सोन नदी पर पुल व सड़क का भूमिपूजन —विधायक केदार नाथ शुक्ल

सोन नदी पर पुल व सड़क का भूमिपूजन —विधायक केदार नाथ शुक्ल

सीधी (विजय सिंह)——– स्वभाव के अनुरूप सीधी विधायक केदार नाथ शुक्ल ने लोकहित में फिर दबंगई दिखाई। बजट अनुमोदन के बावजूद प्रशासकीय स्वीकृति के लिये लंबित दो योजनाओं को मंजूरी दिलाने के साथ ही उन्होंने उसका भूमि पूजन भी किया। यह बात अलग रही कि इसके कारण हुये तनाव से वह 15 दिन भोपाल के बंसल हास्पिटल में भर्ती रहे।

फरवरी 2015 में सीधी विधायक ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर जिले की जर्जर हो चुकी सड़कों के पुनर्निमाण व सोन नदी में अमरपुर-खड़बड़ा में पुल व सीधी से आदिवासी अंचल सिरसी के लिये सीधी सड़क का प्रस्ताव दिया था। तब मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव को निर्देश देकर सीधी विधायक के प्रस्ताव पर तत्काल कार्यवाही का निर्देश दिया था।

कालांतर में सड़कों का जीर्णोंद्धार हुआ। लेकिन नवीन निर्माण अमरपुर-खड़बड़ा सोन नदी में पुल व सीधी-सिरसी मेजर डिस्ट्रिक रोड को बजट में तो शामिल कर लिया गया, परन्तु प्रशासकीय स्वीकृति सहित अन्य औपचारिकाओं की पूर्ति करने की कार्यवाही ठंडे बस्ते में चली गई। दूसरी ओर जिले के अन्य विधायकों के प्रस्तावों को मंजूरी, पर सीधी विधान सभा क्षेत्र की उपेक्षा ? निःसंदेह यह उपेक्षा बात सीधी विधायक नागवार लगी।

लिहाजा विकास यात्रा के दौरान ही उन्होंने 3 जून को पहले लोक निर्माण मंत्री से दूरभाष पर बात की, तत्पश्चात वह भोपाल के लिये रवाना हो गये। ज्ञातव्य है कि 6 जून को लोक निर्माण मंत्री से मिलने गये सीधी विधायक केदार नाथ शुक्ल को उच्च रक्तचाप के कारण चक्कर आ गया था और उन्हें 15 दिन बंसल अस्पताल व चिकित्सकों की सलाह पर 15 दिन भोपाल में ही विश्राम करना पड़ा।

अंततः सरकार ने सीधी विधायक के दोनों ही प्रस्तावों को प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की। उन्होंने विगत् 5 जून को अमरपुर-खड़बड़ा सोन नदी पुल एवं 7 जून को सीधी से सिरसी मार्ग का भूमि पूजन कर दिया।

सोन नदी में प्रस्तावित पुल की अनुमानित प्रारंभिक लागत 1871 लाख रुपये आंकी गई है। भूमितल से 15 मीटर व 8.40 मीटर चैड़े पुल के निर्माण का दायित्व सेतु निगम को सौंपा गया है। इस पुल के बन जाने से सीधी जिला मुख्यालय से सिहावल विकास खंड की दूरी 15 से 20 कि.मी. कम हो जायेगी। अभी तक सीधी से सिहावल या सिहावल से जिला मुख्यालय आने – जाने के लिये ग्रामीणों को जोगदहा पुल या गऊघाट का सोन पुल पार करना पड़ता है।

इसी प्रकार सीधी से सिरसी मार्ग बन जाने से गोपद बनास तहसील का दक्षिणी हिस्से के आदिवासी अंचल के लोगों को भी जिला मुख्यालय तक आने के लिये 12 से 15 कि.मी. तक की दूरी कम हो जायेगी। अभी तक यह लोग ग्रामीण मार्ग से चलकर वाया टिकरी-मड़वास मार्ग से सीधी आते थे।

लोक निर्माण विभाग द्वारा स्वीकृत 28.30 कि.मी. लम्बे सीधी- सिरसी मार्ग के निर्माण 6255.18 लाख रुपये से करवाया जावेगा। जिला मुख्यालय से लगे जोरौंधा, विजयपुर, महराजपुर, बहेरा, सतनरा, बिसुनी टोला, हड़बड़ों से होते हुये यह मार्ग सिरसी जायेगा। जो आगे गोपद नदी में बने पुल पार करने के बाद स्रिगरौली जिले के करदा तिराहे को जोड़ेगा और वहां से सीधा सम्पर्क देवसर व रजमिलान तक हो जायेगा।

स्वतंत्र पत्रकार
19, अर्जुन नगर, सीधी

Related post

चुनाव परिणाम : सत्ता पक्ष को फिर मिला जनादेश

चुनाव परिणाम : सत्ता पक्ष को फिर मिला जनादेश

सुरेश हिंदुस्तानी– देश के दो राज्यों के साथ कुछ राज्यों के उपचुनाव के परिणाम ने सत्ता…
सामाजिक न्याय की योद्धा अनुप्रिया

सामाजिक न्याय की योद्धा अनुप्रिया

अतुल मलिकराम (राजनीतिक रणनीतिकार)———-  कुछ सवाल एक नहीं, अनेक बार उठते रहे हैं, जैसे स्वतंत्रता के…
कैदी की पैरोल अर्जी खारिज करने के लिए  जेलर पर 25,000 रुपये का जुर्माना

कैदी की पैरोल अर्जी खारिज करने के लिए जेलर पर 25,000 रुपये का जुर्माना

बॉम्बे हाईकोर्ट ने नासिक जेल के जेलर पर कानून का उल्लंघन करते हुए और ऐसा करने…

Leave a Reply