सोनू सूद का ट्रैवेल यूनियन

सोनू सूद  का ट्रैवेल यूनियन

मुंबई—(विनायक घोने) —-: भारत के पहले ग्रामीण बी2बी ट्रैवेल टेक प्लेटफॉर्म ट्रैवेल यूनियन को आज लॉन्‍च किया गया। अभिनेता सोनू सूद की पहल ट्रैवेल यूनियन हर जिले, ब्लॉक और ग्राम पंचायत स्तर पर ग्रामीण ग्राहकों की यात्रा जरूरतों को पूरा करने के लिए ट्रैवेल यूनियन के सदस्यों (ट्रैवेल एजेंटों) को एक मंच प्रदान करके यात्रा सेवाओं को सुलभ बनाएगी। ट्रैवेल यूनियन का मिशन ग्रामीण भारत में शून्य निवेश पर एक बेहतर ट्रैवेल एजेंट व्यवसाय समुदाय का समर्थन करना, उन्हें डिजिटल रूप से सशक्त बनाना और उनका निर्माण करना है। ट्रैवेल यूनियन ने भारत की 1 अरब आबादी की सेवा करने वाला सबसे बड़ा ग्रामीण डिजिटल ट्रैवेल सर्विसेज प्‍लेटफॉर्म बनने का लक्ष्‍य तय किया है।

ग्रामीण स्तर पर, ट्रैवेल सेक्‍टर अधिकतर असंगठित ही रहा है और टियर 2 कस्बों और गांवों में भारतीयों की जरूरतों पर ध्यान केंद्रित करने वाला कोई बड़ा नाम नहीं है। ट्रैवेल यूनियन ग्रामीण ट्रैवेल एजेंटों, छोटे कारोबार के मालिकों व उद्यमों, जिन्हें ट्रैवेल यूनियन सदस्य कहा जाता है, की कई अधूरी जरूरतों को पूरा करेगा, जिसमें प्राथमिक रूप से ग्रामीण यात्रा के लिए डिज़ाइन किए गए ट्रैवेल-टेक प्लेटफॉर्म की अनुपस्थिति है।

यह प्लेटफ़ॉर्म किसी भी ज़रूरत के लिए सभी मूल्य विकल्पों को एकत्रित कर ट्रैवेल यूनियन सदस्यों को सबसे कम कीमत दिखाता है जिसे वे अपने ग्राहकों को ऑफर कर सकते हैं। यह ऑनलाइन कैंसेलेशन और रिफंड की भी अनुमति देता है, जिससे ग्राहकों को लंबे समय तक इंतजार भी नहीं करना पड़ता। कई ट्रैवेल सर्विस पार्टनर्स के साथ उपलब्ध डायरेक्‍ट बुकिंग विकल्पों के कारण सदस्यों को उच्च मार्जिन अर्जित करने का लाभ मिलता है। ट्रैवेल यूनियन सीधे एयरलाइंस, रेलवे, होटल, ट्रिप, थोक विक्रेताओं और एग्रीगेटर्स से सर्वोत्तम इन्वेंट्री, मूल्य और अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करता है। यह ऐप और वेब पोर्टल के माध्यम से भारत के भीतरी इलाकों में ट्रैवेल एजेंटों के लिए वन-स्टॉप शॉप है, जो इसे ग्रामीण ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने वाला पहला सुपर-एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म बनाता है। प्लेटफॉर्म आईआरसीटीसी के माध्यम से भारत में चलने वाली सभी ट्रेनों, 500 से अधिक घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों, 10,000+ बस ऑपरेटरों और 10 लाख+ होटलों तक अपने सदस्यों और उपभोक्ताओं को पहुंच प्रदान करेगा।

ट्रैवेल यूनियन मौजूदा ट्रैवेल एजेंटों के लिए आय और विकास के अवसरों में वृद्धि करेगा, छोटे व्यापार मालिकों के लिए आय का एक अतिरिक्त और स्थिर प्रवाह प्रदान करेगा, महत्वाकांक्षी उद्यमी के लिए नए कारोबारी अवसर प्रदान करेगा और ग्रामीण ग्राहकों की सहायता करने के लिए विश्वसनीय ट्रैवेल यूनियन सदस्यों (ट्रैवेल एजेंटों) का एक नेटवर्क तैयार करेगा।

ट्रैवेल यूनियन के सदस्यों के ऑनबोर्डिंग के लिए उनसे शून्य निवेश की आवश्यकता होगी और प्रवेश की बाधा को कम करते हुए ऑनबोर्डिंग में कोई रिकरिंग लागत भी नहीं है। साथ ही, इससे आईआरसीटीसी एजेंट आईडी की खरीद सबसे कम होगी। इसके अलावा, इस आईडी की यह लागत समय के साथ सफल लेनदेन पर वापस मिल जाएगी, जो कि ट्रैवेल यूनियन सदस्यों के लिए उपलब्ध उद्योग का पहला अवसर होगा।

लॉन्च के अवसर पर, सोनू सूद ने कहा, “लॉकडाउन के दौरान, मैंने ग्रामीण भारतीयों के सामने आने वाली चुनौतियों के साथ-साथ छोटे कारोबार मालिकों के संघर्षों का अनुभव किया। भारत की जरूरतों को पूरा करने और ग्रामीण नागरिकों की डिजिटल जरूरतों को पूरा करने के लिए अनुकूल अवसरों की कमी मेरे साथ रही। वास्तव में, वर्तमान में ग्रामीण उपभोक्ताओं के पास अपनी यात्रा की पूर्व-योजना बनाने का कोई विकल्प नहीं है और उन्हें विभिन्न प्रकार की यात्रा जरूरतों के लिए कई ऑपरेटरों के पास भागना पड़ता है। मैंने ट्रैवेल यूनियन की कल्पना की थी ताकि हम यात्रा करने के लिए सभी बाधाओं को दूर कर सकें और देश में किसी को भी उद्यमिता का अवसर दे सकें जो यात्रा उद्योग में अपना करियर शुरू करना चाहता है। ट्रैवेल यूनियन, ग्रामीण ट्रैवेल एजेंटों के लिए एक बी 2 बी ट्रैवेल टेक प्लेटफॉर्म है, जो एक महत्वपूर्ण पहल है और जो उन्हें अपने इलाकों में यात्रा की सर्वोत्तम पेशकश प्रदान करने में सक्षम बनाता है। यह मौजूदा ग्रामीण उद्यमियों के लिए आय का एक अतिरिक्त स्रोत और इच्छुक लोगों के लिए एक बिल्डिंग ब्लॉक हो सकता है। हालांकि मैंने पहले भी भारतीय युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए कदम उठाए हैं, ट्रैवेल यूनियन भारत के भीतरी इलाकों में स्वरोजगार के अवसर लाने के मेरे सपने को आगे बढ़ाता है, ताकि ग्रामीण युवा शहरों में प्रवास किए बिना अपनी स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं का विकास कर सकें। ट्रैवेल यूनियन के साथ हम भारत में ग्रामीण आबादी के बीच आत्मनिर्भरता को सक्षम करने और सही मायने में डिजिटल भारत बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठा रहे हैं।”

सोनू ने कहा, “यह सुपर एग्रीगेटर ऐप यात्रा प्रबंधन का भविष्य है, जो कई प्लेटफार्मों की आवश्यकता को समाप्त करता है, इस प्रकार, एक ही स्थान पर संपूर्ण यात्रा समाधान पेश करता है। यह पहला और एकमात्र भारतीय प्‍लेटफॉर्म है जिसे ग्रामीण ट्रैवेल एजेंटों को एक लाभदायक और सफल व्यावसायिक उद्यम शुरू करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।”

ट्रैवेल यूनियन वर्तमान में अंग्रेजी और हिंदी में उपलब्ध है। इसे जल्द ही 11 और भारतीय भाषाओं में लॉन्च किया जाएगा। प्लेटफॉर्म पर नई और आगामी पेशकशों में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय हॉलिडे पैकेज, वीजा सेवाएं, विदेशी मुद्रा सेवाएं और साथ ही ट्रैवेल/लगेज एसेसरीज़ शामिल हैं।

ट्रैवेल यूनियन ऐप गूगल प्ले स्टोर https://play.google.com/store/apps/details?id=com.travelunion.app पर डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध है।

ट्रैवेल यूनियन के विषय में

ट्रैवेल यूनियन भारत का पहला ट्रैवेल-टेक स्टार्टअप है जिसे ग्रामीण ट्रैवेल एजेंटों के साथ बनाया गया है। यह अभिनेता और समाजसेवी, सोनू सूद की एक पहल है जिसका उद्देश्य ट्रैवेल एजेंटों का एक संपन्न समुदाय बनाना है। वन-स्टॉप सुपर-एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म के रूप में, ट्रैवेल यूनियन एक ऐप के माध्यम से एयरलाइंस, रेलवे, होटल, ट्रिप, थोक विक्रेताओं और एग्रीगेटर्स से यात्रा की पेशकश में सबसे अच्छी और सस्ती सुविधाएं प्रदान करता है। यह तत्काल कैंसेलेशन और रिफंड की भी अनुमति देता है, जिसके लिए ग्राहकों को आमतौर पर लंबे समय तक इंतजार करना पड़ता है।

अधिक जानकारी के लिए, देखें -www.travelunion.in

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