कृषि एवं पंचायत मंत्री, हरियाणा।
9416085055

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