अंतिम प्रकाशन तक मतदाताओं के वास्तविक आंकड़े स्पष्ट होंगे — चुनाव आयोग

अंतिम प्रकाशन तक मतदाताओं के वास्तविक आंकड़े स्पष्ट होंगे — चुनाव आयोग

यूपी विधानसभा का कार्यकाल 14 मई 2022 को समाप्त
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नई दिल्‍ली. देश में कोरोना वायरस और ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच इस साल 5 राज्‍यों में विधानसभा चुनाव भी प्रस्‍तावित हैं.

चुनाव आयोग 5 चुनावी राज्‍यों में कोरोना वायरस के खिलाफ हो रहे टीकाकरण की रफ्तार को लेकर चिंतित है.

चुनाव आयोग ने पाचों चुनावी राज्‍यों के प्रमुख सचिवों को पत्र लिखकर राज्‍यों में कोरोना टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने का निर्देश दिया है. मणिपुर में कोरोना वैक्‍सीन की पहली डोज लगाने की कम दर पर चिंता जाहिर की गई है.

देश के पांच राज्‍यों गोवा, उत्‍तर प्रदेश, पंजाब, मणिपुर और उत्‍तराखंड में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसकी तैयारी के लिए चुनाव आयोग की टीमें भी लगातार राज्‍यों का दौरा कर रही हैं.

इलाहाबाद हाईकोर्ट की ओर से चुनाव आयोग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए यूपी चुनाव टालने पर विचार करने को कहा था.

मुख्य निर्वाचन आयुक्त की अगुवाई में चुनाव आयोग का एक दल लखनऊ के तीन दिवसीय दौरे पर गया था और उसने विधानसभा चुनाव के सिलसिले में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के अलावा चुनाव से संबंधित तमाम अधिकारियों के साथ अलग-अलग बैठकें की थीं. यूपी की मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 14 मई 2022 को समाप्त हो जाएगा.

यूपी में पांच जनवरी को निर्वाचक नामावली अंतिम रूप से प्रकाशित की जाएगी.

आयोग ने कहा कि नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन तक मतदाता अपने दावे और आपत्तियां दर्ज करा सकेंगे. प्रदेश में अभी तक मतदाताओं की संख्या 15 करोड़ दो लाख से अधिक है और अंतिम प्रकाशन तक मतदाताओं के वास्तविक आंकड़े स्पष्ट होंगे.

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