- November 21, 2019
सोशल मीडिया का जमाना है। सबसे पहले एक ट्वीटर अकाउंट बनाकर उस पर रविवार को होने वाले इसके आयोजन की जानकारी व गतिविधियां डालें
करनाल—– मुख्यमंत्री हरियाणा मनोहर लाल के मार्गदर्शन में, नागरिकों को परिवहन, सडक़ सुरक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक-समावेशी विकास के प्रति जागरूक करने के मकसद को लेकर बीते 1 अप्रैल 2015 से प्रदेश के सभी जिला मुखयालयों पर शुरू किये गए राहगिरी प्रोग्राम की सफलता को देखकर अब इसका दायरा बढ़ाकर इसे और अधिक जनप्रिय बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री के विशेष अधिकारी तथा राहगिरी कार्यक्रम के प्रदेश संयोजक ओ.पी. सिहं ने गुरूवार को एक विडियो कांफ्रेंस के जरिये सभी जिलों के राहगिरी संयोजकों के साथ इसकी समीक्षा कर यह जानकारी दी।
वीडियो कॉन्फ्रैस में उन्होंने इस कार्यक्रम को व्यापक बनाने के लिए कुछ जरूरी निर्देश दिए और कहा कि सोशल मीडिया का जमाना है। सबसे पहले एक ट्वीटर अकाउंट बनाकर उस पर रविवार को होने वाले इसके आयोजन की जानकारी व गतिविधियां डालें, ताकि अधिक से अधिक लोग उसे देखकर इससे जुड़े।
उन्होंने बताया कि इस साल अब तक करीब 10 लाख लोग ट्ïवीटर के जरिए इससे जुड़े है और उन्होंने इसे और अधिक बेहतर बनाने के लिए अपने कॉमेन्टस भी लिखे हैं, यानि अपनी बात व्यक्त करने का यह एक बेहतरीन माध्यम है।
उन्होंने बताया कि राहगिरी मंच से की जाने वाली गतिविधियों को बढ़ाने के लिए एक वार्षिक कलंैडर तैयार कर लिया है, जिसमें 65 के करीब अलग-अलग थीम शामिल है। इस संर्दभ में उन्होंने अगामी दिसम्बर माह के कुछ थीम की जानकारी भी दी। मसलन एक दिसम्बर को विश्व एड्ïस दिवस, 2 को प्रदूषण नियंत्रण दिवस, 3 को विश्व दिव्यंाग दिवस, 5 को वालंटियर दिवस तथा 9 को एन्टी करप्शन दिवस पड़ते है। इन दिवसों को राहगिरी कार्यक्रम में शामिल किया जा सकता है। इससे लोगों में जागरूकता बढ़ेगी।
उन्होंने बताया कि एक स्टेंडर्ड ऑप्रेटिंग प्रोसिजर
(एस.ओ.पी) यानि मानक संचालक प्रक्रिया के तहत राहगिरी कार्यक्रम का मंच तैयार किया जाता है, जिसमें स्टेज के साथ ध्वनि की व्यवस्था करते है। मंच से सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाते हंै, उनके साथ-साथ खेलों को लेकर दौड़ इत्यादि लगवाई जा सकती है।
मुख्य चिकत्सा अधिकारी के माध्यम से स्वस्थ रहने के टिप्स बताने के साथ-साथ जनता को एड्ïस व नशे जैसी बुराईयों से दूर रहने के लिए जागरूक किया जा सकता है। ऐसे कार्यक्रमों में सम्बंधित विभाग के अधिकारी को भी शामिल किया जा सकता है। इसके अलावा बच्चों की प्रतिभा को निखारने के लिए आर्ट एंड कल्चर के तहत अलग-अलग सामाजिक थीम जैसे जल बचाव, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ तथा पर्यावरण प्रदूषण व जलवायु परिवर्तन जैसे स्थानीय ज्वलंत समस्याओं पर पेंटिग प्रतियोगिता करवाई जा सकती है।
सरकार की ओर से ऐसे कार्यक्रमों के लिए जो बजट दिया जाता है उसमें से प्रतिभागी बच्चों को ईनाम भी दे सकते हैं। उन्होंने बताया कि कोई भी सामाजिक समस्या केवल बताने मात्र से दूर नही होती उसके लिए उपचार, अमल और जागरूकता, तीन चीजें जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि राहगीरी कार्यक्रम में जिला के डी.सी व एस.पी को भी आमंत्रित कर सकते हैं।
वीडियो कॉन्फ्रैस में करनाल से इसके संयोजक एवं नगर निगम के डी.एम.सी धीरज कुमार ने बताया कि करनाल में अब तक 31 अलग-अलग विषयों पर 197 राहगिरी कार्यक्रम आयोजित करवाए जा चुके हंै और इनमें 1 लाख 2 हजार 635 लोगों ने भाग लिया। इन कार्यक्रमों से करनाल प्रदेशभर में नम्बर 1 पर चल रहा है, गुरूग्राम दूसरे व कैथल तीसरे स्थान पर है।
वीडियो कॉन्फैंस में डी.एस.पी राजीव कुमार, जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी राजीव कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी के प्रतिनिधि मोहन लाल तथा डी.आई.पी.आर.ओ हरदीप सिंह भी उपस्थित रहे।