- June 20, 2017
अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग कलाकार समारोह —
भोपाल (केके जोशी)———– सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने भारत भवन में अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग कलाकारों की रचनाशीलता पर आधारित समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि दिव्यांग कलाकारों का एक अभिनव आयोजन बताया।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार का आयोजन देश और प्रदेश का पहला आयोजन है। श्री भार्गव ने कहा कि दिव्यांगता शारीरिक नहीं होती है, वहमानसिक होती है। जो व्यक्ति दिव्यांग नहीं है और वह परमार्थ के कार्य नहीं करता है, तो सही मायने में वह दिव्यांग है।
श्री भार्गव ने कहा कि बहादुरी और नेतृत्व के मामले में दिव्यांगता आड़े नहीं आती है। इस समर्थ आयोजन में दिव्यांगजनों को अपनी कला का प्रदर्शन करने और सीखने का मौका मिला, जिससे हमारे प्रदेश के दिव्यांगजन के जीवन में खुशहाली आयेगी और प्रगति के पथ पर आगे बढ़ेगें।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने प्रदेश में स्पर्श अभियान के माध्यम से 6 लाख से ज्यादा दिव्यांगजनों को ब्लाक और मुख्यालय पर प्रमाण-पत्र प्रदान किये गये, जिससे वे पात्रता के अनुसार हितग्राही लाभ ले रहें हैं। उन्होंने कहा कि हजारों की संख्या में प्रदेश में दिव्यांगजनों को नौकरी दी गई है और दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आई.टी.आई. ट्रेनिंग भी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्ष में अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर का आयोजन किया जायेगा। जिससे दिव्यांगों की बहुमुखी प्रतिभा को आगे आने का मौका मिलेगा।
कार्यक्रम में प्रदेश के समस्त संभागों से आये दिव्यांगजनों को मंत्री भार्गव द्वारा स्मृति चिन्ह और प्रमाण-पत्र प्रदान किये गये। यह 5 दिवसीय आयोजन संस्कृति विभाग और सामाजिक न्याय विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया था। जिसमें दिव्यांगजनों ने संगीत, नृत्य, गायन, नाटक और वक्तव्य पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत किये।
संस्कृति विभाग द्वारा इन दिव्यांगों की कला को निखारने के लिए और सही मंच मिले इसके लिए विषय-विशेषज्ञों की एक टीम भी आमंत्रित की गई थी। कार्यक्रम में संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव श्री मनोज श्रीवास्तव, सामाजिक न्याय विभाग की प्रमुख सचिव नीलम शमी राव और दिव्यांगजन उपस्थित थे।