• December 28, 2015

अजमेर के श्री शिवकुमार को प्रथम सुभाष लखोटिया श्रवण कुमार अवार्ड

अजमेर के श्री शिवकुमार को प्रथम सुभाष लखोटिया श्रवण कुमार अवार्ड

जयपुर – नई दिल्ली स्थित राजस्थानी अकेडमी के रजत जयंती समारोह में नसीराबाद (अजमेर) के श्री शिवकुमार बसनवाल को पहला सुभाष लखोटिया श्रवण कुमार अवार्ड पुरस्कार प्रदान किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि सांसद श्री उदित राज ने श्री बसनवाल को एक लाख रुपये की राशि और प्रशांसा पत्र प्रदान किया।
राजस्थान अकेडमी के अध्यक्ष श्री गौरव गुप्ता ने बताया कि केंसर रोग से पीडि़त संस्था के ट्रस्टी श्री सुभाष लखोटिया ने संस्था की रजत जयंती के अवसर पर यह पुरस्कार शुरू किया है, जो अब से हर वर्ष अपने माता-पिता की सेवा करने वाले पुत्र एवं पुत्रियों को दिया जायेगा।
श्री गुप्ता ने बताया अजमेर जिले के श्री शिवकुमार का जीवन एक आदर्श है जिन्होने अपने सीमित संसाधनों में अपने वृद्घ माता-पिता की सेवा की। उन्होंने बताया कि श्री सुभाष लखोटिया ने सदियों से चले आ रहे भारतीय पारिवारिक मूल्यों के आदर्शों को मजबूत करने और ऐसे प्ररेक दृष्टांतों को सभी के लिए प्रेरणास्पद बनने के इरादे से यह पुरस्कार शुरू किया है। उन्होंने बताया कि इस पुरस्कार के लिए 30 प्रविष्टियॉ मिली थी, जिसमें से श्री शिवकुमार को चुना गया।
इस अवसर पर संस्था के संस्थापक श्री रामानिवास लखोटिया ने बताया कि राजधानी में प्रवासी राजस्थानियों की नई पीढ़ी को राजस्थानी भाषा सिखाने के लिए एक पुस्तक जारी की गई है। साथ ही राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता दिलवाने के लिए पिछले कई वर्षों से प्रयास किये जा रहे है।
प्रारंभ में संस्था के ट्रस्टी श्री सुभाष लखोटिया ने बताया कि बीते 25 वर्ष से अकेडमी जन कल्याण से जुड़े कार्य कर रही है विशेष तौर पर राजस्थान से बाहर देश-विदेश में राजस्थान की पहचान का परचम फहराने में जुटी है। राजस्थान की कला, संस्कृति व अन्य परंपराओं को क्षेत्र से निकालकर देश-विदेश तक पहुंचाया जा रहा है।
अकेडमी की गतिविधियों की जानकारी देते हुए संस्था के अध्यक्ष श्री गौरव गुप्ता ने बताया कि संस्था का प्रयास है कि इन कलाओं के कलाकारों के कल्याण के भी प्रयास किये जाये और उनके बच्चों की शिक्षा व रोजगार पर भी ध्यान दिया जाये, जिससे जगप्रसिद्घ कालबेलियां नृत्य का प्रमोशन , मीरा उत्सव, कवित्री सम्मेलन, वाद-विवाद प्रतियोगिता, नाटक, नृत्य प्रतियोगिताएं, पेंटिंग, राजस्थान की यात्राएं व अन्य गतिविधियां शामिल है।
इस मौके पर विभिन्न स्कूली छात्र-छात्राओं और लखोटिया परिवार के सदस्यों ने मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय सेवायें प्रदान करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित भी किया गया।

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