- February 4, 2015
स्वाइन फ्लू की समीक्षा- मुख्यमंत्री
जयपुर- मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने प्रदेश में स्वाइन फ्लू पर नियंत्रण एवं इसके बारे में जागरूकता के लिये राज्य, सम्भाग एवं जिला स्तर पर तत्काल प्रभाव से टास्क फोर्स गठित करने के निर्देश दिये हैं। श्रीमती राजे मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में राज्य में स्वाइन फ्लू की स्थिति की समीक्षा कर रही थी।
श्रीमती राजे के निर्देशानुसार राज्य स्तर पर मुख्यमंत्री सलाहकार परिषद् में स्वास्थ्य उपसमूह के सदस्य डॉ. अशोक पनगडिय़ा की अध्यक्षता में टास्क फोर्स का गठन होगा। सम्भाग स्तर पर संभागीय आयुक्त तथा जिला स्तर पर जिला कलक्टर की अध्यक्षता में टास्क फोर्स बनेगी। ये टास्क फोर्स प्रतिदिन बैठक कर स्थिति की समीक्षा करेंगी।
प्रदेश के विद्यालयों में प्रार्थना सभा पर रोक
मुख्यमंत्री ने बैठक में प्रदेशभर के सभी विद्यालयों में कुछ समय के लिये प्रार्थना सभा को स्थगित करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये वे इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन, फिजिशियन एसोसिएशन, पीडियाट्रिशियन एसोसिएशन तथा प्राइवेट प्रेक्टिशनर्स एसोसिएशंस के साथ भी बैठक करें।
लक्षण दिखते ही उपचार के निर्देश
श्रीमती राजे ने जनता से अपील की है कि स्वाइन फ्लू से डरे नहीं, इसके लक्षण दिखाई देने पर तुरंत चिकित्सकों से सम्पर्क करें और समय पर दवाई लेने से इसका उपचार सम्भव है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि पूरे राज्य के चिकित्सकों को हिदायत देंं कि नाक का बहना, सिरदर्द, बुखार व गले में खरास जैसे लक्षण पाये जाने पर ऐसे मरीजों का तुरंत आवश्यक उपचार शुरू करें।
टेमीफ्लू पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध
बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य के हर जिले में स्वाइन फ्लू के उपचार में काम आने वाली टेमीफ्लू की टेबलेट्स पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हंै। साथ ही राज्य स्तर से प्रत्येक जिले में प्रभारी अधिकारी लगाये गये हैं।
बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड, मुख्य सचिव श्री सी.एस.राजन, मुख्यमंत्री सलाहकार परिषद् में स्वास्थ्य उपसमूह के सदस्य डॉ. अशोक पनगडिय़ा, प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री मुकेश शर्मा, अतिरिक्त निदेशक, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन श्री नीरज के. पवन सहित चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
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