- June 20, 2015
सेंधवा:कन्यादान योजना में 15 नि:शक्त जोड़ों का परिणय-सूत्र में
बड़वानी जिले के सेंधवा में आज खुशी और उमंग की अनोखी बयार बही। मौका था मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में 15 नि:शक्त जोड़ों का परिणय-सूत्र में बँधना। दूल्हा-दुल्हन, परिजन सभी खुश। तिस पर श्रम, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री की उपस्थिति और उनकी अभिभावक की भूमिका ने माहौल को उत्साह से भर दिया। विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष श्री बाला बच्चन भी इस अवसर पर उपस्थित थे। नव-युगलों को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में 10 हजार रुपये की एफ.डी. गृहस्थी चलाने के लिये बचत खाते में 7000 और 5000 रुपये की सामग्री दी गयी। ऐसे जोड़े जिसमें पति-पत्नी दोनों ही नि:शक्त श्रेणी में हैं, को एक लाख की राशि और कोई एक नि:शक्त होने पर 50 हजार की राशि, नि:शक्त विवाह प्रोत्साहन योजना में देने की घोषणा की गयी। इसके अलावा विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भी जोड़ों को गृहोपयोगी उपहार और नगद राशि भेंट की। श्रम मंत्री श्री आर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना से आदिवासी वर्ग पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। श्री बाला बच्चन ने भी योजना की प्रशंसा की। क्षेत्रीय सांसद श्री सुभाष पटेल ने कस्तूरबा वनवासी आश्रम निवाली एवं कान्ता विकलांग ट्रस्ट झाकर में सौर ऊर्जा लाइट के लिये सांसद निधि से 10 लाख रुपये देने की घोषणा की। सीमा ने थामा नि:शक्त का हाथ ओझर की सीमा वास्कले ने अपने ही ग्राम के दोनों पैरों से नि:शक्त श्री मिथुन वास्कले का हाथ खुशी-खुशी थामकर समाज के सामने एक अनुकरणीय उदाहरण पेश किया। समारोह में तीन युवक ऐसे थे, जो अपने पैरों पर चलने में पूरी तरह अक्षम थे, किन्तु उनका हाथ थामने वाली बालिकाएँ या तो सामान्य थीं या फिर आंशिक रूप से नि:शक्त थीं। शादी करने वाली 7 बालिका ऐसी थीं, जिन्होंने सामान्य होने के बाद भी अपना जीवन-साथी नि:शक्त को चुना। |