• March 14, 2016

स्वच्छता मिशन :प्रेरक माहौल – डॉ. दीपक आचार्य उप निदेशक

स्वच्छता मिशन :प्रेरक माहौल – डॉ. दीपक आचार्य  उप निदेशक

उदयपुर  —(सूचना एवं जनसंपर्क)—– स्वच्छ भारत मिशन से जुड़े तमाम आयामों के बेहतर क्रियान्वयन और आम जन तक स्वच्छता का संदेश संवहित करने की दिशा में उदयपुर जिले भर में व्यापक गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है।

लोक जागरुकता के विभिन्न माध्यमों के प्रभावी उपयोग, ग्रामीणों के घर-द्वार पहुंच कर समझाईश और सामूहिक जागरुकता कार्यक्रमों ने हर तरफ स्वच्छता का पैगाम मुखरित किया है।Garvilo

इसी का परिणाम है कि जिले में गाँव-कस्बों से लेकर दूरदराज के पर्वतीय क्षेत्रों तक स्वच्छता चेतना का सार्थक माहौल बना है और आम ग्रामीणजन स्वच्छ भारत मिशन की गतिविधियों में स्वैच्छिक भागीदारी से आगे आ रहे हैं।

ग्रामीणों को स्वच्छता के बारे में जागरुक करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा हर स्तर पर अधिकारियों एवं कर्मचारियों के माध्यम से ठोस मोनिटरिंग की जा रही है, अल सुबह भ्रमण कर लोगों को समझाईश के साथ ही गांवों में चेतना बैठकों, ट्रिगरिंग विधा से जानकारी देने, स्कूली बच्चों की जागरुकता प्रभातफेरियोंं, स्वच्छता पदयात्राओं तथा अन्य कई आयोजनों के माध्यम से स्वच्छता जागरुकता को आकार दिया जा रहा है।

जन प्रतिनिधियों से लेकर ग्रामीणों और विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं तथा ग्राम पंचायतों की अनवरत सक्रिय भागीदारी से हर तरफ अच्छा-खासा माहौल बना हुआ है। गांवों में इस बात की होड़ मची है कि उनका क्षेत्र खुले में शौच से मुक्त घोषित हो। इसके लिए सभी मिल कर सामूहिक जिम्मेदारी की भावना से स्वच्छता का इतिहास रचने को उत्सुक एवं उद्यत बने हुए हैं।

अधिकारियों, कार्मिकों, स्कूली बच्चों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से लेकर हर कोई रोजाना स्वच्छता की किसी न किसी गतिविधि को पूर्णता देने में जुटा हुआ है। इस दृष्टि से अब हर मंच पर ओडीएफ की चर्चा होने लगी है।

कई स्थानों पर प्रभातकालीन गतिविधियों में गांधीगिरी का सहारा लेकर खुले में शौच जाने वाले लोगों को फूलमाला पहना कर समझाईश की जा रही है। पुरुष और महिला कार्मिकों तथा स्कूली बच्चों के साथ ही अधिकारियों द्वारा भी भोर में भ्रमण कर स्वच्छता पर जोर दिया जा रहा है।

उदयपुर जिले में स्वच्छता अभियान को ‘गर्विलो मेवाड़’ नाम से पहचान दी गई है  ताकि आंचलिकता की भावना से भरे हुए इस मिशन को और अधिक आत्मीय सम्बल प्राप्त हो सके। गर्विलो मेवाड़ नाम से व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से पूरे जिले की रोजाना की स्वच्छता विषयक गतिविधियों की मोनिटरिंग की जा रही है साथ ही इससे स्वच्छ भारत मिशन से संबंधित दस्तावेजीकरण को भी आधार मिला है।

युवक-युवतियों से लेकर ग्राम्य महिलाओं, बुजुर्गों और महिला एवं युवा स्वयं सहायता समूहों आदि का सहयोग इस अभियान के लिए अहम् मददगार सिद्ध हो रहा है। ग्रामीणों में स्वच्छता के प्रति अब इतनी अधिक सोच विकसित हो गई है कि खुद ब खुद अपने घरों में शौचालय बनवाने की जल्दी करने लगे हैं।Mevad Udaipur

ग्राम्यांचलों में होने वाले आयोजनों में ग्रामीणों द्वारा इस आशय का संकल्प भी लिया जा रहा है। स्वच्छ भारत अभियान को लेकर स्कूली बच्चों के बीच वार्ताएं, प्रार्थना सभाओं में दी जाने वाली जानकारी, चित्र एवं पोस्टर्स प्रतिस्पर्धाओं आदि ने भी ग्राम्य स्वच्छता को नई गति दी है।

उदयपुर जिले भर में जिस गति और व्यापकता से यह अभियान चल रहा है उसे देख कर कहा जा सकता है कि आने वाले दिनों में यह आशातीत सफलता के साथ गर्विलो मेवाड़ के गर्व तथा गौरव को और अधिक ऊँचाइयां प्रदान करेगा।

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