अक्षय ऊर्जा पर दांव कंपनी हिताची एबीबी पावरग्रिड

अक्षय ऊर्जा पर दांव कंपनी हिताची एबीबी पावरग्रिड

बिजनेस स्टैंडर्ड —- बिजली प्रौद्योगिकी क्षेत्र की अग्रणी कंपनी हिताची एबीबी पावरग्रिड देश में अक्षय ऊर्जा में हो रही लगातार वृद्धि पर दांव लगा रही है। कंपनी ने प्रमुख बिजली कंपनियों से कुल मिलाकर करीब 8.5 गीगावॉट सौर बिजली के लिए ऑर्डर के साथ अक्षय ऊर्जा श्रेणी में सालाना आधार पर 200 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है।

हिताची एबीबी पावरग्रिड के प्रबंध निदेशक (भारत) एन वेणु ने बिजनेस स्टैंडर्ड से बातचीत करते हुए कहा कि अक्षय ऊर्जा श्रेणी ें संभावित परियोजनाओं की स्थिति काफी दमदार है। उन्होंने कहा, ‘सौर और पवन ऊर्जा क्षेत्र में हमने अच्छी गतिविधि देखी है और हम भारत के विभिन्न हिस्सों में बड़ी अक्षय ऊर्जा कंपनियों से ट्रांसफॉर्मर और सबस्टेशन के लिए ऑर्डर हासिल किए हैं। अक्षय ऊर्जा श्रेणी में हमारी पेशकश महज एकीकरण तक सीमित नहीं है बल्कि मामूली मानव दखल, प्रक्रियाओं के स्वचालन और परिसंपत्ति प्रबंधन के साथ यूटिलिटी स्तर पर अक्षय ऊर्जा के कुशल पारेषण भी है।’

कंपनी ग्रीन कॉरिडोर को एक प्रमुख संभावित कारोबार के तौर पर देख रही है। कंपनी ने उम्मीद जताई है कि इस श्रेणी में कई परियोजनाएं आ सकती हैं। ग्रीन कॉरिडोर नवीकरणीय ऊर्जा के लिए समर्पित बिजली पारेषण प्रणाली है। करीब 20 ग्रीन कॉरिडोर परियोजनाओं की घोषणा हो चुकी है जिनके लिए निविदा जारी कीजा सकती है। जबकि 14 ग्रीन कॉरिडोर परियोजनाओं के लिए फिलहाल बोली प्रक्रिया चल रही है। कोविड के कारण परियोजनाओं में देरी हो चुकी है लेकिन हिताची ने उम्मीद जताई है कि इस क्षेत्र की गतिविधियों में तेजी से सुधार होगा।

हिताची एबीबी पावरग्रिड बिजली क्षेत्र को पारेषण ग्रिड कनेक्टिविटी एवं स्वचालन सेवाएं उपलब्ध कराने के अलावा निजी बिजली उपयोग करने वाले अन्य क्षेत्रों को भी अपनी सेवाएं उपलब्ध कराती है जिनमें रेलवे, डेटा सेंटर आदि शामिल हैं। वेणु ने कहा कि कंपनी भारत के ऊर्जा क्षेत्र में हो रहे बदलाव पर बाजार के मुकाबले कहीं अधिक रफ्तार से दांव लगा रही है। इलेक्ट्रिक मोबिलिटी क्षेत्र में कंपनी चार्जिंग एवं ऊर्जा भंडारण के लिए एकीकृत समाधान की पेशकश करती है।

एफपीआई ने निकाले 7,013 करोड़ रुपये
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने में अबतक भारतीय बाजारों से 7,013 करोड़ रुपये की निकासी की है। बॉन्ड पर प्राप्ति बढऩे के बीच एफपीआई ने भारतीय बाजारों में मुनाफा काटा है। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार एक से 12 मार्च के दौरान एफपीआई ने शेयरों से 531 करोड़ रुपये और ऋण या बॉन्ड बाजार से 6,482 करोड़ रुपये निकाले हैं। इस तरह उनकी शुद्ध निकासी 7,013 करोड़ रुपये रही है। इस रुख के उलट एफपीआई ने फरवरी में भारतीय बाजारों में 23,663 करोड़ रुपये और जनवरी में 14,649 करोड़ रुपये डाले थे। मॉर्निंगस्टार इंडिया के सहायक प्रबंध निदेशक (शोध) हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, मुनाफावसूली के कारण शेयरों में प्रवाह हाल के समय में घटा है।

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