अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस : सक्षमता का प्रमाण – गढ़पाले

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस :  सक्षमता का प्रमाण – गढ़पाले

सीधी  (विजय सिंह ) —–अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्षय में संचालनालय महिला सशक्तिकरण महिला एवं बाल विकास विभाग भोपाल से प्राप्त निर्देश के परिप्रेक्ष्य में कलेक्टर विशेष गढ़पाले के मार्गदर्शन में ‘‘महिला सशक्तिकरण का एक दशक’’ विषय पर महिलाओं के सशक्तिकरण हेतु विभिन्न विभागों की उपस्थिति मेंआज विशेषमहिला जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन जिला पंचायत के सभागार में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ स्वागतम लक्ष्मी गीत से किया गया ।Mahila Divas

 कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सभी को बधाई देते हुये कहा कि समाज में महिलाओं के प्रति लोगोे का नजरिया बदलने की आवष्यकता है। महिलाए तो आदिकाल से सशक्त थी आज भी वे सशक्त है। किसी भी क्षेत्र में अपनी नजर डाले तो आप पायेंगें कि यदि उन्हे अवसर मिला है तों उन्होने अपनी सक्षमता को प्रमाणित किया है। अब केवल आवश्यकता है समाज को उनके प्रति सम्मानपूर्वक भावना की | उन्हे आदर दे जहां सहयोग की आवश्यकता हो सहयोग प्रदान करें | अपने अनुभवों को सापेक्ष करते हुए उदाहरण दिया कि मैदानी महिलाकर्मियों, आशा कार्यकताओं के साथ विकासखंड पर,जिला स्तर पर रात्रिकालीन समय में होने वाली परेशानियों के संबंध में प्रकाश डालतें हुए उदाहरण प्रस्तुत करतें हुए यह कहा गया कि महिला होने के नाते जनसमुदाय व विभाग उनकी सुरक्षा के लिए जिम्मेदारी समझे एवं आवश्यक सहयोग प्रदान करे ।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर गुलावी वस्त्र अथवा प्रतीकात्मक चिन्ह के साथ महिलाओं के प्रति सम्मान के लिए अपनी भवनाओं की अभिव्यक्ति कर सकतें थें, किन्तु आह्वान के बाद भी कम संख्या में उसका पालन न किया जाना यह उदाहरण है कि हम यह स्वीकार ही नही कर पाते है कि उनका सम्मान भी करना है । अतः महिलाए जो समाज का आधा हिस्सा है, परस्पर एक दूसरे का सम्मान कायम रखतेहुए उनके प्रति सकारात्मक सोच को बढ़ावा देने की दिशा में सभी को नजरिया बदलने की आवश्यकता है ।

जिला एवं सत्र न्यायालय सीधी के मुख न्यायिक मजिस्ट्रेट ए.पी. राहुल ने महिलाओं के अधिकारों से संबंधित विधिक प्रावधानो का वर्णन करतें हुए घरेलू हिंसा अधिनियम 2005 कार्यस्थल पर महिलाओं का लैगिक शोषण प्रतिषेध प्रतितोष निवारण अधिनियम 2013 दहेज, हिन्दू विवाह अधिनियम एवं निःषुल्क विधिक सहायता के संबंध मे जानकारी प्रदान की।

 विकास खण्ड महिला सशक्तीकरण अधिकारी सिहावल श्रीमती माधुरी सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्षय में दिनांक 08 मार्च से 15 मार्च तक आयोजित कार्यक्रम की रूपरेखा के संबंध में सभी को अवगत कराया। महिला कार्यक्रम में उपस्थित अथिति एवं प्रतिभागियों का, सषक्त नारी सषक्त समाज अंकित वैजेस् लगाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम में महिलाओं के सम्मान हेतु विविध क्षेत्र में कार्यरत अधिकारी/कर्मचारी तथा प्रबु़द्ध जनो द्वारा अपने – अपने विचार रखें गए ।

 उद्बोधन की श्रृंखला में सर्वप्रथम सहायक कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल द्वारा विचार रखते हुए यह जानकारी दी गई कि अपने कार्यक्षेत्र में कार्य के दौरान मैने यह महसूस किया है कि आज भी महिलाए निर्णय लेने में स्वतंत्र नही हैं। ग्रामीण क्षेत्र में अच्छे पदो पर होते भी उनके कार्यक्षेत्र में घर के पुरूषो का हस्तक्षेप रहता है। सही मायने मे महिलाए तभी सशक्त होगी जब वे अपने पदीय दायित्वों का निर्वहन कर रही हो तो सही एवं गलत का निर्णय स्वयं ले ओसमाज को स्वयं के सक्षम होने का उदाहरण प्रस्तुत करें ।

तहसीलदार गोपद बनास संदीप श्रीवास्तव ने संवाद में भागीदारी निभातें हुए अपने विचार रखें। उन्होने कहा कि समय बदल गया है, वर्तमान मेंपहले की तरह महिलाओं की उपेक्षा नही हो रही है, प्रत्येक स्तर पर महिलाओं ने अपने को प्रमाणित किया है वो सफल रही है । जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में महिलाए अग्रणी होकर कार्य कर रही है। बावजूद इसके आरक्षण की मांग करना यह प्रमाणित करता है कि उन्हे समाज में सशक्त बनाने की दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है ।

 इसी कड़ी मे डा. आर.एल वर्मा स्वस्थ्य विभाग ने कहा कि विभाग में कार्यरत महिला कर्मचारी, आशा कार्यकर्त्ता व अन्य महिलाओं के अधिकारों के संबंध में जानकारी प्रदाय करतें हुए बताया गया कि वर्तमान समय मे विभाग में महिलाओं का नजरिया अपने अधिकारों के प्रति ज्यादा सशक्त हुआ है । वे निडर होकर दिन रात कार्य कर रही है। एक समय था जब वे स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं को जनसामान्य तक पहुंचाने के लिए परिवार के पुरूषों की मदद लेती थी, किन्तु वे स्वतः सामने आकर सेवाए दी रही है और अपने हक के लिए आवाज भी उठाती है ।

श्रीमती अरूणिमा पाठक काउन्सलर परिवार परामर्श केन्द्र (महिला प्रकेाष्ठ) ने अपने अनुभवो को सबके समक्ष रखतें हुए बताया कि आये दिन परिवार में उत्पन्न हुए विवादों को सुलझाने हेतु महिला एवं पुरूष दोनों की काउन्सलिंग करने का मुझे लंबा अनुभव रहा है। चर्चा में मैने महसूस किया है कि महिला एवं पुरूष मे एक दूसरे के प्रति नकारात्मक सोच के कारण पारिवारिक विवाद होते है जिन्हे आपसी समझ एवं एक दूसरे के प्रति सम्मान से सुलझाया जा सकता है। नकारात्मक सोच के कारण घर टूटने की कगार पर होता है इसलिए चाहे वो महिला हो या पुरूष एक दूसरे के लिए आदर भाव रखे तभी पारिवारिक विवाद को सुलक्षा कर एक समतामूलक समाज का निर्माण किया जा सकेगा। यह भेद महिला एवं पुरूष के आधार पर न होकर एक इंसान को एक इंसान समझ की प्रेरणा पर आधारित होना चाहिए ।

अभिव्यक्ति संस्था के कमल श्रीवास्तव ने नषा मुक्त समाज के निमार्ण हेतु महिलाओं की भुमिका पर प्रकाश डालतें हुए यह कहा कि जिलें में यह प्रायः यह देखने मिलता है कि घरेलू विवाद /अपराध का प्रमुख कारण घर के सदस्यों का नशेमें लिप्त होना होता है । माता जो जननी है, परिवार की पालनहार है, संस्कार दात्री है उनसे यह अपील है कि परिवार को नशा मुक्त करने हेतु आगे आयें, तभी अपराध मुक्त समाज का निमार्ण हो सकेगा ।

चन्द्रप्रभा सिंह अनुदेशिका सव्यसांची आंगनवाड़ी प्रशिक्षण केन्द्र की अनुदेशिका श्रीमती चन्द्र प्रभा सिंह के द्वारा महिलाओं के प्रति सकारात्मक सोच रखने हेतु सभागार में उपस्थित जनसमुदाय से आहवान किया गया । कार्यक्रम में दहेज प्रताड़ना एवं कानूनी अधिकार पर सव्यसांची सीधी की महिलाओं लघु नाटिका की प्रस्तुति दी गयी ।

एड्स नियंत्रण पर जागरूकता गीत कलापथक दल सामाजिक न्याय विभाग सीधी के द्वारा प्रस्तुत किया गया कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु सम्मान श्रृंखला मे श्रीमती मीरा गौतम अध्यक्ष बाल कल्याण समिति (बाल कल्याण के क्षेत्र में), श्रीमती निषा मिश्रा अध्यक्ष स्थानीय परिवाद समिति कार्यस्थल पर महिलाओं का लैगिक शोषण प्रतिषेध प्रतितोष निवारण अधिनियम 2013। कुमारी सरिता सिंह, कुमारी प्राची पाण्डेय छात्रा एस.जी.एस. सीधी को एड्स जागरूकता के क्षेत्र में, श्रीमती मन्जू शर्मा उपनिरिक्षक जमोड़ी थाना पुलिस सेवा के क्षेत्र में, श्रीमती अरूणिमा पाठक को काउन्लर परिवार परामर्श केन्द्र सीधी कोघरेलू हिंसा के काउन्सलिंग के क्षेत्र में, निर्भया शुक्ला सहायक उपनिरिक्षक प्रभारी महिला प्रकोष्ठ सीधी काउन्सलिंग के क्षेत्र में, प्रार्थना शुक्ला शास्त्री शिक्षा समिति अमिलिया महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के क्षेत्र में, निधि सिंह कौशल विकास के क्षेत्र में, सुश्रीउषा त्रिपाठी महिलाओं के आथिक स्वावलंबन के क्षेत्र में, श्रीमतीज्योति सिंह महिला समन्वयक ग्राम सुधार समिति सीधी कोघरेलू हिंसा एवं महिला उत्पीड़न के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किये जाने हेतु स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र भेट कर माननीय् सी.जे.एम. एवं कलेक्टर महोदय के द्वारा सम्मान किया गया ।

विशेष महिला जनसुनवाई के कार्यक्रम में समस्त विभागों के विभाग प्रमुख अधिकारी एवं विकासखंड महिला सशक्तिकरण अधिकारी श्रीमती रतन सिंह सीधी,श्रीमती सत्यभामा सिंह मझौली, श्रीमती अर्पणा पाण्डेय रामपुर नैकिन, जिला विधिक सहायता अधिकारी अभय सिंह,शौर्यादल के सदस्य विभिन्न क्षेत्र से आई हुई प्रवु़द्ध महिलाएं, एवं स्वयं सेवी संस्थाओं से संजय सिंह भदौरिया सचिव व अन्य सदस्य सव्य सांची अर्वन फार रूलर डेव्लपमेंट सीधी एवं अन्य स्वयंसेवी संस्थाओ के सदस्य एवं भारी संख्या में महिलाए एवं प्रबुद्धजन उपस्थित थे | कार्यक्रम का समापन हम होंगे कामयाब गीत से किया गया ।

श्रीमती माधुरी सिंह बी.डब्लू ई. ओ.के द्वारा सभागार में उपस्थित अधिकारी एवं जनसमुदाय का महिला सशक्तिकरण महिला एवं बाल विकास की ओर आभार ज्ञापित किया गया ।

 संपर्क -स्वतंत्र पत्रकार
19, अर्जुन नगर सीधी

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