- January 7, 2015
अन्तर्राष्ट्रीय स्टोन औद्योगिक प्रदर्शनी
जयपुर – भारतीय स्टोनमार्ट 2015 की तैयारियों के लिए मंगलवार को यहां शासन सचिवालय के समिति कक्ष(प्रथम) में मुख्य सचिव श्री सी.एस.राजन की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। भारतीय स्टोनमार्ट अन्तर्राष्ट्रीय स्टोन औद्योगिक प्रदर्शनी का स्थल इस वर्ष सीतापुरा का जयपुर एग्जीबिशन एवं कन्वेंशन सेंटर (जेइसीसी) निर्धारित किया गया है जहां प्रदर्शनी 29 जनवरी से 1 फरवरी तक चलेगी।
श्री राजन ने जेईसीसी प्रदर्शनी स्थल की जानकारी लेते हुए संबधित अधिकारियों को भारतीय स्टोनमार्ट के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपने अपने विभाग से संबंधित सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को समय पर पूरा करें। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में उचित व्यवस्थाओं के लिए सभी विभागों में सामंजस्य का होना बेहद जरुरी है।
प्रदर्शनी में इस वर्ष पहली बार जयपुर आर्किटेक्चर फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा। साथ ही टर्की, चीन, इटली, ईरान, अफगानिस्तान, कोरिया, रूस इत्यादि देशों से आए गणमान्य प्रतिनिधि भी प्रदर्शनी का हिस्सा बनेंगे। इसके अलावा प्रदर्शनी के दौरान शिल्पग्राम, ऑल इंडिया स्टोन आर्किटेक्चर अवार्ड 2014 सहित विभिन्न कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा।
श्री राजन ने बताया कि भारतीय स्टोनमार्ट 2015 में सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के लिए प्रदर्शन स्थल को जा रही भारी टे्रफिक की आवाजाही, वीआईपी सुरक्षा एवं पेट्रोलिंग की व्यवस्था संबंधी कार्य पुलिस विभाग द्घारा सुनिश्चित किए जाएंगे। साथ ही मोबाइल टॉइलेट, सफाई की व्यवस्था नगर निगम द्वारा, मेडिकल टीम एवं एम्बुलेंस की व्यवस्था चिकित्सा विभाग द्वारा सुनिश्चित की जाएगी। वीआइपी के लिए प्रोटोकॉल व्यवस्था, प्रदर्शनी स्थल की ओर जा रही सड़कों का सौन्दर्यीकरण इत्यादि बिन्दुओं पर भी श्री राजन ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
बैठक में भारतीय स्टोनमार्ट की तैयारियों से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर भी विचार विमर्श किया गया। बैठक में श्री अशोक संपतराम, अतिरिक्त मुख्य सचिव, कृषि, श्रीमती वीनू गुप्ता, प्रमुख शासन सचिव, उद्योग, श्री शैलेन्द्र अग्रवाल, प्रमुख शासन सचिव, पर्यटन, श्री नवदीप सिंह, विशेष महानिदेशक (लॉ एंड ऑर्डर), श्री शिखर अग्रवाल, आयुक्त, जयपुर विकास प्राधिकरण, श्री ज्ञानाराम, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, नगर निगम सहित संबंधित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।
—