- November 26, 2018
अंत्योदय भवन व सरल केन्द्रों से दलालों पर नजर — – डॉ. राकेश गुप्ता
करनाल ——- मुख्यमंत्री सुशासन प्रकोष्ठ के परियोजना निदेशक एवं स्कूल शिक्षा विभाग के महानिदेशक राकेश गुप्ता ने कहा कि आम जनता को दलालों से छुटकारा दिलवाने के उद्देश्य से प्रत्येक अंत्योदय भवन व सरल केन्द्रों पर नागरिकों की सुविधा के लिए नए प्रावधान किए जा रहे है। इनमें केन्द्र प्रात: 9 से 4 बजे तक खुला रहने के साथ-साथ, एक दिन में उपलब्ध टोकन की सुविधा भी नागरिकों को स्क्रीन पर दिखाई देगी।
सरकार की तरफ से सख्त हिदायत है कि रविवार के दिन कोई भी अंत्योदय भवन व सरल केन्द्र खुला ना रहे, कार्यरत कम्प्यूटर ऑपरेटरों की डयूटी में भी बदलाव किया जाता रहेगा। टोकन मिलने के बाद किसी भी नागरिक को सेवा उपलब्ध कराने में 30 मिनट से ज्यादा समय नहीं लगना चाहिए। नागरिकों की सुविधा के लिए सभी केन्द्रों पर साइनेज बोर्ड, हेल्प लाईन नम्बर, सिक्योरिटी गार्ड तथा सीसी टीवी कैमरे की व्यवस्था करवाई जा रही है ताकि भ्रष्टाचार पर अंकुश लग सके।
राकेश गुप्ता करनाल दौरे पर लघु सचिवालय के सभागार में मंडल स्तरीय बैठक में करनाल व कैथल के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ अंत्योदय भवन, सरल केन्द्रों, हरपथ व सक्षम शिक्षा परियोजना की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे अपने कार्य में प्रगति लाएं, किसी भी कार्य में समस्याएं ढूंढना कोई हल नहीं, यदि संबंधित अधिकारी व कर्मचारी ऐसी ही आना-कानी करते रहेंगे तो लोगों को क्या सुविधाएं मिलेंगी।
अधिकारियों का कार्य आम जनता को सुविधा देना है, समस्याएं नहीं। जो अधिकारी अपने काम के प्रति रूचि नहीं रखते उनके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को नौकरी के साथ-साथ उनका सामाजिक दायित्व की जानकारी देते हुए कहा कि अधिकारी जनता का सेवक होता है और सेवा करना उनकी ड्यूटी होती है। उसकी प्राथमिकता जनता के कामों का त्वरित निस्तारण और उन्हें सुविधा देना है।
उन्होंने करनाल जिले की रैंकिंग व स्कोर की बात करते हुए बताया कि करनाल का कार्य अच्छा है जल्दी ही करनाल का अंत्योदय भवन मॉडल बनेगा। इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन के साथ-साथ जिला समाज कल्याण अधिकारी सत्यवान ढिलौड़ की पीठ थपथपाई। उन्होंने उपायुक्त, अतिरिक्त उपायुक्त व सम्बन्धित उपमंडलाधीशों को निर्देश दिए कि वे सप्ताह में कम से कम एक बार अंत्योदय भवन व सरल केन्द्रों का दौरा जरूर करें। इस दौरान वहा मौजूद नागरिकों से मिले और ऑनलाइन सेवाओं की मॉनेटरिंग भी करें।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे फील्ड में अपने दौरे के समय और सैमिनार लगाकर सरकार की इन स्कीमों व सेवाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार कर जनता को उसकी जानकारी दें। सरकार प्रशासनिक व्यवस्था को सुशासन की ओर ले जाने के लिए वचनबद्घ है।
परिणामस्वरूप अब प्रदेश के विभिन्न जिलों, उपमंडल स्तर पर तथा तहसीलों में अंत्योदय सरल केन्द्र खोले गए है। नागरिकों को चाहिए कि वे अपने कामों के लिए सरकारी कार्यालयों में न जाकर सरल केन्द्रों में उपलब्ध करवाई गई सुविधाओं का लाभ उठाए। वर्तमान में अन्तोदय भवन व सरल केन्द्रों में सरकार की करीब 424 स्कीमेें और सेवाओं का लाभ दिया जा है।
इस मौके पर कैथल के उपायुक्त धर्मबीर सिंह, करनाल के अतिरिक्त उपायुक्त निशांत कुमार यादव, संबंधित जिलों के एसडीएम, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, सीएमजीजीए सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।
शिक्षा की गुणवत्ता में लाएं सुधार, अपने-अपने ब्लॉकों को बनाएं सक्षम
राकेश गुप्ता ने कहा कि सक्षम शिक्षा परियोजना का मुख्य उद्देश्य शिक्षक और शिक्षार्थियों की मदद करना है और व्यवस्था को सुदृढ करके शिक्षा की गुणवता में सुधार लाना है। उन्होंने कहा कि गुणवता पर आधारित शिक्षा से लाखो गरीब परिवारों के बच्चों के शैक्षणिक स्तर में सुधार आएगा।
अगर शिक्षक दूसरे के बच्चों को अपना बच्चा समझकर पढ़ाएगा तो समाज में एक बड़ा बदलाव आएगा। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक अधिकारी तथा खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपने-अपने जिलों के ब्लॉकों को सक्षम बनाने के लिए कडी मेहनत करें और इस बारे अध्यापकों को प्रेरित करें ताकि सक्षम ब्लॉक के लिए 20 दिसम्बर को आयोजित होने वाली परीक्षा में सभी विद्यार्थी उर्तीण हो और मुख्यमंत्री का प्रदेश के सभी खंडो को सक्षम बनाने का सपना पूरा किया जा सके।