‘‘अंत्योदय से भारत उदय‘‘—–सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन की धुरी

‘‘अंत्योदय से भारत उदय‘‘—–सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन की धुरी

भोपाल :(के.के. जोशी)——महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि राज्य शासन का प्रयास है कि बुरहानपुर रिफॉर्म, परफार्म और ट्रांसफारमेंशन अर्थात सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन की धुरी बने।

श्रीमती चिटनिस आज बुरहानपुर में प्रोफेसर बृजमोहन मिश्र स्मृति न्यास द्वारा आयोजित ताप्ती श्रवण माला के समापन सत्र को संबोधित कर रही थीं। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता डॉ.संबित पात्रा ने ‘‘सुशासनः नवाचार से‘‘ तथा दलित इंडियन चेंबर ऑफ कामर्स एण्ड इंन्डस्ट्रीज के संस्थापक एवं चेयरमेन पद्मश्री डॉ.मिलिंद कांबले ने ‘‘अंत्योदय से भारत उदय‘‘ विषय पर अपने विचार रखे।

डॉ.संबित पात्रा ने कहा कि, नोटबंदी तथा जीएसटी सर्व स्पर्शी नवाचार रहे हैं। हमें देश में पृथक-पृथक देखने की प्रवृति को समाप्त करना होगा। समावेशी प्रक्रिया से ही देश आगे बढ़ेगा। गतिशीलता और कर्मण्यता ही सुशासन के परिचायक हैं। यह गुण प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में शासन के हर क्रियाकलाप में दृष्टिगोचर हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जातिवाद, परिवारवाद तथा तुष्टिकरण की नीतियों से देश को मुक्त कराना होगा। श्री पात्रा ने कहा कि भारत की जनता ने नोटबंदी को जिस स्वरूप में स्वीकार किया, वह जनता की नवाचार और देश को आगे बढ़ाने की दृढ़ इच्छा का परिचायक है।

व्याख्यान माला में ‘‘अंत्योदय से भारत उदय‘‘ विषय पर श्री मिलिंद कांबले ने कहा कि, संघर्षशील समाज ही प्रगति करते हैं। उन्होंने अमेरिका का उदाहरण देते हुए बताया कि संघर्ष, एकजुटता और नवाचार करने की अदम्य इच्छा के परिणाम स्वरूप ही अमेरिका आज विश्व शक्ति है।

श्री कांबले ने कहा कि भीम एप, जनधन खाता, मुद्रा योजना से वित्तीय समावेशन की प्रक्रिया बढ़ी है। बडे़ पैमाने पर वंचित वर्ग देश की वित्तीय प्रणाली से जुड़ा है। श्री कांबले ने कहा कि दलित समाज के जीवन स्तर में आरक्षण से सकारात्मक बदलाव आया है। इससे शासकीय सेवा तथा राजनैतिक पदों पर दलित वर्ग के लोग आगे आये हैं।

अब उद्यमिता के क्षेत्र में भी वंचित वर्ग के लोग बेहतर प्रदर्शन कर सकें, इसके लिये आवश्यक प्रशिक्षण तथा वातावरण उपलब्ध कराने के व्यवस्थित प्रयास किये जा रहे हैं। श्री कांबले ने कहा कि बुरहानपुर के 300 युवाओं को उद्यमिता संबंधी प्रशिक्षण दिया जायेगा और इनमें से कम से कम 100 युवाओं को सफल उद्यमी के रूप में स्थापित किया जायेगा।

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