- September 26, 2015
अन्तिम छोर पर बैठे व्यक्ति को सरकारी योजनाओं का लाभ मिले -श्री मदन राठौड़ , उप मुख्य सचेतक
जयपुुर – उप मुख्य सचेतक श्री मदन राठौड़ ने कहा कि सरकार की मंशा है कि अंतिम छोर पर बैठे गरीब व्यक्ति को सरकारी योजनाओं का लाभ मिले जिससे वह समाज की मुख्य धारा में जुड सके। इसके लिए पण्डित दीनदयाल उपाध्याय की अवधारणा ”एकात्म मानववाद’ काफी प्रासंगिक है।
श्री राठौड़ शुक्रवार को पाली जिला परिषद के सभागार में स्व. पं. दीनदयाल उपाध्याय के जन्म दिवस के अवसर पर आयोजित अन्त्योदय दिवस विचार गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्व. उपाध्याय ने एकात्म मानववाद को स्वीकार किया और उसी उद्देश्य के तहत देश के नागरिक को शिक्षा का अधिकार दिलाने का पूर्ण प्रयास किया। जिसका नतीजा है कि आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी समाज के अन्तिम व्यक्ति को आगे बढाने के लिए कई योजनाओं की शुरूआत की है।
उन्होंने कहा कि भारत की आजादी के समय विश्व के अनेक देशों में कई वाद प्रचलित थे परन्तु हमने पण्डित दीनदयाल उपाध्याय एवं गांधीजी के मार्ग को अपनाकर व्यक्ति, समाज, राज्य व देश हित को चुना है।
जिला कलक्टर श्री कुमारपाल गौतम ने कहा कि देश की आजादी के बाद आर्थिक स्वरूप भारत का क्या होना चाहिए इस बात को केन्द्र में रखकर स्व. उपाध्याय सहित गणमान्य व्यक्तियों ने विचार विमर्श किया और इस सोच तक पहुचे कि व्यक्ति को केन्द्र में रखकर उसके विकास के वाद को अपनाया जाये। वेदांत से जो निकला है वह बराबर है। हर व्यक्ति का विकास जरूरी है और अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति का विकास बहुत जरूरी है।
कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री ब्रजेश चांदोलिया, मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री आशुतोष गुप्ता, आरटीओ प्रवीणा चारण, सीएमएचओ, सिंचाई, विद्युत, जलदाय एवं सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियन्ता, डीटीओ गुप्ता, उपखण्ड अधिकारी विशाल दवे, सभी प्रधान, जनप्रतिनिध एवं उपखण्ड अधिकारी उपस्थित थे।
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