- January 14, 2016
सूखे से प्रभावित किसानों को उनकी कन्या के विवाह हेतु 30 हजार रूपये
जशपुर नगर –(छत्तीसगढ) —————मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत सूखे से प्रभावित किसानों को उनकी कन्या के विवाह हेतु 15 हजार रूपये प्रति विवाह के स्थान पर 30 हजार रूपये की राशि मिलेगी। यह राशि संबंधित जिले के सूखे से प्रभावित किसान के खाते में जमा की जायेगी। यह योजना एक 1 जनवरी 2016 से 31 दिसम्बर 2016 तक के लिए लागू होगी।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री टी.के. जाटवर ने बताया है कि राज्य शासन के महिला एवं बाल विकास द्वारा इस संबंध में 6 जनवरी को आदेश जारी कर दिया गया है। इसके तहत सहायता प्राप्त करने के लिए विकासखण्ड में पदस्थ बाल विकास परियोजना अधिकारी के कार्यालय में आवेदन करना होगा। बाल विकास परियोजना अधिकारी सभी प्राप्त आवेदन प्राप्त पत्रों का आवश्यक परीक्षण कर एक सप्ताह की समय-सीमा के पूर्व जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला बाल विकास को समक्ष में प्रस्तुत करेंगे।
कलेक्टर यह सुनिश्चित करेंगे कि कोषालय द्वारा न्यूनतम अवधि (सात दिवस) में अनिवार्यतः स्वीकृति उपरांत चेक संबंधित किसान के खाते में सीधे जमा हो जाए। इसकी विधिवत सूचना जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास द्वारा विशेष वाहक के माध्यम से आवेदिका एवं उसके अभिभावकों को तत्काल दी जायेगी। विवाह पश्चात् विवाह पंजीयन प्रमाण-पत्र तथा विवाह के फोटोग्राफ्स बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा संकलित कर जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास को प्रेषित किये जायेंगे। इस योजना अंतर्गत प्राप्त आवेदन, स्वीकृत एवं निरस्त किये गये आवेदनों के संबंध में जिला एवं परियोजना कार्यालय में पंजी का संधारण अनिवार्य रूप से किया जायेगा।
’’आगनबाडी गुणवत्ता उन्नयन अभियान’’——————————–महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित ’’आगनबाडी गुणवत्ता उन्नयन अभियान’’ में किये जाने वाले गतिविधियों के क्रम के आठवां दिवस 11 जनवरी 2016 को सभी ग्राम पंचायतों में एवं नगर पंचायत व नगर पालिका क्षेत्र में विशेष ग्राम सभा व वार्ड सभा का आयोजन किया गया।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री टी.के. जाटवर ने बताया है कि ग्राम सभा व वार्ड सभा में आंगनबाडी मित्र एवं बाल मित्र और कुपोषित बच्चों के परिवारों का आपसी परिचय कराया गया। आंनगबाडी से प्राप्त होने वाली सेवाओं एवं लाभान्वित हितग्रायिों के नाम व पूरक पोषण आहार का वितरण आदि को ग्राम सभा में समुदाय के समक्ष पढकर सुनाया गया तथा आई.सी.डी.एस के ऐसे हितग्राही जिनके नाम एक से अधिक आगनबाड़ी केन्द्र में एक से अधिक बार दर्ज हुआ है उसकी पहचान कर सुधार किया गया एवं पात्र हितग्राही जिनके नाम छूट गये है उनका नाम जोडा गया ।