- February 3, 2015
स्वाइन फ्लू से बचाव एवं उपचार -जिला कलक्टर श्री कृष्ण कुणाल
जयपुर- जिला कलक्टर श्री कृष्ण कुणाल ने जिले में स्वाइन फ्लू-इन्फ्लूएंजा ए(एच1एन1) बीमारी के प्रकोप से बचाव एवं उपचार तथा जागरूकता बढाने के सम्बन्ध में विस्तृत निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने सोमवार को इस सम्बन्ध में शिक्षा विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर जनसामान्य, सभी विद्यालयों के विद्यार्थियों एवं स्टाफ को रोग की विस्तृत जानकारी देकर इस रोग के बचाव एवं उपचार के सम्बन्ध में जागरूकता बढाने के निर्देश दिए दिए हैं।
उन्होनें बताया कि स्वाइन फ्लू-इन्फ्लूएंजा ए(एच1एन1) बीमारी की समय पर जानकारी होने व उपचार किए जाने से यह बीमारी पूर्णत: उपचार योग्य है परन्तु समय पर इसका उपचार अत्यंत आवश्यक है। अत: स्वाइन फ्लू रोग से ग्रसित होने पर ऐसे बच्चों को स्कूल न भेजकर उनका 7 दिवस का आइसोलेशन (पृथक्कीकरण) करना चाहिए एवं चिकित्सक से तत्काल उपचार कराना चाहिए।
उन्होंने स्वाइन फ्लू- इन्फ्लूएन्जा ए(एच1एन1) के लक्षणों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बुखार, खांसी, छींक व नाक से पानी बहना, गले और श्वांस लेने में तकलीफ, बदन दर्द, जोड़ों में सूजन, दस्त व उलटी आदि स्वाइन फ्लू के प्रमुख लक्षण है। स्वाइन फ्लू- इन्फ्लूएन्जा ए(एच1एन1) का रोग एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के सम्पर्क में आने से फैलता है।
उन्होंने बताया कि स्वाइन फ्लू की जांच हेतु सवाई मानसिंह चिकित्सालय, जयपुरिया अस्पताल, कांवटियां अस्पताल, बनीपार्क सैटेलाईट अस्पताल, सेठी कॉलानी सैटेलाईट अस्पताल तथा कोटपूतली जिला चिकित्सालय में नि:शुल्क जांच केन्द्र स्थापित किये गये है। स्वाइन फ्लू के संबंध में अधिक जानकारी के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सेठी कॉलानी, जयपुर के कार्यालय में एक नियंत्र्ण कक्ष स्थापित किया गया है। जिसके फोन नं0. 0141-2605858 तथा 0141-2603426 है। ये नियंत्रण कक्ष राउण्ड द क्लॉक कार्यरत हैं।
स्वाइन फ्लू से बचाव हेतु ध्यान रखें
-स्वाइन फ्लू-इन्फ्लूएन्जा ए(एच1एन1) से बचाव हेतु खांसते एवं छींकते समय मुंह पर रूमाल या मास्क का प्रयोग करें।
-घर के अन्य सदस्यों को रोगी से दूरी बनाये रखनी चाहिए।
-बार-बार अपने हाथ साबून से धोने चाहिए।
– रोगी के परिवार के अन्य सदस्यों को भी चिकित्सक से संपर्क कर अपनी जांच करानी चाहिए।
जिला कलक्टर श्री कुणाल ने जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शिक्षा जयपुर प्रथम एवं द्वितीय तथा जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक शिक्षा, जयपुर एवं उप निदेशक माध्यमिक, प्रारम्भिक शिक्षा जयपुर को निर्देश दिए हैं कि स्वाइन फ्लू-इन्फ्लूएंजा ए(एच1एन1) से बचाव एवं उपचार के सम्बन्ध में जिले के सभी विद्यालयों के विद्यार्थियों एवं स्टाफ को भी इसकी विस्तृत जानकारी दी जाए।
श्री कुणाल ने उप निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग को निर्देश दिए हैं कि जिले के समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं आशा सहयोगिनियों द्वारा जनसामान्य को स्वाइन फ्लू-इन्फ्लूएंजा ए(एच1एन1) से बचाव एवं उपचार के सम्बन्ध में जानकारी दी जाए। निर्देशानुसार जयपुर जिले की समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा आशा सहयोगिनियां प्रतिदिन प्रात: 8 बजे अपने क्षेत्र की एएनएम से सम्पर्क कर अपने-अपने क्षेत्रों में प्रतिदिन 50 घरों में जाकर स्वाइन फ्लू-इन्फ्लूएंजा ए(एच1एन1) बीमारी से बचाव एवं उपचार के सम्बन्ध में सभी व्यक्तियों को जागरूक करेंगी। साथ ही वे रोग की आशंका वाले व्यक्तियों की जांच एवं निकटतम चिकित्सालय से उसके उपचार की समुचित कार्यवाही भी सुनिश्चित करेंगी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा आशा सहयोगिनियां प्रतिदिन इस सम्बन्ध में रिपोर्ट अपने सीडीपीओ को प्रस्तुत करेंगी एवं सीडीपीओ अपने क्षेत्र की रिपोर्ट को एकत्रित कर सीएमएचओ जयपुर को भिजवाया जाना सुनिश्चित करेंगे।
फरवरी माह के अन्त तक सभी विद्यालयों में प्रार्थना सभा पर रोक
जिला कलक्टर श्री कृष्ण कुणाल ने जयपुर जिले में सर्दी के मौसम में स्वाइन फ्लू-इन्फ्लूएंजा ए(एच1एन1) की बीमारी के प्रकोप के कारण इसके संक्रमण एवं बचाव की दृष्टि से सभी राजकीय एवं निजी विद्यालयों में होने वाली प्रार्थना सभा के आयोजनों पर फरवरी 2015 के अंत तक रोक लगाने के आदेश जारी किए हैं।
नगर निगम क्षेत्र के प्रत्येक वार्ड में नियमित व निरन्तर सफाई के निर्देश
जयपुर जिले में सर्दी के मौसम में स्वाइन फ्लू-इन्फ्लूएंजा ए(एच1एन1) की बीमारी के प्रकोप के सम्बन्ध में जिला कलक्टर श्री कृष्ण कुणाल की अध्यक्षता में चिकित्सा अधिकारियों के साथ 2 फरवरी 2015 को आयोजित बैठक में तय किया गया कि जयपुर शहर में स्वाइन फ्लू-इन्फ्लूएंजा ए(एच1एन1) के रोगियों की संख्या को देखते हुए इस बीमारी के प्रकोप को रोकने हेतु सभी प्रयास किए जाने आवश्यक है। उन्होंने जयपुर नगर निगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को निर्देशित किया है कि वे नगर निगम क्षेत्र के प्रत्येक वार्ड में नियमित व निरन्तर सफाई कार्य सुनिश्चित करने के लिए सम्बन्धित जोन आयुक्तों को पाबन्द करें ताकि स्वाइन फ्लू के संक्रमण को रोका जा सके।
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