- February 16, 2015
अक्षय ऊर्जा: राजस्थान पुरस्कृत : सोलर ऊर्जा का सबसे बड़ा हब बनेगा — ऊर्जा राज्य मंत्री
जयपुर, 15 फरवरी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित तीन दिवसीय ‘पहले अक्षय ऊर्जा वैश्विक निवेशक सम्मेलन और प्रदर्शनी’ में राजस्थान को अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कृत किया।
राजस्थान के ऊर्जा राज्यमंत्री श्री पुष्पेन्द्र सिंह ने राज्य सरकार की ओर से यह पुरस्कार ग्रहण किया। पुरस्कार सम्मान में एक प्रशंसा पत्र और स्मृति चिन्ह शामिल है।
नई एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एम.एन.आर.ई.) द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में केन्द्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री श्री पीयूष गोयल, केन्द्रीय उद्योग एवं वाणिज्य राज्यमंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण और देश-विदेश से भारी संख्या में आये प्रतिनिधिगण मौजूद थे।
राजस्थान बनेगा सबसे बड़ा ऊर्जा हब
पुरस्कार ग्रहण करने के बाद ऊर्जा राज्यमंत्री श्री पुष्पेन्द्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे के नेतृत्व में राज्य ऊर्जा के क्षेत्र में सराहनीय प्रगति कर रहा है और आगामी मार्च माह के अंत तक प्रदेश में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में 1200 मेगावाट ऊर्जा क्षमता हासिल हो जायेगी और राजस्थान देश में पहले नम्बर पर आ जायेगा।
श्री सिंह ने बताया कि वर्तमान में राजस्थान में अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में 4000 मेगावाट बिजली क्षमता अर्जित है जिसमें 865 मेगावाट सौर ऊर्जा, 3100 मेगावाट पवन ऊर्जा और 114 मेगावाट बायो ऊर्जा शामिल है।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा नई ‘सोलर-पॉलिसी’ जारी करने के बाद प्रदेश में सोलर पार्कस की स्थापना के लिए अब तक 26 हजार मेगावाट के एम.ओ.यू हो चुके है। इसी प्रकार पिछले तीन माह में विभिन्न सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए भी 14 हजार मेगावाट के एम.ओ.यू हुए है। उन्होंने बताया कि राज्य में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश के लिए रिलायंस, सन एडीशन, अडानी, आई.ई.एफ.एस जैसी अग्रणी कम्पनियां आगे आ रही है।