- December 28, 2017
स्वाइन फ्लू की समीक्षा —- प्रभावित क्षेत्रों मेें घर-घर जाकर की जायेगी स्क्रीनिंग
जयपुर————- चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री कालीचरण सराफ ने कहा कि प्रदेश में स्वाईन फ्लू से बचाव एवं रोकथाम के लिए स्वाइन फ्लू पॉजिटिव पाये गये प्रभावित क्षेत्रों में घर-घर कर जाकर स्क्रीनिंग की जायेगी एवं स्वाइन फ्लू के लक्षण पाये जाने पर जांच के साथ ही रोकथाम व उपचार के लिये दवाईयां उपलब्ध कराई जायेगी।
सवाई मानसिंह चिकित्सालय में स्वाईन फ्लू के लिए अनवरत 24 घण्टे ओपीडी, जांच व रिपोर्टिग की व्यवस्था की गई है । उन्होंने कहा कि स्वाईन फ्लू से डरने की नहीं बल्कि तत्काल जांच व उपचार कराने की जरूरत है। उन्होंने लक्षण प्रतीत होते ही तत्काल जांच कराने की अपील की है ।
श्री कालीचरण सराफ की अध्यक्षता में गुरूवार को प्रातः आयोजित स्वाइन फ्लू की समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी गई। चिकित्सा मंत्री ने स्वाइन फ्लू की स्क्रीनिंग, दवाईयों की उपलब्धता, सैम्पल एकत्रित करने की सुविधा, जांच की व्यवस्था, आईसोलेशन वाडर््स की स्थिति, आईसीयू की व्यवस्था, नियंत्रण कक्ष की प्रभावशीलता एवं रेफरल सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली एवं आवश्यक निर्देश दिये।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में स्वाइन फ्लू की जांच के लिए नमूने एकत्रित करने की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। उन्होनें एकत्रित नमूनों को जांच के लिए मेडिकल कॉलेजों में भिजवाकर तत्काल जांच रिपोर्ट लेने एवं पॉजिटिव पाये जाने पर यथाशीघ्र उपचार प्रारम्भ करने के निर्देश दिये।
उन्होंने स्वाइन फ्लू प्रभावित क्षेत्रो में संबंधित रेपिड रेस्पॉन्स टीमें भिजवाकर घर-घर जाकर स्क्रीनिंग कराने तथा स्वाइन फ्लू के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार कर जनचेतना जाग्रत करने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में एएनएम एवं आशा कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर स्क्रीनिंग के साथ ही स्वाइन फ्लू के बारे में जनचेतना जागृत करने के निर्देश दिये गये है ।
सभी जिलों में स्वाइन फ्लू नियंत्रण कक्ष
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में स्वाइन फ्लू पर नियंत्रण, रोकथाम एवं उपचार के लिए की गयी आवश्यक व्यवस्थाओं की निदेशालय स्तर पर दैनिक मॉनिटरिंग की जा रही है। स्वाइन फ्लू की निगरानी एवं तत्काल आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश स्तर पर निदेशालय में एवं सभी जिलों में स्वाईन फ्लू नियंत्रण कक्ष अनवरत 24 घण्टे कार्य कर रहे हैं। निदेशालय स्थित नियंत्रण कक्ष का टेलीफोन नम्बर 0141-2225000 एवं 2225624 है । टोल फ्री 104 से स्वाइन फ्लू के लक्षण, जांच एवं उपचार के विषय में आवश्यक जानकारी ली जा सकती हैं एवं आवश्यक सूचनाएं दी जा सकती हैं।
1580 आईसोलेशन बेड्स, 214 आईसीयू बेड्स एवं 198 वेंटीलेटर उपलब्ध
श्री सराफ ने बताया कि स्वाइन फ्लू के उपचार के लिये जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर तक 3 हजार 33 अस्पतालों में स्क्रीनिंग सेंटर कार्यरत होने के साथ ही अलग से 1 हजार 580 आईसोलेशन बेड्स, 214 आईसीयू बेड्स एवं 198 वेंटीलेटर उपलब्ध हैं।
दवा व जांच की पर्याप्त सुविधा
उन्होंने बताया कि स्वाइन फ्लू की जांच के लिये जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर तक 2164 वीटीएम उपलब्ध है। इसके साथ ही 138908 ट्रीपल लेयर मॉस्क, 4634 एन-95 मॉस्क व 908 पीपीई किट उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि उपचार हेतु टेमी फ्लू भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। प्रदेश में इस समय लगभग 8 लाख 75 एमजी की व 5 लाख 30 एमजी की टेमी फ्लू एवं लगभग 13 हजार सिरप उपलब्ध है ।
स्वाइन फ्लू की सभी जांच सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध
श्री सराफ ने बताया कि प्रदेश के सभी राजकीय मेडिकल कॉलेज, जयपुर, अजमेर, बीकानेर, कोटा, उदयपुर, जोधपुर, झालावाड एवं डीएमआरसी जोधपुर सहित 8 राजकीय संस्थाओं में चिकित्सक के परामर्श पर निःशुल्क जांच की जा रही है। शासन सचिव, चिकित्सा शिक्षा श्री आनंद कुमार ने बताया कि स्वंय की इच्छा से जांच कराने की स्थिति में 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों, गर्भवती महिलाओं, बीपीएल कार्डधारी परिवारों, निःशक्तजन, विधवाओं, वरिष्ठ नागरिकों एवं इन्डोर मरीजों को स्वाइन फ्लू की सभी जांच सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध करवायी जा रही हैं।
सवाई मानसिंह चिकित्सालय में विशेष व्यवस्थायें
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि स्वाइन फ्लू की जांच व उपचार के लिए सवाई मानसिंह चिकित्सालय में 24 घण्टे की अलग से ओपीडी, 24 घण्टे सेम्पल कलेक्शन की सुविधा के साथ ही 24 घण्टे ही जांच रिपोर्ट देने का कार्य किया जा रहा है। जांच में पॉजिटव पाये जाने पर संबंधित व्यक्ति के मोबाईल पर एसएमएस द्वारा सूचना दी जा रही है ।
उन्होंने बताया कि एसएमएस में स्वाइन फ्लू के लिये 15 बेड का अलग से ऑबजर्वेशन वॉर्ड के साथ ही 13 बेड का वेन्टीलेटर सहित आईसीयू आरक्षित किया गया है। एसएमएस में स्वाइन फ्लू मरीजों के संपर्क में आने वाले चिकित्साकर्मियो को वेक्सीन लगाये जा चुके है एंव 120 डोज ओर उपलब्ध है। साथ ही 180 पीपीई किट व 5 हजार एन 95 तथा 5 हजार मल्टीलेयर मॉक्स भी उपलब्ध है ।
एसएमएस मेडिकल कॉलेज में मेडिकल छात्रों में स्वाइन फ्लू पॉजिटव पाये जाने पर तत्काल सेम्पल लिये गये एवं 4 पॉजिटव मामलो में उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की गई कॉलेज के चारों हॉस्टल्स में मेडिकल टीम द्वारा स्क्रीनिंग भी गई साथ ही संबंधित पॉजिटव मामलो में उनके संपर्क में आये व्यक्तियों तथा उनके निवास के आस-पास क्षेत्रो मेंं भी स्क्रीनिंग करवाई गई ।
ओटीएस में 820 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग
श्री सराफ ने बताया कि ओटीएस प्रशिक्षु अधिकारियो मेंं स्वाइन फ्लू पॉजिटव पाये जाने पर 74 सेम्पल लिये गये एवं पॉजिटव पाये गये 9 मामलो में समुचित उपचार के साथ ही निर्धारित मापदण्डो के अनुसार उनके सम्पर्क में आये व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गई । ओटीएस के सभी हॉस्टल्स व ओटीएस कॉलोनी के निवासियो सहित 820 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गई ।
मिशिगन स्ट्रेन में भी टेमी फ्लूू व प्रचलित वेक्सीन उपयुक्त
एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा0 यू0एस0 अग्रवाल एवं माईक्रोबॉयलोजिस्ट डा0 भारती मल्होत्रा ने बताया कि नवीनतम् अध्ययन के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि इस वर्ष आये स्वाईन फ्लू के मिशिगन स्ट्रेन में भी टेमी फ्लू व प्रचलित वेक्सीन पूर्णतः प्रभावी एवं उपयुक्त है ।
बैठक में शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री आनंद कुमार, एसएमएस अस्पताल अधीक्षक डॉ. डीएस मीणा, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. वी.के. माथुर, अतिरिक्त निदेशक ग्रामीण स्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर एवं अतिरिक्त निदेशक डॉ. एस.एन. धौलपुरिया सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।